पलपल संवाददाता, जबलपुर. एमपी के जबलपुर स्थित शहीद स्मारक में आयोजित जयहिंद सभा में पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि सीजफायर की शर्ते स्पष्ट रुप से सार्वजनिक क्यों नहीं की गई. क्या अमेरिका के राष्ट्रपति के कहने पर भारत ने सीजफायर घोषित किया. वहीं कमलनाथ बोले कि मध्यप्रदेश आज झूठ, भ्रष्टाचार, महिला अपराध व किसान विरोधी नीतियों की राजधानी बन गया है.
छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम श्री बघेल ने आगे कहा कि सेना देश की है किसी पार्टी की नहीं बल्कि पूरे देश की होती है, उनके पराक्रम पर कोई सवाल नहीं है, सवाल सरकार की मंशा व फैसलों की पारदर्शिता पर है. उन्होंने आरोप लगाया कि पहलगाम में मारे गए चार आतंकियों की अब तक पहचान सरकार क्यों नहीं कर पाई. आखिर ऐसी क्या मजबूरी है कि 56 इंच का सीना दिखाने वाले अब अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के दबाव में काम कर रहे हैं. श्री बघेल ने शिमला समझौते का हवाला देते हुए कहा कि उसमें स्पष्ट लिखा है कि भारत और पाकिस्तान के बीच के मुद्दों में कोई तीसरा पक्ष दखल नहीं देगा. बघेल ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने पाकिस्तान से लड़कर बांग्लादेश बनवाया था.
आज देश की स्थिति क्या है यह पूरे देश के सामने है. वहीं पूर्व सीएम कमलनाथ बोले इतनी बड़ी संख्या में आप लोग आए हैं, जिससे ये साबित होता है कि आपको सेना पर गर्व है. जबलपुर का गौरव है कि यहां गोला और बारूद बनते है. उन्होंने कहा मैंने 1971 का बांग्लादेश युद्ध देखा है. इंदिरा गांधी ने उस समय अमेरिका के दबाव को भी नजरअंदाज कर मजबूत फैसले लिए थे. उन्होने कहा कि आज बेरोजगारी सबसे बड़ी चिंता है, यदि हमारे नौजवानों का भविष्य ही अंधेरे में रहा तो प्रदेश का निर्माण कैसे होगा. जयहिंद सभा में प्रियंका गांधी व राहुल गांधी के शामिल होने की उम्मीद की जा रही थी लेकिन अंतिम पलों में उनका दौरा कार्यक्रम रद्द हो गया.
शौर्य स्मारक पहुंचकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी-
जय हिंद सभा में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा व सज्जन सिंह वर्मा सहित कई नेता मौजूद रहें. कार्यक्रम की शुरुआत से पहले भूपेश बघेल व जीतू पटवारी ने शौर्य स्मारक पहुंचकर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की. वहीं दिग्विजय सिंह ने मंच से दूरी बनाते हुए आमजनों के बीच बैठकर सभा में हिस्सा लिया.
आम लोगों के बीच बैठे पूर्व CM दिग्विजयसिंह-
एमपी के पूर्व सीएम दिग्विजयसिंह मंच छोड़कर आमजन व कार्यकर्ताओं के बीच बैठे रहे. पूर्व मंत्री और विधायक लखन घनघोरिया ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से मंच पर चलने का आग्रह किया, लेकिन दिग्विजय सिंह ने वहीं वरिष्ठ नागरिकों के बीच बैठना पसंद किया. गौरतलब है कि ग्वालियर के एक कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को मंच पर जगह नहीं मिली थी. तब उन्होंने सार्वजनिक रूप से ऐलान किया था कि अब वे किसी भी मंच पर नहीं बैठेंगे.
सेवानिवृत मेजर जनरल ने मंत्री विजय शाह पर उठाए सवाल-
कार्यक्रम के दौरान रिटायर्ड मेजर जनरल श्याम श्रीवास्तव ने मंत्री विजय शाह की आलोचना करते हुए कहा कि उनके द्वारा दिए गए बयान बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण हैं. उन्होंने कहा कि सरकार को इस मामले में अब तक कड़ी कार्यवही करना चाहिए थी, लेकिन केवल हाईकोर्ट ने ही मंत्री विजय शाह पर संज्ञान लिया है. उन्होने कहा कि मध्य प्रदेश में लगभग 90,000 पूर्व सैनिक व एक लाख से अधिक सक्रिय सैनिक हैं. यदि भारतीय जनता पार्टी अपने मंत्री विजय शाह व जगदीश देवड़ा के खिलाफ उचित कार्रवाई नहीं करती है. तो मध्य प्रदेश के पूर्व सैनिक सड़कों पर उतरकर पार्टी के खिलाफ आंदोलन करने को मजबूर होंगे.
जयहिंद सभा में सैनिकों का किया सम्मान-
कार्यक्रम में ऑपरेशन सिंदूर में शामिल रहे सैनिकों को सम्मानित किया गया. कांग्रेस नेताओं ने इसे केवल राजनीतिक आयोजन न मानते हुए देशभक्ति व जन-जागरण का मंच बताया. सज्जन सिंह वर्मा, सुखदेव पांसे, लखन घनघोरिया व संजय शर्मा ने सभा को जनता से संवाद व केंद्र की असफलताओं को उजागर करने का माध्यम बताया.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-



