आज बात करते है शादी के बाद ही भाग्योदय किनका होगा और क्या शादी कर लेने के बाद ही भाग्योदय हो पायेगा, नौकरी अच्छी लग पाएगी, व्यापार अच्छा शुरू हो पायेगा आदि क्योंकि हम में से कुछ लोगो का भाग्य शादी से जुड़ा होता है ऐसी स्थिति में जितनी जल्दी शादी हो जाएगी उतना जल्दी भाग्योदय होगा साथ ही कब तक हो जाएगी शादी आदि .
अब समझते है शादी बाद भाग्योदय किनका होगा.
कुंडली का 9वा भाव भाग्य और भाग्योदय का है तो 7वा भाव शादी का है अब 9वे भाव और 9वे भाव स्वामी(भाग्य और भाग्य स्वामी) बलवान होकर, कोई राजयोग बनाकर, धन योग आदि अन्य शुभ स्थिति में शुभ बलवान 7वे भाव स्वामी(विवाह स्वामी ग्रह) से सबन्ध बनाकर कुंडली मे शुभ स्थिति में बैठा है तब शादी कर लेने के बाद ही भाग्योदय होगा क्योंकि यहाँ भाग्य भाव का सम्बब्ध राजयोग बनाकर शादी वाले भाव से बन गया है या बन रहा है तो जीवनसाथी की प्राप्ति के बाद, शादी हो जाने के बाद ही भाग्योदय हो पायेगा क्योंकि ऐसी स्थिति में भाग्य शादी से जुड़ जाता है.अब आगे, 7वे भाव स्वामी और 9वे भाव स्वामी का जितना ज्यादा से ज्यादा शुभ स्थिति में ,जितने ज्यादा से ज्यादा शुभ भाव मे कुंडली के सम्बन्ध बनेगा या बन रहा है उतना ही शानदार और अच्छा भाग्योदय, अच्छी नौकरी/अच्छा बिजनेस, अच्छी सफ़लता,अच्छी धन स्थिति, अच्छी लक्ज़री लाइफ आदि सम्बन्धी भाग्योदय होगा.अब कुछ उदाहरणो से समझते है शादी कर लेने या शादी हो जाने के बाद ही भाग्योदय किनका होगा, किनकी अच्छी नौकरी,व्यापार मिलेगा, सफलता ,धन-वैभव, आदि मिलकर भाग्योदय होगा और कौन करे जल्दी शादी और कब तक शादी होकर भाग्योदय हो जाएगा आदि.
उदाहरण_अनुसार_मेष_लग्न1:-
मेष लग्न में भाग्य स्वामी(9वे भाव स्वामी) गुरु बलवान होकर 7वे भाव स्वामी(विवाह भाव स्वामी)शुक्र से सम्बब्ध बनाकर बैठे है तब शादी होने से ही भाग्योदय होगा अब यहाँ 9वे भाव मे या 9वे भाव स्वामी गुरु से अन्य ग्रह जैसे मंगल चन्द्र सूर्य सम्बब्ध ज्यादा से ज्यादा शुभ स्थिति में बना रहे है तब बहुत बड़े स्तर पर भाग्योदय होगा शादी कर लेने के बाद, मकान, वाहन, धन, अच्छी कैरियर सफलता आदि के संम्बध में..
उदाहरण_अनुसार_धनु_लग्न2:-
धनु लग्न में 9वे भाव भाग्य स्वामी सूर्य बलवान होकर भाग्य स्वामी 7वे भाव स्वामी बुध से शुभ स्थिति में सम्बब्ध बनाकर बैठे है और बुध अस्त नही है तब शादी बाद भाग्योदय होगा, यहाँ भाग्य स्वामी सूर्य ज्यादा से ज्यादा शुभ भाव मे माना 5वे भाव मे है बुध सहित और यहाँ अन्य ग्रह भी शुभ स्थिति में सूर्य से या 9वे भाव से सम्बब्ध कर रहे है तब बहुत बड़े स्तर पर अच्छा भाग्योदय शादी कर लेने के बाद ही होगा, जितनी जल्दी शादी की जाएगी उतना जल्दी भाग्योदय कैरियर, धन, मकान वाहन, सफलता आदि को लेकर होगा.. उदाहरण_अनुसार_तुला_लग्न3:-
तुला लग्न में भाग्य स्वामी 9वे भाव स्वामी बुध बलवान होकर राजयोग बनाकर कोई, शुभ और बलवान स्थिति में कुंडली मे बैठे 7वे भाव स्वामी मंगल से सम्बंध बनाकर बैठे है तब शादी के बाद भाग्योदय होगा, ऐसी स्थिति में शादी जितनी जल्दी होगी उतना अच्छा भविष्य और भाग्य रहेगा..