भोपाल. पश्चिम मध्य रेलवे के भोपाल रेल मंडल के भोपाल स्थित क्रू लॉबी में फोरमैन एवं मान्यता प्राप्त संगठन के दबाव के चलते इनके खासमखास लोको पायलट एवं एएलपी बगैर रिफ्रेसर कोर्स व लर्निंग के काम कर रहे हैं, जिसकी शिकायत वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन ने पश्चिम मध्य रेलवे के महाप्रबंधक से की है.
प्रकरण- 1
यूनियन द्वारा भोपाल लॉबी में चल रही अनियमितताओं एवं मेन पावर के दुरुपयोग से आपको अवगत कराया गया था लेकिन आज दिनांक तक भी उपरोक्त विषय में कोई कार्यवाही नहीं की गई जिससे वहां रनिंग स्टाफ में रोष व्याप्त है. भोपाल मुख्यालय के रनिंग स्टाफ ने सामूहिक प्रतिवेदन के माध्यम से पुन: यूनियन को अवगत कराया है कि लोको पायलट कमलेश परिहार अधीन लोको फोरमैन भोपाल का ए. एल. एफ के रूप में ड्राफ्टेड के रूप में कार्यकाल जुलाई 2023 में समाप्त हुआ था इसके बाद इन्हें एक वर्ष का कार्यकाल बढ़ाया गया था जो अक्टूबर 2024 में समाप्त हो चुका है.
कर्मचारी को रिफ्रेशर करा दिया गया है एवं मूल कार्य इनके स्थान पर अन्य ए. एल. एफ की पोस्टिंग भी कर दी गई है लेकिन इन्हें अभी तक अपने कार्य पर नहीं भेजा गया है क्योंकि इनकी लोको हैण्डलिंग एवं रोड़ लर्निंग अपूर्ण है तथा लोको फोरमैन भोपाल मनमाने रूप से इनका पक्ष लेकर इन्हें जानबूझ कर लाईन पर नहीं भेज रहे है. अभी इनका नाम 07.04.2025 से लोको हैंडलिंग में रखा गया था लेकिन इन्होने सिक कर दी एवं हैंडलिंग के लिए नहीं जा रहे है. इनको इस प्रकार से एकतरफा लाभ देने से अन्य रनिंग स्टाफ में रोष व्याप्त है.
प्रकरण-2
इसी तरह सहायक लोको पायलट प्रवीण अवस्थी को लोको फोरमेन भोपाल द्वारा नियम विरूद्ध तरीके से लाभ पहुंचाया जाता है एवं मनमाने तरीके से ड्यूटी कराई जाती है. प्रवीण अवस्थी को 15.09. 2024 से 22.09.2024 को भोपाल से भुसावल तक रोड लर्निंग दी गई थी लेकिन इनको लोको फोरमैन भोपाल द्वारा 3 माह तक इस खण्ड में एक भी गाड़ी नहीं लगाई जिससे इनकी रोड़ लर्निंग डयू हो गई. इस प्रकार की मनमानी से ना केवल मेन पावर का दुरुपयोग होता है एवं अन्य कर्मचारियों पर भी कार्य का दबाव बढ़ता है. इस प्रकार से अनावश्यक रूप से एलआरडी ड्यू करवाने पर लोको फोरमैन भोपाल एवं संबंधित कर्मचारी पर कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जानी चाहिए, जिससे इस प्रकार की अनुशासनहीनता पर रोक लग सके .