नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात के 119वें एपिसोड में लोगों से ॉएक दिन वैज्ञानिक बनकर राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाने का आग्रह किया, जिससे बच्चों और युवाओं में विज्ञान के प्रति जिज्ञासा बढ़ेगी. प्रधानमंत्री ने कहा कि युवाओं की विज्ञान में रुचि बहुत मायने रखती है. आने वाले दिनों में हम राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाएंगे. हमारे बच्चों और युवाओं की विज्ञान में रुचि और जुनून बहुत मायने रखता है. मेरे पास इस बारे में एक विचार है, जिसे एक दिन वैज्ञानिक बनकर कहा जा सकता है; यानी आप अपनी सुविधानुसार किसी भी दिन एक वैज्ञानिक की तरह बिताने की कोशिश करें. आप उस दिन एक शोध प्रयोगशाला, तारामंडल या अंतरिक्ष केंद्र जैसी जगहों पर जा सकते हैं. इससे विज्ञान के प्रति आपकी जिज्ञासा बढ़ेगी, उन्होंने कहा.
इसके अलावा, पीएम मोदी ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के 100वें लॉन्च की उपलब्धि की सराहना की. पिछले महीने, देश इसरो के 100वें रॉकेट लॉन्च का गवाह बना. यह सिर्फ एक संख्या नहीं है, बल्कि यह अंतरिक्ष विज्ञान में नई ऊंचाइयों को प्राप्त करने के हमारे संकल्प को दर्शाता है. हमारी अंतरिक्ष यात्रा बहुत ही सामान्य तरीके से शुरू हुई थी. इसमें हर कदम पर चुनौतियाँ थीं, लेकिन हमारे वैज्ञानिक उन पर विजय प्राप्त करते हुए आगे बढ़ते रहे. समय के साथ, अंतरिक्ष उड़ान में हमारी उपलब्धियों की सूची लंबी होती जा रही है, उन्होंने कहा.
चाहे लॉन्च व्हीकल बनाना हो, या चंद्रयान, मंगलयान, आदित्य एल-1 की सफलता हो या एक रॉकेट से एक साथ 104 उपग्रहों को अंतरिक्ष में भेजने का अभूतपूर्व मिशन हो. इसरो की सफलता का दायरा काफी बड़ा रहा है. पिछले 10 वर्षों में, लगभग 460 उपग्रह लॉन्च किए गए हैं और इनमें अन्य देशों के कई उपग्रह भी शामिल हैं, प्रधानमंत्री ने कहा.
प्रधानमंत्री ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि अंतरिक्ष वैज्ञानिकों की टीम में महिलाओं की भागीदारी लगातार बढ़ रही है. मुझे आज यह देखकर भी बहुत खुशी हो रही है कि अंतरिक्ष क्षेत्र हमारे युवाओं का पसंदीदा बन गया है. कुछ साल पहले, किसने सोचा होगा कि इस क्षेत्र में स्टार्ट-अप और निजी क्षेत्र की अंतरिक्ष कंपनियों की संख्या सैकड़ों तक पहुंच जाएगी? हमारे उन युवाओं के लिए जो जीवन में कुछ रोमांचक और उत्साहजनक करना चाहते हैं, अंतरिक्ष क्षेत्र उनके लिए एक बेहतरीन विकल्प बनता जा रहा है, पीएम मोदी ने कहा.
जनवरी 2025 में GSLV-F15 मिशन के सफल प्रक्षेपण के साथ 100वां प्रक्षेपण मील का पत्थर हासिल करने के बाद, इसरो के अध्यक्ष वी नारायणन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया और कहा कि प्रधानमंत्री ने 20-40 वर्षों के लिए एक विजन दिया है. हम पुरानी साइकिलों और बैलगाडिय़ों पर रॉकेट और उपग्रहों को ले जाने से एक लंबा सफर तय कर चुके हैं. आज, हम एक जीवंत और सम्मानित अंतरिक्ष संगठन हैं. यह एक आदमी ने नहीं बल्कि विक्रम साराभाई से लेकर सतीश धवन तक नेताओं की एक पीढ़ी ने किया है, वी नारायणन ने कहा.
प्रधानमंत्री ने 2040 तक हमें क्या करना है, इसके लिए एक स्पष्ट दृष्टिकोण दिया है, और अंतरिक्ष क्षेत्र में सुधार उनके ही दिमाग की उपज है. और यह केवल विजन ही नहीं, बल्कि परियोजना की मंजूरी भी है. हमें राजनीतिक नेतृत्व का समर्थन और आशीर्वाद प्राप्त है, उन्होंने आगे कहा. इसरो ने हाल ही में श्रीहरिकोटा, आंध्र प्रदेश में NVS-02 ले जा रहे अपने GSLV-F15 का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया. यह देश के अंतरिक्ष बंदरगाह से इसरो का 100वां प्रक्षेपण था.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-