कांपा पाकिस्तान, F-16 और JF-17 जेट्स के परखच्चे उड़े, भारत के ऑपरेशन सिंदूर ने डाला असर

कांपा पाकिस्तान, F-16 और JF-17 जेट्स के परखच्चे उड़े, भारत के ऑपरेशन सिंदूर ने डाला असर

प्रेषित समय :13:31:24 PM / Fri, May 23rd, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

नई दिल्ली. भारत द्वारा 7 मई 2025 को किए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान वायुसेना को भारी सैन्य और आर्थिक झटका लगा है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर सामने आई एक विस्तृत रिपोर्ट के मुताबिक, भारत ने इस सैन्य कार्रवाई में पाकिस्तान के आठ एफ-16 और चार जेएफ-17 लड़ाकू विमानों के साथ-साथ कई महंगे एयरबेस और ग्राउंड सिस्टम को तबाह कर दिया.

बता दें कि इस रिपोर्ट में ओपन सोर्स इंटेलिजेंस, कमर्शियल सैटेलाइट इमेजरी और विशेषज्ञ विश्लेषण के आधार पर पाकिस्तान को हुए नुकसान का पूरा मूल्यांकन पेश किया गया है. इसमें बताया गया है कि एयर और ग्राउंड दोनों स्तरों पर पाकिस्तान को गंभीर झटका लगा, जिससे उसे कुल मिलाकर 3.35 अरब डॉलर से ज्यादा का घाटा हुआ.

हवाई ताकत पर करारा प्रहार

रिपोर्ट के अनुसार, ऑपरेशन में चार एफ-16 ब्लॉक 52डी लड़ाकू विमान हवा में गिराए गए, जिनकी कीमत लगभग 349.52 मिलियन डॉलर रही. इसके अलावा, 93 मिलियन डॉलर का साब 2000 एईडबलूएंडसी विमान, 35 मिलियन डॉलर का आईएल-78 टैंकर, और 36 मिलियन डॉलर के छह बायरकटर टीबी2 यूसीएवी भी नष्ट कर दिए गए.

जमीन पर तबाही और बुनियादी ढांचे का नुकसान

बताते चले कि ग्राउंड ऑपरेशन में चार अतिरिक्त एफ-16 जेट्स और 40 मिलियन डॉलर का सी-130 एच हरक्यूलिस ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट भी तबाह हुआ. इसके साथ ही, एचक्यू-9 एसएम सिस्टम, दो मोबाइल कमांड सेंटर और कई प्रमुख रडार और कंट्रोल यूनिट्स को निशाना बनाकर करीब 599.52 मिलियन डॉलर का नुकसान पहुंचाया गया.

लड़ाई की लागत - हर दिन 25 मिलियन डॉलर का खर्च

वहीं, 29 दिनों के संघर्ष के दौरान पाकिस्तान द्वारा किए गए फाइटर पेट्रोल और ड्रोन मिशनों पर लगभग 1.61 अरब डॉलर की लागत आई. वहीं, बेस की मरम्मत और इंफ्रास्ट्रक्चर डैमेज पर अलग से करीब 225 मिलियन डॉलर का खर्च आया.

इसके अलावा, एफ-16, एईडबलूएंडसी और रडार बेस जैसी अहम संपत्तियों के नुकसान ने पाकिस्तान की हवाई युद्ध क्षमता को गंभीर रूप से कमज़ोर किया है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठान ने अब तक इस नुकसान की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की है, लेकिन विशेषज्ञ रिपोर्ट को काफी गंभीरता से ले रहे हैं.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-