नर्मदापुरम में एक प्रेमी जोड़े को पंचायत ने गांव से बाहर निकाल दिया. दोनों से एक-दूसरे को जूते-चप्पल की माला पहनवाई. इसके बाद गांव में जुलूस निकाला. पंचायत ने फरमान सुनाया कि कोई भी दोनों की मदद नहीं करेगा. जो भी सहानुभूति दिखाएगा उसके साथ भी यही किया जाएगा.
मामला काजरी गांव में 16 मार्च रविवार का है. इसके फोटो-वीडियो अब सामने आए हैं. शादीशुदा होने के बावजूद प्रेम करने पर पंचायत ने प्रेमी जोड़े को सजा दी है. काजरी में हुए घटनाक्रम को लेकर माखन नगर थाना प्रभारी हेमंत निशोद का कहना है कि उनके पास ऐसी कोई शिकायत नहीं आई है. न वीडियो की जानकारी है और न चप्पल की माला पहनाकर घुमाने की.
दोनों एक साथ रहने के लिए अड़े जानकारी के मुताबिक, एसटीआर (सतपुड़ा टाइगर रिजर्व) से विस्थापित हुए गांव काजरी के रहने वाले महिला और पुरुष पहले से ही शादीशुदा हैं. महिला के चार बच्चे हैं. इनमें बेटा 17 और बेटी 16 साल के हैं. पुरुष के भी दो लड़के और एक लड़की हैं. महिला और पुरुष दोनों साथ रह रहे थे. उनके अफेयर के बारे में आसपास के गांव को भी पता चला. फिर गांव बोरी, साकई, कजरी, बिरजी खापा, नानकोट के आदिवासी समाज और परिवार के लोग इक_ा हुए. समाज की पंचायत ने प्रेमी जोड़े को समझाया कि पहले से शादीशुदा हो, एक दूसरे को भूलकर अपने-अपने घर में परिवार के साथ रहना चाहिए.
करीब 1 घंटे चली पंचायत और समझाने के बावजूद दोनों मानने को तैयार नहीं थे. दोनों साथ रहने पर अड़े रहे. इसके बाद पंचायत ने उन्हें गांव से बाहर निकालने का निर्णय लिया. जूते-चप्पल की वरमाला करवाई गई. उनका जुलूस निकाला गया. इसके बाद दोनों गांव से चले गए.
गांव से बाहर रहेंगे, कोई नहीं करेगा बातचीत
एक ग्रामीण ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पंचायत ने निर्णय में सुनाया कि प्रेमी जोड़ा गांव से बाहर रहेगा. आसपास के आदिवासी समाज के लोग उनकी कोई मदद नहीं करेंगे. अगर कोई मदद करेगा तो उसे भी पंचायत के फैसले के खिलाफ माना जाएगा.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-