पलपल संवाददाता, दमोह. एमपी के दमोह स्थित मिशन अस्पताल में हुई सात मौत के मामले में आरोपी फर्जी डाक्टर नरेन्द्र यादव उर्फ एन जॉन केम की पुलिस रिमांड 17 अप्रेल तक बढ़ा दी गई है. वहीं कोर्ट ने आरोपी की जमानत याचिका खारिज कर दी है.
आरोपी पक्ष के अधिवक्ता सचिन नायक का कहना है कि उन्होने अपने पक्षकार की जमानत के लिए आवेदन दिया था. इसके साथ ही रिमांड अवधि बढ़ाए जाने पर आपत्ति की थी, लेकिन न्यायाधीश ने उनकी दलील को नहीं माना. अब मामले में एसआईटी पूछताछ के बाद 17 अप्रेल को आरोपी डाक्टर को न्यायालय में पेश किया जाएगा. दूसरी ओर शासन की ओर से पैरवी कर रहे एडीपीओ संजय रावत ने बताया कि उन्होने न्यायालय से मांग की थी कि आरोपी डाक्टर की रिमांड अवधि बढ़ाई जाए ताकि पुलिस व एसआईटी पूछताछ कर सके.
गौरतलब है कि ये मामला अब राष्ट्रीय नहीं बल्कि अंर्तराष्ट्रीय स्तर तक पहुंच गया है. क्योकि अन्य जगह भी डाक्टर के होने की बात सामने आई है, जिसके चलते अब इन सारी जगहों से भी साक्ष्य जुटाने के प्रयास शुरु कर दिए गए है. कोर्ट ने शासकीय अधिवक्ता के तर्क से सहमत होते हुए रिमांड अवधि बढ़ा दी है.
ऐसे हुआ फर्जी डाक्टर का पर्दाफाश-
खबर है कि कृष्णा पटेल नाम के व्यक्ति ने हार्ट सर्जरी के नाम पर फर्जीवाड़े का आरोप लगाते हुए शिकायत मानव अधिकार आयोग से की थी. उन्होंने ऑपरेशन करने वाले डॉ नरेंद्र यादव उर्फ नरेंद्र जॉन केम की शिकायत में ये भी कहा है कि उनकी पहचान भी फर्जी है. उसके आधार कार्ड पर भी जर्मनी के डॉक्टर के पिता का नाम और पता लिखा है. इसके बाद डाक्टर के फर्जी होने की बात सामने आई और परत दर परत हकीकत सामने आने लगी.
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