बेंगलुरु. मैसूर से एक हृदय विदारक घटना सामने आई है. यहां एक ही परिवार के चार लोगों का शव मिलने से हड़कंप मचा हुआ है. पुलिस भी हैरान है कि आखिरकार चारों की मौत हुई कैसे? पुलिस अब फोरेंसिक जांच की रिपोर्ट का इंतजार कर रही है. घटना की सूचना मिलने के बाद खुद पुलिस कमिश्नर सीमा लाटकर, डीसीपी जाहन्वी और विद्यारण्यपुरम इंस्पेक्टर मोहित घटनास्थल पर पहुंच गए.
मृतकों में चेतन (45) उनकी पत्नी रूपाली (43), मां प्रियंवधा (62) और बेटा कुशल (15) के शव बरामद किए हुए हैं. चेतन व्यापार करता था और वह फांसी के फंदे से लटका हुआ मिला जबकि मां प्रियंवधा पास के ही अपार्टमेंट में बेजान मिलीं. वहीं पत्नी और बेटे को संकल्प सेरेन अपार्टमेंट में उनके घर के अंदर मृत अवस्था में पाया गया.
पुलिस मामले की जांच कर रही है, लेकिन अभी तक मौत का स्पष्ट नहीं है, अंदेशा है कि ये खुदखुशी है. पुलिस को संदेह है कि चेतन ने पत्नी, बेटे और मां को जहर देने के बाद खुद आत्महत्या कर ली होगी. पुलिस अब फोन रिकॉर्ड, बैंक ट्रांजेक्शन और फोन पर आए मैसेज की जांच कर रही है.
पुलिस को घर में से कोई भी सुसाइड नोट नहीं मिला है. पड़ोसियों के अनुसार, परिवार पिछले दस साल से रह रहा था और वह किसी भी तरह के तनाव में नहीं था. पूरा परिवार सामान्य जीवन जी रहा था. वहीं रिपोर्ट्स की मानें तो परिवार कर्ज में था और लेनदारों के दबाव में था. कर्ज के बोझ के चलते ही चेतन ने यह कदम उठाया है, हालांकि मौत के पीछे की असलीवजह पुलिस जांच के बाद ही सामने आ आएगी.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-