अनिल मिश्र/ रांची
झारखंड पर्यटन विभाग और स्काई हाई इंडिया के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित स्काई डाइविंग फेस्टिवल-2025 का शुभारंभ झारखंड के पर्यटन मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने किया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि स्काई डाइविंग फेस्टिवल की शुरुआत झारखंड में पहली बार हो रहा है. जमशेदपुर में इसकी शुरुआत की गयी, क्योंकि इस शहर में सभी प्रदेश, जाति और धर्म के लोग रहते हैं. नयी चीजों को देखने के लिए शहर के लोग काफी उत्साहित रहते हैं.
एडवेंचर टूरिज्म को बढा़वा देने के उद्देश्य से शुरू हुए स्काई डाइविंग फेस्टिवल की वजह से एडवेंचर लवर्स के लिए झारखंड का जमशेदपुर पसंदीदा गंतव्य बन जायेगा. 16 फरवरी से 23 फरवरी 2025 तक चलने वाले इस स्काई डाइविंग फेस्टिवल के पहले दिन कुल 9 लोगों ने स्काई डाइविंग किया .इनमें दूसरे राज्यों के लोग भी शामिल थे. स्काई हाई की ऑपरेशन टीम के आदित्य ने बताया कि झारखंड में पहली बार स्काई डाइविंग फेस्टिवल हो रहा है. प्रतिदिन दिन सुबह 8:30 बजे से शाम 5 बजे तक 10 लोग स्काई डाइविंग कर सकेंगे . स्काई डाइविंग करने के बाद किसी भी ड्राइवर के चेहरे पर डर नाम की कोई चीज नहीं थी.
वे मुस्कुराते हुए ग्राउंड से बाहर आये. उनके चेहरे की खुशी बता रही थी कि उन्होंने वो हासिल कर लिया है, जो वह चाहते थे. कई लोग ऐसे थे, जो अपने अनुभव को शब्दों में बयां भी नहीं कर पा रहे थे. सभी काफी रोमांचित थे. जमशेदपुर के केके पांडेय और स्वाति चक्रवर्ती ने सबसे पहले स्काई डाइविंग किया .इसके लिए एयरक्राफ्ट में सुरक्षा के सारे इंतजाम किये गये थे. 2 प्रशिक्षक भी मौजूद थे. करीब 8500 फीट की ऊंचाई पर जाने के बाद प्रशिक्षक ने स्काई डाइवर्स को छलांग लगाने से पहले कई जानकारी दी. सूटेबल ड्रॉप जोन पर आने के बाद प्रशिक्षक डाइवर्स को लेकर कूदे. 20-30 सेकेंड के फ्री फॉल (बिना पैराशूट के) के बाद प्रशिक्षक के निर्देश पर पैराशूट को खोला. फिर करीब 5 मिनट में स्काई डाइवर्स जमीन पर आ गये. प्रशिक्षक ने बताया कि टेक ऑफ से लैंडिंग तक में 25 से 30 मिनट का समय लगता है.
स्काई डाइविंग फेस्टिवल के आयोजन के दौरान जमशेदपुर के सोनारी एयरपोर्ट पर सुरक्षा-व्यवस्था के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए हैं.बिना पास के हवाई अड्डा परिसर में किसी को जाने की अनुमति नहीं है. वहीं तीन जगहों पर चेकिंग प्वाइंट बने गये हैं. शहर के उत्साहित लोग स्काई डाइविंग देखने के लिए हवाई अड्डा के आसपास घूमते देखे गये. हालांकि पत्रकारों को भी इस क्षेत्र में आने की अनुमति नहीं दी जा रही है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-