रेलवे में नौकरी लगाने के नाम पर ठगी, रेलवे अस्पताल में मेडिकल, ट्रेनिंग, पमरे मुख्यालय से जुड़े तार

रेलवे में नौकरी लगाने के नाम पर ठगी, रेलवे अस्पताल में मेडिकल

प्रेषित समय :15:18:57 PM / Sun, May 18th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

कोटा/जबलपुर. पश्चिम मध्य रेलवे के कोटा रेल मंडल में नौकरी के नाम पर एक महिला से ढाई लाख रुपए ठगने का मामला सामने आया है. महिला की रिपोर्ट पर कोटा जीआरपी मामले की जांच कर रही है. खास बात यह है कि आरोपियों ने पहले तो रेलवे अस्पताल में मेडिकल जांच कराई, उसके बाद डीआरएम ऑफिस में महिला की ट्रेनिंग भी कराई गई है. सूत्रों के मुताबिक इस ठगी के तार पश्चिम मध्य रेलवे मुख्यालय तक जुड़े बताये जाते हैं.

अपनी रिपोर्ट में मध्य प्रदेश छिंदवाड़ा निवासी आरती नाम की इस महिला ने बताया कि पिछले दिनों उसके पास एक कॉल लेटर आया था. इस पर दिए गए नाम पते पर संपर्क करने पर उसे रेलवे में नौकरी लगने की जानकारी दी गई. इसके बाद उसे कोटा बुलाया गया. यहां डीआरएम ऑफिस में उसे एक अलग कमरे में परीक्षा दिलवाई गई. इसके कुछ दिन बाद यहां यहां रेलवे अस्पताल में उसका मेडिकल करवाया गया. इसके बाद डीआरएम ऑफिस में उसकी 7 दिन की ट्रेनिंग भी करवाई गई. इस दौरान जल्द नौकरी लगने का लालच देकर  कुछ लोगों ने उससे ढाई लाख रुपए ऐंठ लिए. इसके बाद इन लोगों ने उससे जल्द ही पोस्टिंग लेटर दिलवाने की बात कही.

आरती ने बताया कि इसके बाद वह अपने घर चली गई. जब काफी दिनों तक पोस्टिंग लेटर नहीं आया तो उसने इन लोगों से संपर्क करने की कोशिश की. पर काफी प्रयास के बाद भी उसकी किसी से भी बात नहीं हो सकी. इसके बाद ठगी का एहसास होने पर आरती ने कोटा जीआरपी में मामले की धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई.
रिपोर्ट दर्ज होने के बाद जीआरपी गुरुवार 17 मई को आरती को लेकर डीआरएम ऑफिस पहुंची. यहां पर जीआरपी ने आरती से ट्रेनिंग और परीक्षा देने वाली जगह सहित आरोपियों की पहचान कराने की भी कोशिश की. एक महिला को साथ लेकर भारी पुलिस की कारवाई देख डीआरएम ऑफिस में हड़कंप मच गया.

 रेलवे अस्पताल जांच करने पहुंची पुलिस

इसके बाद जीआरपी आरती को लेकर रेलवे अस्पताल भी पहुंची. यहां पर भी जीआरपी ने आरती से मेडिकल होने वाली जगह की पहचान करवाई साथ ही मेडिकल करने वाले कर्मचारियों को भी पहचानने को कहा. हालांकि जीआरपी फिलहाल मामले का खुलासा करने से बच रही है.

पमरे मुख्यालय अधिकारी के हस्ताक्षर

आरती को मिले कॉल लेटर में पश्चिम-मध्य रेलवे जबलपुर मुख्यालय के एक बड़े अधिकारी के हस्ताक्षर होने की जानकारी सामने आ रही है. लेकिन यह हस्ताक्षर नकली हो सकते हैं. उल्लेखनीय है कि इस अधिकारी का नाम पिछले दिनों सामने आए दो महिलाओं के डमी कैंडिडेट की जगह नौकरी लगने के मामले में भी सामने आया था.

कई लोग ठगी का हुए शिकार

सूत्रों ने बताया कि इस मामले में एक से अधिक लोग ठगी का शिकार हो सकते हैं. हालांकि अभी तक एक के अलावा कोई अन्य मामला सामने नहीं आया है. लेकिन इस एक मामले के सामने आने के बाद अन्य मामलों का भी जल्द ही पता लगने की उम्मीद है.

सूत्रों ने बताया कि यह पूरा मामला किसी बड़े रैकेट द्वारा संचालित हो सकता है. इसमें कई बड़े रेल अधिकारी भी शामिल हो सकते हैं. यह संभावना इसलिए जताई जा रही है कि डीआरएम ऑफिस में फर्जी तरीके से परीक्षा  और 7 दिन तक ट्रेनिंग भी हो जाती है. लेकिन किसी को कानों कान तक खबर नहीं होती. जबकि डीआरएम ऑफिस के दोनों प्रवेश द्वार पर आरपीएफ मौजूद रहती है और जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे भी लगे हुए हैं.
 
एक साल में दूसरा मामला

उल्लेखनीय की कोटा मंडल में फर्जी भर्ती का एक साल में यह दूसरा मामला सामने आया है. इससे पहले डमी कैंडिडेट के जरिए दो महिलाओं की नौकरी लगने का मामला भी सामने आया था. रेलवे ने इन दोनों महिलाओं को नौकरी से बर्खास्त कर दिया है साथ ही दो कर्मचारियों को पिछले कई महीनो से निलंबित भी कर रखा है. मामले की जांच सीबीआई कर रही है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-