पलपल संवाददाता, जबलपुर। एमपी के जबलपुर स्थित देवताल पहाड़ी पर हुई युवती लक्ष्मी अहिरवार की हत्या के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने मामले में आरोपी अब्दुल समद को गिरफ्तार कर लिया है, जिसने नागपुर से आकर युवती की हत्या की है। अब्दुल समद निवासी प्रयागरराज से युवती द्वारा बात नही की जा रही थी, जिसके चलते वह गुस्साया रहा।
पुलिस के अनुसार खजुराहो में रहने वाली युवती लक्ष्मी उम्र 18 वर्ष अपने परिवार के साथ नागपुर (महाराष्ट्र) काम करने के लिए गई थी। लक्ष्मी जहां पर काम करती रही, उसकी बिल्डिंग में अब्दुल भी पानी सप्लाई करता रहा। इस दौरान अब्दुल समद की दोस्ती हो गई। फरवरी में काम खत्म होने के बाद जब लक्ष्मी खजुराहो लौट रही थी। इस दौरान अब्दुल ने उसे 10 हजार का मोबाइल गिफ्ट किया। इसके बाद दोनों के बीच फोन पर बातचीत होती रही, पांच मई तक सबकुछ ठीक रहा। इसके बाद लक्ष्मी ने बातचीत करना बंद कर दिया। अब्दुल समद जब भी फोन करता तो लक्ष्मी फोन काट देती थी। फिर कॉल उठाना बंद कर दिया। इस बात से अब्दुल आक्रोशित हो गया। उसने लक्ष्मी की हत्या की साजिश रच ली। अब्दुल नागपुर से शुक्रवार को सुबह जबलपुर आया, इसके बाद लक्ष्मी को फोन किया। जैसे ही युवती ने फोन उठाया तो अब्दुल ने कहा कि वह अंतिम बार मिलना चाहता है, कहां पर मुलाकात हो सकती है। लक्ष्मी ने अब्दुल को दोपहर 12 बजे देवताल की पहाड़ी पर बुलाया। अब्दुल के देवताल पहाड़ी पर पहुंचने पर लक्ष्मी परिजनों से शौच का बहाना कर पहुंच गई। यहां पर दोनों के बीच बातचीत के दौरान विवाद हो गया। विवाद बढ़ते ही लक्ष्मी जैसे ही शोर मचाते हुए जाने लगी तभी अब्दुल ने चाकू निकालकर हमला कर दिया। हमला होते ही लक्ष्मी गिर गई, इसके बाद अब्दुल ने पेट में चाकू मारकर हत्या कर दी। इसके बाद वह पहाड़ी के रास्ते भाग निकला। काफी देर तक लक्ष्मी नहीं लौटी तो परिजन तलाश करते हुए पहुंचे तो देखा कि वह खून से लथपथ मृत हालत में पड़ी है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर आरोपी की तलाश शुरु कर दी। इस दौरान पुलिस ने लक्ष्मी के मोबाइल के कॉल रिकार्ड निकलवाए तो पता चला कि अब्दुल समद निवासी प्रयागराज से उसकी बातचीत हो रही। पुलिस ने अब्दुल समद को उसकी मोबाइल की लोकेशन ट्रेस करते हुए जबलपुर से गिरफ्तार कर लिया। हत्या की वारदात का खुलासा करने में गढ़ा थाना प्रभारी प्रसन्न शर्मा, एसआई आशा माहोरे, योगेन्द्र सिंह, आरक्षक अश्विनी द्विवेदी, संतोष जाट, शैलेंद्र पटवा, बालमुकुंद व साइबर सेल की टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
खजुराहो से परिवार सहित मार्च में जबलपुर आई थी युवती-
छतरपुर के खजुराहों में रहने वाली युवती लक्ष्मी अपने माता-पिता, भाई व भाभी के साथ 20 मार्च को जबलपुर आई थी। इसके बाद लक्ष्मी परिवार सहित देवताल में निर्माणाधीन मंदिर में काम करती रही। लक्ष्मी के बात करने के बाद आरोपी अब्दुल समद भी देवताल पहुंच गया था। यहां पर बातचीत के दौरान अब्दुल समद ने चाकू से गला व पेट पर हमला कर हत्या कर दी।
होटल में छिपा रहा आरोपी-
पुलिस को पूछताछ में पता चला कि आरोपी अब्दुल समद हत्या करने के बाद जबलपुर के ही एक होटल में दो दिन तक रुका रहा। इस दौरान वह बार-बार अपनी लोकेशन बदलता रहा। इसके बाद अब्दुल नागपुर भागने की योजना बना रहा था तभी पुलिस ने की लोकेशन टे्रस करते हुए देर रात अंधमूक बायपास पहुंच गई। जहां पर अब्दुल को पकड़ लिया, अब्दुल यहां पर खड़े होकर बस के आने का इंतजार कर रहा था।




