नई दिल्ली. संसद के बजट सत्र के दौरान लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही जारी है. राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना जवाब दे रहे हैं. पीएम मोदी ने अपने भाषण में एआई, थ्रीडी प्रिंटिंग, रोबोटिक्स, वर्चुअल रियलटी की चर्चा. पीएम ने कहा- हम तो गेमिंग का महात्म्य क्या है, इसके लिए भी प्रयास करते हैं. क्रिएटिविटी वर्ल्ड का कैपिटल भारत क्यों न बने. एआई शब्द फैशन में है तो कुछ लोग बोलते हैं. मेरे लिए डबल एआई है. एक एआई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, दूसरा एस्पिरेशनल इंडिया. हमने स्कूलों में 10 हजार टिंकरिंग लैब बनाए. उसमें से निकले बच्चे रोबोट बनाकर चकित कर रहे हैं. इस बजट में 50 हजार टिंकरिंग लैब्स का प्रावधान किया गया.
पीएम मोदी ने कहा- हमने जनधन, आधार, मोबाइल की जेएएम ट्रिनिटी बनाई और डायरेक्ट ट्रांसफर करना शुरू किया. हमारे कार्यकाल में हमने 40 लाख करोड़ रुपया सीधा जनता-जनार्दन के खाते में जमा किया. पीएम ने कहा- 2014 के पहले ऐसे बमगोले फेंके गए कि देशवासियों का जीवन छलनी कर दिया गया था, हम धीरे-धीरे उन घावों को भरते आगे बढ़े, 2014 के पहले सिर्फ दो लाख रुपये पर इनकम टैक्स से माफी थी, हमने 12 लाख तक की आय करमुक्त कर दी है. पहली अप्रैल के बाद देश में वेतनभोगियों के पौन तेरह लाख रुपये तक कोई इनकम टैक्स नहीं देना पड़ेगा. पीएम ने आगे कहा- 12 लाख की आय पर टैक्स न लगाने की बात इतनी फैली की लोगों का अन्य फैसलों पर ध्यान नहीं गया, मैं बता दूं कि सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए, हमने न्यूक्लियर सेक्टर को खोल दिया है, इसका असर आगे देखने को मिलेगा
हमने पैसों का इस्तेमाल शीशमहल बनाने में नहीं किया
पीएम मोदी ने केजरीवाल पर तंज कसते हुए कहा- हमने पैसों का इस्तेमाल शीशमहल बनाने में नहीं किया, देश बनाने में किया है. इन्फ्रास्ट्रक्चर का बजट 1.80 लाख करोड़ था. आज 11 लाख करोड़ रुपया बजट है. सरकारी खजाने में बचत हुई वो तो एक बात है, हमने इस बात पर भी ध्यान रखा कि जन सामान्य को भी बचत का लाभ मिलना चाहिए. आपने देखा होगा कि आयुष्मान भारत योजना, बीमारी के कारण आम आदमी को होने वाला खर्च करीब देश में एक लाख 20 हजार करोड़ रुपए जनता के बचे हैं. जनऔषधि केंद्र में 80 फीसदी डिसकाउंट होता है. जनता के 30 हजार करोड़ रुपए बचे हैं. यूनिसेफ का भी अनुमान है कि जिसके घर में शौचालय बना, उस परिवार को करीब करीब 70 हजार की बचत हुई है. पीएम मोदी ने अपने भाषण के दौरान बताया कि, डब्ल्यूएचओ का कहना है कि नल से शुद्ध जल मिलने के कारण उन परिवारों में औसतन 40 हजार प्रति परिवार बचा है. ऐसी अनेक योजनाएं हैं जिन्होंने सामान्य आदमी के खर्च में बचत की है, करोड़ों देशवासियों को मुफ्त अनाज से भी परिवार के हजारों रुपये बचते हैं.
हंगामे के बीच पीएम मोदी का संबोधन जारी
पीएम मोदी ने हंगामे के बीच अपना संबोधन जारी रखा, पीएम मोदी ने कहा- जब ज्यादा बुखार हो जाता है, तो वे कुछ भी बोलते हैं और ज्यादा हताशा में भी. 10 करोड़ लोग जिनका भारत में जन्म भी नहीं हुआ, वे तमाम योजनाओं का फायदा ले रहे थे, हमने उनको हटाया और असली लाभार्थियों को खोज-खोज के लाभ पहुंचाने का अभियान चलाया. हिसाब लगाएं तो तीन लाख करोड़ रुपये गलत हाथों में जाने से बच गया. पीएम मोदी ने कहा- हमारे स्वच्छता अभियान का मजाक उड़ाया जाता था, न जाने क्या-क्या कहा जाता था. इस अभियान के तहत कबाड़ बेचकर दो हजार 300 करोड़ रुपये सरकार के खजाने में आया है. पीएम मोदी ने कहा- लेकिन पहले अखबारों की हैडिंग होती थी. इतने लाख के घोटाले, 10 साल हो गए ये घोटाले न होने से भी लाखों करोड़ रुपए बचे हैं. जो जनता की सेवा में लगे.
पीएम मोदी ने राहुल-केजरीवाल पर साधा निशाना
पीएम मोदी ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना निशाना साधते हुए कहा कि- जो लोग गरीबों की झोपडिय़ों में फोटो सेशन कराकर सुर्खियां बटोरते हैं, उन्हें संसद में गरीबों की बात बोरिंग ही लगेगी. पीएम ने कहा- समस्या की पहचान करके छूट नहीं सकते, समस्या का समाधान भी करना होता है. हमारा प्रयास समस्या के समाधान का रहता है और हम समर्पित भाव से प्रयास करते हैं. इस दौरान पीएम मोदी ने केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा - कुछ लोगों का फोकस आलीशान घरों में जकूजी और शॉवर पर है. पीएम ने कहा कि कुछ नेताओं का फोकस अपने घर के स्टाइलिश बाथरूम पर है. हमारा फोकस तो हर घर नल से जल पहुंचाने पर है. 12 करोड़ लोगों को नल से जल दिया, हमारा फोकस गरीबों के घर बनाने पर है. पीएम मोदी के संबोधन के दौरान विपक्ष ने जोरदार नारेबाजी की, इस पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्ष को फटकार लगाई.
हमने पांच-पांच दशक तक गरीबी हटाओ के नारे सुने
लोकसभा में पीएम मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा, मैं आज जनता जर्नादन का आभार व्यक्त करना चाहता हूं. सदन में जिन लोगों ने भी इस चर्चा में हिस्सा लिया, मैं उन सभी का आभार व्यक्त करना चाहता हूं. पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि सदन में सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह की बातें हुईं. पीएम मोदी ने आगे कहा कि 21वीं सदी का 25 फीसदी हिस्सा बीत चुका है. राष्ट्रपति ने देश के सामने भविष्य के 25 साल की बात रखी. एक प्रकार से आदरणीय राष्ट्रपति जी का ये उद्बोधन विकसित भारत के संकल्प को मजबूती देने वाला है, नया विश्वास पैदा करने वाला है और जन-सामान्य को प्रेरित करने वाला है. पिछले 10 साल में 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर निकले. हम लोगों ने पांच-पांच दशक तक गरीबी हटाओ के नारे सुने. हमने गरीब को झूठे नारे नहीं दिए, सच्चा विकास दिया. हम जमीन से जुड़कर काम करते हैं, तो बदलाव होते ही हैं. अब तक गरीबों को चार करोड़ घर मिले हैं, जिन लोगों ने वो जिंदगी जी है वो जानते हैं कि पक्की छत मिलने का क्या मतलब होता है. आजादी के 75 साल के बाद देश में 16 करोड़ से ज्यादा घरों में नल का कनेक्शन नहीं था. हमारी सरकार ने 5 साल में 12 करोड़ परिवारों के घरों में नल-से-जल देने का काम किया है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-