शनि की कुंडली में इन भावों में बैठक और दृष्टि धन संकट देती

शनि की कुंडली में इन भावों में बैठक और दृष्टि धन संकट देती

प्रेषित समय :19:00:56 PM / Sun, Feb 23rd, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

29 मार्च से शनिदेव मीन राशि में आ रहे है कुंभ राशि से शनि के बदलने से शनि देव की दृष्टि भी बदली जाएगी,शनि महाराज की दृष्टि जिसे भाव में पड़ती है उस भाव के फलों का नाश होता है , इसलिए शनिदेव की दृष्टि दूसरे और लाभ भाव में नहीं होना चाहिए ये व्यक्ति को आर्थिक संकट देती है, यदि कुंडली में शनि देव पांचवें, आठवें और व्यय भाव मे बैठे होते है तो जातक आर्थिक रूप से कमजोर रहता है , ऐसे व्यक्ति का धन संचित नहीं हो पाता.

*इसी  प्रकार कुंडली में जब शनिदेव जब पांचवें , आठवें और बारहवें भाव से भ्रमण करते है तो आर्थिक संकट देते है बैंक बैलेंस खत्म कर देते है.
*2025 में शनि देव अप्रैल से मीन राशि में आयेंगे, शनिदेव मेष राशि वालों के लिए व्यय भाव से भ्रमण करेंगे, इससे मेष राशि वालों को धनी संकट का सामना करना पड़ेगा, खर्च में वृद्धि होगी और बैंक बैलेंस कम होगा.

*वृश्चिक  राशि वालों को मीन का शनि पंचम भाव से भ्रमण करेगा यह इसे राशि के लिए आर्थिक रूप से ठीक नहीं होगा, निवेश आदि में  विशेष लाभ नहीं होगा, बैंक बैलेंस कम होगा.
*सिह राशि वालो को भी आने वाले ढाई वर्ष में आर्थिक संकट का सामना करना पड़ेगा,कर्म क्षेत्र में रुकावट तथा बैंक बैलेंस में कमी रहेगी.
*शनि की इन दृष्टि के कुप्रभाव से बचने के लिए आपको. रामाश्रय लेना चाहिए, रामचरितमानस का पाठ करना चाहिए, परस्त्री चिंतन नहीं करना चाहिए, सुंदर कांड और हनुमंत भक्ति कार्नर चाहिए.

*पंडित चंद्रशेखर नेमा हिमांशु*(9893280184)
मां कामाख्या साधक, जन्म कुंडली विशेषज्ञ, वास्तु शास्त्री

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-