पलपल संवाददाता, जबलपुर. एमपी के जबलपुर में पुलिस अधिकारी बनकर महिलाओं के साथ ठगी करने वाले गिरोह के दो सदस्यों के ठिकाने नांदूरा महाराष्ट्र पुलिस की टीम पहुंच गई. जहां से पुलिस ने जबलपुर में दो महिलाओं से ठगे 11 लाख 50 हजार रुपए के जेवर बरामद किए है. पुलिस अब आरोपियों की तलाश में संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है. ठग गिरोह के दोनों सदस्य पुलिस अधिकारी बनकर महिलाओं को अपना निशाना बनाते रहे. इस आशय की जानकारी एएसपी क्राइम प्रदीप शेंडे ने कंट्रोल रुम में आयोजित पत्रवार्ता में दी है.
एएसपी क्राइम श्री शेंडे ने आगे बताया कि अमजद अली उर्फ सुल्तान व चिन्ना उर्फ मोहम्मद अली पुलिस बनकर महिलाओं को रोकते, इसके बाद लूट, चोरी की घटना होने का डर दिखाकर जेवर उतरवा लेते. जैसे ही महिलाएं जेवर उतारती तो उनकी मदद करते हुए जेवर पार कर लेते थे. दोनों ठगों ने जबलपुर के केंट व कोतवाली क्षेत्र में दो महिलाओं को ठगी का शिकार बनाया. दो घटनाओं के बाद पुलिस अधिकारियों ने टीम बनाकर आरोपियों की तलाश शुरु कराई. इस दौरान पुलिस को खबर मिली कि संदेही सिवनी की ओर भागे है, जिसपर पुलिस की टीम सिवनी पहुंच गई. यहां पर खबर मिली कि दोनों ठग नांदूरा भुसावल में है.
जिसपर पुलिस नांदूरा पहुंच गई. पुलिस ने अमजद के ठिकाने पर दबिश दी. अमजद के पिता मनहर अली ईरानी मिले. फोटो दिखाने पर उन्होने अपना बेटा होना बताया. इसके बाद पुलिस ने डेरे के आसपास तलाशी ली तो एक नीम के पेड़ के नीचे पालीथिन में रखी सोने की 4 चूड़ी, 2 कंगन, 1 मंगलसूत्र, 1 चेेन, 2 अंगूठी रखी हुई. उक्त जेवर जबलपुर में थाना कोतवाली एवं कैंट में 2 महिलाओ से पुलिस वाला बनकर जेवर उतरवाकर ठगे थे. पुलिस ने विधिवत कार्यवाही कर तौल करने पर साढ़े चौदह तोले सोने के जेवरात कीमती साढ़े ग्यारह लाख रुपए के जेवर बरामद कर आरोपियों की तलाश शुरु कर दी है. इन्हे पकडऩे के लिए संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है.
जेवर बरामद करने में इनकी रही सराहनीय भूमिका-
ठग गिरोह के ठिकाने से जेवर बरामद करने में अपराध थानाप्रभारी शैलेष मिश्रा थाना प्रभारी कोतवाली विपिन ताम्रकार, थाना प्रभारी कैंट पुष्पेन्द्र पटले, क्राईम ब्रांच के एएसआई प्रशांत सोलंकी, धनंजय ंिसह, अशोक मिश्रा, थाना कैंट के एसआई सीपी तिवारी, आरक्षक शुभम सिंह, महिला आरक्षक रेणुका मिंज, कोतवाली के एसआई अशोक दुबे, सीसीटीवी प्रभारी एसआई (रेडियो) हर प्रसाद यादव, साइबर सेल के अमित पटेल की सराहनीय भूमिका रही.
घटना क्रमांक 01-
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि 18 जनवरी को एपीआर कालोनी कंटगा निवासी विनय कुमारी टाटिया उम्र 79 वर्ष घर के सामने घूम रही थी, इस दौरान दो व्यक्तियों ने स्वयं को पुलिस अधिकारी बनकर कहा कि मैं पुलिस का आदमी हूं, आपकी सुरक्षा के लिए निकला हूं. आप अपने जेवर उतारकर कर रख ले. जब वृद्धा ने सोने की चार चूडिय़ा, एक मंगलसूत्र उतारकर हाथ में रखा तभी उनके हाथ से जेवर लेकर नकली जेवर दे दिए थे.
घटना क्रमांक 02-
इसी दिन महिला ज्योति जैन उम्र 57 वर्ष निवासी ग्राम देवरी जिला सागर वर्तमान पता संध्या ट्रेडर्स अपने मायके जबलपुर आई थी. वे सुबह 8.30 बजे अपनी बहन लता जैन के साथ अशोक जैन नरघैया के घर से लार्डगंज जैन मंदिर के लिए रवाना हुई. जब वे विजय कटपीस से आगे बढ़ रही थी इस दौरान तीन व्यक्ति आए और पुलिस अधिकारी बनकर कहा कि आपको नही मालूम है कि दो दिन से घटनाएं हो रही है जो जेवर पहनी हो उतार लो, ज्योति जैन ने अपने जेवर उतारे तभी सहयोग करने का कहकर जेवर पार कर दिए. इसके बाद जब ज्योति जैन ने पर्स खोला तो देखा कि सोने की चूड़ी, अंगूठी, चैन नहीं थी, बल्कि चार चूड़ी नकली मिली. तीनों ने ठगी करते हुए सोने की चैन, सोने की अंगूठी, 2 नग कंगन पार कर दिए.
फरार आरोपी-
-अमजद उर्फ सुल्तान उर्फ गब्बर अली उर्फ भीरू ईरानी पिता मनहर अली ईरानी उम्र 45 वर्ष निवासी अनवर कालोनी वार्ड नम्बर 1 रेल्वे स्टेशन के के पीछे थाना नंादूर महाराष्ट्र्र
-चिन्ना उर्फ मोहम्मद पिता सिराज अली ईरानी उम्र 40 वर्ष निवासी स्कूल नम्बर 3 के पीछे ईमाम बाड़ा के सामने रजा चौक थाना बाजार पेठ भुसावल




