गाजियाबाद. गाजियाबाद में विश्व ब्रह्मऋषि ब्राह्मण महासभा ने एक अनूठी घोषणा की है जिसके तहत समाज के लोगों को अधिक बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा. महासभा ने घोषणा की है कि जो परिवार तीन बच्चों को जन्म देंगे उन्हें रजत पदक और चार बच्चों को जन्म देने वाले परिवारों को स्वर्ण पदक से सम्मानित किया जाएगा.
महासभा के पीठाधीश्वर बीके शर्मा हनुमान ने इस पहल के पीछे के उद्देश्य को स्पष्ट करते हुए कहा कि ब्राह्मणों की संख्या लगातार कम हो रही है और सनातन धर्म की रक्षा तभी संभव है जब ब्राह्मणों की संख्या पर्याप्त होगी.
उन्होंने बताया कि बच्चों को जन्म देने वाली माताओं को पौष्टिक आहार भी प्रदान किया जाएगा, जिसमें गेहूं का आटा, गोंद, मखाने, सूखा नारियल का बुरादा, काजू, बादाम, सोंठ, अजवाइन, देसी घी, गुड़ और खरबूजे की गिरी जैसी सामग्रियां शामिल होंगी.
इस घोषणा के दौरान महासभा के संस्थापक उपाध्यक्ष पं. आरसी शर्मा, विनीत कुमार शर्मा, योगेश दत्त गौड़, लोकेश कौशिक, बृजकिशोर शर्मा और जिलाध्यक्ष अंकित शर्मा सहित कई पदाधिकारी उपस्थित थे.
यह घोषणा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत के उस बयान के बाद आई है जिसमें उन्होंने परिवार के महत्व पर जोर देते हुए भारत में हिंदुओं की घटती जनसंख्या पर चिंता व्यक्त की थी.
भागवत ने कहा था कि यदि समाज की जनसंख्या वृद्धि दर 2.1 प्रतिशत से नीचे गिरती है, तो समाज को नष्ट करने के लिए किसी बाहरी शक्ति की आवश्यकता नहीं होगी, वह स्वयं ही नष्ट हो जाएगा. उन्होंने कम से कम तीन बच्चे पैदा करने की आवश्यकता पर बल दिया था.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-




