पलपल संवाददाता, भोपाल। एमपी की राजधानी भोपाल में राष्ट्र्रीय स्वास्थ्य मिशन मप्र के आतिथ्य में क्लिंटन फाउंडेशन के सहयोग से राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्नमूलन मिशन के लक्ष्य व उद्देश्यों को प्राप्त करने हेतु 20 आदिवासी एवं 13 पी एम जनमन जिलों के प्रतिभागियों ने राज्य स्तरीय प्रशिक्षण में सहभागिता की। प्रशिक्षण में मास्टर प्रशिक्षकों द्वारा सिकल सेल एनीमिया स्क्रीनिंगए परामर्श एवं जागरूकता पर सत्र लिए गए। विशेषज्ञों द्वारा उपचार एवं प्रबंधन के बारे में प्रतिभागियों को अवगत कराया एवं जिलों में हो रहे नवाचार की जानकारी साझा की ।
लेफ्टिनेंट डॉ चंद्र बहादुर सिंह दागी एनसीसी निदेशालय एमपी व सीजी के नोडल हेड के रूप में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा 3 अप्रैल 2025 को सिकल सेल रोग जागरूकता व परामर्श के लिए राज्य स्तरीय प्रशिक्षण में आमंत्रित किए गए थे। उन्होंने एनसीसी कैडेटों को सिकल सेल मित्रा के रूप में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के लिए प्रस्तावित किया। जो राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राथमिकताओं और एनसीसी की सेवा परंपरा के साथ संरेखित है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि एनसीसी की विस्तृत पहुंच व बुनियादी ढांचे का लाभ उठाकर मध्य प्रदेश में सिकल सेल रोग के उन्मूलन में महत्वपूर्ण योगदान दिया जा सकता है। इस प्रस्ताव का उद्देश्य मध्य प्रदेश के सभी आदिवासी जिलों में एनसीसी कैडेटों को सिकल सेल मित्रा के रूप में नामित करना हैए जिससे वे सिकल सेल रोग के बारे में जागरूकता बढ़ाने और इसके उन्मूलन की दिशा में समर्थन करने में सक्रिय भूमिका निभा सकें। एनसीसी निदेशालय एमपी-सीजी ने पहले ही सिकल सेल उन्मूलन कार्यक्रम को एनएचएम के साथ सामाजिक सेवा व सामुदायिक विकास गतिविधियों के हिस्से के रूप में शुरू किया है। इस कार्यक्रम के लिए नोडल निदेशालय के रूप में कार्य करेगा। नोडल हेड ने बताया कि एमपी-सीजी निदेशालय ने अपने मौजूदा सामुदायिक विकास गतिविधियों में सिकल सेल उन्मूलन कार्यक्रम को एकीकृत करके महान दूरदर्शिता का प्रदर्शन किया है। एनसीसी के संसाधनों और बुनियादी ढांचे का उपयोग करकेए इस पहल को क्षेत्र में व्यापक रूप से विस्तारित और दोहराया जा सकता है। एनसीसी कैडेट नेटवर्क की विशाल ताकत ग्रामीण व वंचित क्षेत्रों तक पहुंचने जागरूकता बढ़ाने व बड़े पैमाने पर बदलाव लाने का अवसर प्रदान करती है।
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-