दिल्ली में पहली बार एक लाख करोड़ रुपए का बजट, यमुना सफाई, साफ पानी के लिए 9 हजार करोड़, 10 लाख तक इलाज फ्री, गरीबों को मुफ्ट लैपटॉप

दिल्ली में पहली बार एक लाख करोड़ रुपए का बजट

प्रेषित समय :14:25:22 PM / Tue, Mar 25th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

नई दिल्ली. दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता ने आज पहली बार 1 लाख करोड़ रुपए का बजट पेश किया. महिला समृद्धि योजना के लिए 5100 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है. इसके जरिए दिल्ली की महिलाओं को हर महीने 2500 रुपए दिए जाएंगे. यमुना व सीवेज की सफाई के लिए 9 हजार करोड़ रुपए का बजट है.

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने आयुष्मान योजना के लिए 2144 हजार करोड़ का बजट रखा है. केंद्र सरकार से 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज तो मिलेगा ही. साथ ही दिल्ली सरकार भी इसमें अपनी ओर से 5 लाख रुपए जोड़ रही है. यानी आयुष्मान योजना के तहत 10 लाख का इलाज मुफ्त मिलेगा. रेखा गुप्ता ने कहा कि केजरीवाल ने अपने फायदे के लिए आयुष्मान योजना दिल्ली में लागू नहीं होने दी. वे चाहते थे कि योजना में उनका भी नाम चलाया जाए ताकि उनका प्रचार हो. उनकी जिद के कारण दिल्ली वासियों को सालों तक योजना का लाभ नहीं मिला. रेखा गुप्ता ने मातृत्व वंदन परियोजना के लिए 210 करोड़ रुपए का प्रावधान किया. योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को एकमुश्त 21 हजार रुपए दिए जाएंगे. इसके अलावा दिल्ली में महिला सुरक्षा के लिए 50 हजार अतिरिक्त कैमरे लगाए जाएंगे.

गरीबों को मुफ्त लैपटॉप

गरीबों को मुफ्त लैपटॉप देंगे. 10वीं पास करने वाले 1200 बच्चों को दिया जाएगा. न्यू एरा ऑफ आंत्रप्रेन्योर प्रोग्राम के तहत 20 करोड़ रुपए का बजट है.
बच्चों को योग व मेडिटेशन से जोड़ा जाएगा

साइंस ऑफ लिविंग प्रोग्राम है, बच्चों को योग व मेडिटेशन से जोड़ा जाएगा. डेढ़ करोड़ रुपए का बजट रखा गया है. पिछली सरकारों में स्कूलों में आउट डेटेड कम्प्यूटर थे. हमने नई कम्प्यूटर लैब के लिए 50 करोड़ का फंड रखा है. स्मार्ट क्लासेस के लिए 100 करोड़ का फंड है.

शिक्षा में सुधार के लिए 100 करोड़ रुपए-

सीएम श्रीमती गुप्ता ने शिक्षा में सुधार के लिए 100 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है. हमारी सरकार पंडित मदन मोहन मालवीय विज्ञान शक्ति मिशन लागू करेगी. परीक्षाओं के लिए छात्रों को गाइड किया जाएगा. 100 स्कूलों में प्रयोगशालाएं खोली जाएंगी, सभी भाषाओं को सिखाया जाएगा. 21 करोड़ रुपए का प्रावधान इसके लिए किया गया है.
अस्पतालों के लिए 1000 करोड़ रुपए-
10-12 अस्पतालों को सही करने के लिए 1000 करोड़ रुपए का बजट रखा गया है. हर नागरिक को सुलभ, सस्ती व गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं देना हमारा लक्ष्य है. हर मरीज का रिकॉर्ड रखेंगे. कागजों पर अब भ्रष्टाचार नहीं होगा. प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार पर काम होगा.

हेल्थ-एजुकेशन फॉर ऑल-

हेल्थ व एजुकेशन फॉर ऑल, दोनों फील्ड में बहुत काम करने की जरूरत है. बीते वर्षों में न इलाज मिला, न बेहतर शिक्षा मिली. एजुकेशन मॉडल की बड़ी-बड़ी बातें अलग थीं लेकिन हकीकत किसी ओर दिशा में थी.  सरकारी अस्पतालों में काउंटर पर लंबी लाइनें होती हैं. सर्जरी के लिए महीनों इंतजार होता है. अल्ट्रा साउंड, डत्प्ए रेडियोलॉजी सुविधाओं का अभाव है. इनमें बड़े-बड़े अस्पताल हैं. 24 अस्पतालों में करोड़ों खर्च किए, न सिर है न पैर. स्वास्थ्य मंत्री जाते थे, बनी इमारत में 2 और फ्लोर बनवाते थे. 7 प्रोजेक्ट आनन-फानन बना दिए गए और आज यूटिलिटी उसकी जीरो है.

यमुना के लिए 500 करोड़, 40 डी सेंट्रलाइज्ड सीवेज प्लांट बनेंगे-

यमुना को साफ करना हमारी प्राथमिकता है. दिल्ली आज जल संकट, सीवेज के बहाव व प्रदूषित जलाशयों से जूझ रही है. पिछली सरकारों ने न दिल्ली की प्यास बुझाई और न जल संकट को दूर किया. यमुना हमारी मां है, आराध्य है और हमारी सांस्कृतिक धरोहर है. 500 करोड़ रुपए की लागत से 40 डी सेंट्रलाइज्ड सीवेज प्लांट होंगे ताकि कोई गंदा नाला उसमें न गिरे. सीवेज ट्रीटमेंट की क्षमता को बढ़ाएंगे. हमने 40 करोड़ की लागत से मॉडर्न मशीनरी खरीदने का प्रावधान रखा है. भारत सरकार से 2 हजार करोड़ की मदद भी मांगी है. सरकार ने दिया हैए कभी आप सरकार ने मांगा ही नहींए जो दिया उसका इस्तेमाल नहीं किया.

इमरजेंसी वाटर स्टोरेज के लिए 150 करोड़-

वाटर बॉडीज के पुर्नद्धार के लिए 50ए रेन वाटर हार्वेस्टिंग के लिए 50 व  इमरजेंसी वाटर स्टोरेज के लिए 150 करोड़ की राशि रखी है. पड़ोसी राज्यों से भी बात करेंगे ताकि वे पानी दें तो हम उसे लाने की व्यवस्था करेंगे.

दिल्ली में पहली बार ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट का आयोजन किया जाएगा
दिल्ली में पहली बार ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट का आयोजन किया जाएगा. कोशिश रहेगी की हर दो साल में इसे करेंगे. फाइलों में योजनाएं नहीं अटकेंगीए जमीन पर उद्योग फूले.फलेंगे. मोदीजी को मिले हर वोट का कर्ज उतारूंगी, दिल्ली की दीदी रेखा हूं, हर एक काम करके दिखाऊंगी.

दिल्ली को देश का सबसे बड़ा व्यापारिक केंद्र बनाएंगे

सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि दिल्ली कभी व्यापार, संस्कृति व औद्योगिक गतिविधियों का केंद्र थी. आज कुप्रबंधन की शिकार है. कोई अफसर जाकर व्यापारी को धमका देता है. अब हमने संकल्प लिया है कि देश का सबसे बड़ा व्यापारिक केंद्र बनाएंगे. हम नवाचारए औद्योगिक क्रांति की नींव रख रहे हैं. ये बजट नीतियों की घोषणा नहीं हैए, व्यापारियों, स्टार्टअप को सुविधाएं देने का रोड मैप है.

दिल्ली में गरीबों के लिए 100 जगह अटल कैंटीन खुलेंगी

सीएम गुप्ता ने कहा कि भोजन हर इंसान की बुनियादी जरूरत है. आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए दिल्ली में 100 जगहों पर अटल कैंटीन खुलेंगी. 100 करोड़ रुपए का बजट इसके लिए है. ये बजट दिल्ली को सुधारने का रोड मैप है. दिल्ली की सड़कें प्रगति की धमनियां और आर्थिक विकास की सड़कें बनेंगी.
 

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-