जबलपुर. दमोह स्टेशन के समीप रविवार की दोपहर पार्सल ट्रेन के तीन डिब्बों के पटरी से उतरने के मामले में रेलवे के ही इंजीनियरिंग व मैकेनिकल विभाग के बीच टकराव बढ़ गया है. घटना के कारणों का पता लगाने के लिए दुर्घटनाग्रस्त हुए तीनों डिब्बों को जबलपुर के कोचिंग डिपो लाया गया है. जहां पर इंजीनियरिंग व मैकेनिकल विभाग के अधिकारी इस घटना का ठीकरा एक-दूसरे पर फोडऩे में बुधवार को दिन भर लगे रहे. इस दौरान मैकेनिकल विभाग के एक सुपरवाइजर और इंजीनियरिंग विभाग की एक अधिकारी मैडम के बीच भी बहस होती रही.
ज्ञात हो कि रविवार 20 अप्रैल की दोपहर 2.15 बजे के लगभग दमोह में बीना की ओर जा रही एक पार्सल ट्रेन के तीन डिब्बे अचानक पटरी से उतर गये. इस घटना से जहां रेलवे को आर्थिक नुकसान पहुंचा, वहीं ट्रेनें भी देरी से चलती रही. लगभग 15 घंटे बाद इस ट्रैक पर यातायात बहाल किया जा सका.
जांच कमेटी ने जांच शुरू की
बताया जाता है कि इस घटना के कारणों की जांच के लिए पटरी से उतरे तीनों डिब्बों को जबलपुर लाया गया, जहां रेल कोचिंग डिपो में तीन विभागों सेफ्टी, इंजीनियरिंग व मैकेनिकल विभाग के अफसरों की टीम पूरे लाव-लश्कर के साथ मौजूद रही. डिब्बों की बारीकी से जांच की जाती रही.
मैकेनिकल-इंजीनियरिंग विभाग के अफसर ही आपस में भिड़े
बताया जाता है कि इस घटना को रेलवे बोर्ड ने काफी गंभीरता से लिया है, जिसके चलते कोई भी विभाग घटना का दोषी नहीं बनना चाहता. यही कारण था कि दोपहर में मैकेनिकल-इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारी, सुपरवाइजर्स एक-दूसरे के विभाग पर हादसे का ठीकरा फोड़ने में जुटे रहे.
जमकर हुई तकरार, अपशब्दों से मामला गरमाया
बताया जाता है कि एक दूसरे विभाग पर ठीकरा फोड़ने के दौरान मैकेनिकल विभाग के एक सुपरवाइजर ने गरमागरमी मेें कुछ अपशब्द भी बोले, जिसके बाद इंजीनियरिंग विभाग की एक अधिकारी मैडम को जानकारी लगी तो वे भी जमकर भड़क गई. इस दौरान दोनों विभागों के अधिकारियों के बीच जमकर तनातनी की स्थिति बनी रही. देर शाम तक जांच टीम अपने काम में लगी रही.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-