होली : रंगों और अंकों से सुधारिए तकदीर की तस्वीर!

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होली : रंगों और अंकों से सुधारिए तकदीर की तस्वीर!

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प्रेषित समय :18:03:47 PM / Tue, Mar 4th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

* होलिका दहन- 13 मार्च 2025, गुरुवार
* रंगवाली होली- 14 मार्च 2025, शुक्रवार
* पूर्णिमा तिथि प्रारम्भ- 13 मार्च 2025 को 10:35 बजे
* पूर्णिमा तिथि समाप्त- 14 मार्च 2025 को 12:23 बजे

हर व्यक्ति के जीवन में अंकों का बड़ा महत्व है... इसकी गणना करने के भी अलग अलग तरीके हैं लेकिन सबसे सही होता है लकी नंबर को लेकर स्वयं का अनुभव.
इसी तरह हर रंग किसी-न-किसी ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है इसलिए रंगों के सदुपयोग से शुभत्व की वृद्धि होती है.

वैसे एक से लेकर नौ तक के अंक अलग-अलग ग्रहों का प्रतिनिधित्व करते हैं तथा इनमें से कुछ कारक अंक होते हैं, कुछ अकारक और कुछ सम.
अंकों के अकारकत्व को कम करने के लिए अंकों का जोड़ बेहद उपयोगी है.

यदि किसी का पांच अंक लकी नंबर है तो वह किसी भी अंक के साथ जोड़ बिठा कर पांच के अंक में बदल सकता है... एक के अंक को पांच में बदलने के लिए चार को, दो को बदलने के लिए तीन को, तीन को बदलने के लिए दो को और चार को बदलने के लिए एक को  जोड़ना होगा, उसी तरह छह को पांच में बदलने के लिए आठ अंक, सात को बदलने के लिए सात अंक, आठ को बदलने के लिए छह अंक तो नौ को पांच में बदलने के लिए पांच अंक जोड़ना होगा... यह संयोग शुभत्व की वृद्धि करने में सहायक है.

ऐसे होगा उपयोग... यदि किसी पांच लकी अंक वाले को तीन अंक नहीं जमता है और उसे पीले रंग का शर्ट लेना है तो उसे ऐसा शर्ट लेना चाहिए जिसमें दो अंक का सफेद रंग भी साथ हो अर्थात सफेद धारी वाला पीला शर्ट, पीला-सफेद शर्ट.

इसी तरह वह गुरु की अंगुली में मोती धारण करके भाग्य वृद्धि कर सकता है!

कारक ग्रहों के रंगों का उपयोग लाभप्रद है तो अकारक ग्रहों के रंगों से दूरी से अशुभ प्रभाव में कमी होती है.

हर व्यक्ति के लिए लाभप्रद रंगों की जानकारी जन्म पत्रिका के कारक ग्रहों के सापेक्ष प्राप्त की जा सकती है तो नुकसानदायक रंगों की जानकारी अकारक ग्रहों के सापेक्ष प्राप्त की जा सकती है.
व्यक्ति अपने अनुभव के आधार पर भी रंगों की जानकारी प्राप्त कर सकता है.

पारदर्शी रंग संबंधित ग्रहों का प्रभाव बढ़ाते हैं तो अपारदर्शी रंग संबंधित ग्रहों का असर कम करते हैं जैसे लाल रंग का कांच जीवन में मंगल का प्रभाव बढ़ाता है तो घर की बाहरी दीवारों पर लाल रंग मंगल का असर कम करता है!

प्रमुख रूप से ग्रहों से संबंधित रंग इस प्रकार से हैं- सूर्य... ताम्रवर्ण, चन्द्र... सफेद, मंगल... लाल, बुध... हरा, गुरु... पीला, शुक्र... चमकीला सफेद/गुलाबी, शनि... काला, राहु... आसमानी, केतु... धुम्रवर्ण.

इन रंगों के मेल से बनने वाले रंग ग्रहों के संयुक्त प्रभाव को दर्शाते हैं!

-प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी, बॉलीवुड एस्ट्रो एडवाइजर (व्हाट्सएप- 8875863494)
 

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-