अभिमनोज
बॉम्बे हाईकोर्ट ने पैरेन्स पेट्रिए के तहत दो पुत्रियों को उनके बुजुर्ग पिता का अभिभावक नियुक्त किया है, जो दिल का दौरा पड़ने के बाद दिमागी चोट के कारण बिस्तर पर हैं और अपनी देखभाल स्वयं नहीं कर सकते हैं.
खबरें हैं कि.... वर्ष 2024 में दिल का दौरा पड़ने के कारण उक्त बुजुर्ग को दिमागी चोट लगी, जिसके कारण दिमाग को ऑक्सीजन और खून की आपूर्ति नहीं हुई, इसके बाद वह आधे बेहोशी की हालत में बिस्तर पर हैं, इस मामले में अदालत से अनुरोध किया गया था कि- पिता की देखभाल के लिए पुत्रियों को अभिभावक नियुक्त किया जाए, क्योंकि वह न तो बात कर सकते हैं और न ही अपनी रोजमर्रा की जरूरतों पूरा कर सकते हैं.
खबरों की मानें तो.... जस्टिस अभय आहूजा की बेंच ने अपने आदेश में कहा है कि- ऐसी परिस्थितियों में अदालत मूकदर्शक बनकर नहीं रह सकती.
अदालत ने यह पाया कि- बुज़ुर्ग मानसिक रोग से पीड़ित हैं और स्वयं की देखभाल नहीं कर सकते हैं, यही नहीं, वह अपनी संपत्ति संभालने में भी अक्षम हैं, लिहाजा अदालत ने पुत्रियों को उनका अभिभावक नियुक्त किया है.
इस मामले में जस्टिस आहूजा का कहना है कि- जीवन की ऐसी वास्तविक स्थितियों में अदालतें चुप नहीं रह सकतीं हैं और पैरेन्स पेट्रिए.... ऐसा कानूनी सिद्धांत जिसमें अदालत उन लोगों की रक्षा करती है, जो अपनी रक्षा नहीं कर सकते, के अधिकार का उपयोग करती हैं!
Court News: पैरेन्स पेट्रिए.... बॉम्बे हाईकोर्ट ने पुत्रियों को नियुक्त किया बुजुर्ग पिता का अभिभावक!
प्रेषित समय :20:49:49 PM / Wed, May 21st, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर