भोपाल रेलवे अस्पताल में अंधेरगर्दी, बीमार रेलकर्मियों को नहीं दे रहे सिक, सीएमएस के चहेते कर रहे मौज

भोपाल रेलवे अस्पताल में अंधेरगर्दी, बीमार रेलकर्मियों को नहीं दे रहे सिक, सीएमएस के चहेते कर रहे मौज

प्रेषित समय :20:08:57 PM / Tue, Apr 22nd, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

भोपाल. पश्चिम मध्य रेलवे भोपाल स्थित अस्पताल इन दिनों यह कहावत पूरी चरितार्थ हो रही है- अंधा बांटे रेवड़ी, चीन्ह-चीन्ह कर देय. यानी यहां के जो मुखिया (सीएमएस) हैं, उन्हेें कौन रेल कर्मचारी बीमार है, उसे सिक पर लेना है या नहीं, या फिर स्वस्थ कर्मचारी है तो उसे किस तरह से सिक का लाभ देना है. सीएमएस की कार्यप्रणाली से बड़ी संख्या में कर्मचारी परेशान हो रहे हैं.

बताया जाता है कि भोपाल रेलवे अस्पताल के हाल बेहाल हैं. इन गर्मी के दिनो में जहां ट्रेन संचालन का जबर्दस्त दबाव बना हुआ है. रेल प्रशासन ने बाहरी चिकित्सकों से सिक लगाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा रखा है. खासकर रनिंग स्टाफ पर खास ध्यान दिया जा रहा है. किंतु यहां पर जबर्दस्त भ्रष्टाचार मचा हुआ है. दलालों के माध्यम से बिलकुल फिट लोगों को तो सिक पर भेजा जा रहा है, जो बाहर घूम फिर रहे हैं, लेकिन जो लोग सही में अस्वस्थ हैं, उन्हें सिक पर नहीं लिया जा रहा है. उन्हें बीमारी की हालत में भी काम करने मजबूर होना पड़ रहा है.

जब से सीएमस डोंगरा बने, तब से हालत खराब

सूत्रों के मुताबिक जबलपुर रेलवे अस्पताल से नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. डोंगरा पदोन्नति पर भोपाल के रेलवे अस्पताल पहुंचे हैं, तब से इस रेलवे अस्पताल के हाल-बेहाल हो चुके हैं. मरीजों को न तो समय पर उपचार मिल पा रहा है और न ही दवाइयां. यही नहीं सिक-फिट में लंबा खेल चल रहा है. कुछ पीडि़़तों ने इस मामले की शिकायत पश्चिम मध्य रेलवे की महाप्रबंधक से करने का निर्णय लिया है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-