कोरोना केसों में फिर वृद्धि, एक्टिव केस 3,395 के पार, सरकार ने की सतर्कता बरतने की अपील

कोरोना केसों में फिर वृद्धि, एक्टिव केस 3,395 के पार, सरकार ने की सतर्कता बरतने की अपील

प्रेषित समय :12:42:35 PM / Sun, Jun 1st, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

नई दिल्ली. देश में एक बार फिर से कोरोना संक्रमण ने रफ्तार पकड़ ली है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, देशभर में कोविड-19 के एक्टिव केसों की संख्या 3,395 तक पहुंच गई है. पिछले 24 घंटों में 685 नए मामले सामने आए हैं और 4 लोगों की मौत भी हुई है.

केरल में 1336 सक्रिय मामले दर्ज किए गए हैं, जो देश में सबसे अधिक हैं. वहीं, कोविड मामलों की बढ़ती संख्या को देखते हुए कर्नाटक सरकार ने एक अहम सर्कुलर जारी किया है. इसमें लोगों को नियमित रूप से हाथ धोने, खांसते या छींकते समय शिष्टाचार अपनाने, भीड़भाड़ से बचने और आवश्यकता अनुसार मास्क पहनने की सलाह दी गई है.

स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, दिल्ली, केरल, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है. महज कुछ दिनों में ही कोरोना के एक्टिव केसों की संख्या में बड़ा उछाल देखा गया है. 22 मई को सिर्फ 257 केस थे. 26 मई को यह बढ़कर 1,010 हो गए. अब आंकड़ा 3,395 तक पहुंच गया है.

आईसीएमर के महानिदेशक डॉ. राजीव बेहल ने बताया कि पश्चिम और दक्षिण भारत से लिए गए सैंपलों के जीनोम अनुक्रमण में ओमिक्रॉन के चार सब-वैरिएंट्स – रुस्न.7, ङ्गस्नत्र, छ्वहृ.1 और हृक्च.1.8.1 की पहचान हुई है. इनमें से पहले तीन सब-वैरिएंट्स सबसे ज़्यादा मामलों में पाए गए हैं. उन्होंने कहा कि स्थिति पर करीबी नजऱ रखी जा रही है और इस समय घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सतर्क रहना जरूरी है.

स्कूल खुलने के मद्देनजऱ कर्नाटक सरकार ने 26 मई को मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की अध्यक्षता में कोविड समीक्षा बैठक के बाद परिपत्र जारी किया. सभी अभिभावकों से अपील की गई है कि अगर बच्चों में बुखार, खांसी या कोविड जैसे लक्षण हों, तो उन्हें स्कूल न भेजें. ऐसे बच्चों को पूरी तरह ठीक होने पर ही डॉक्टर की सलाह से स्कूल भेजा जाए. यदि स्कूल में ऐसे लक्षणों वाले बच्चे आते हैं, तो उन्हें घर भेजने की व्यवस्था की जाए. विशेषज्ञों ने जनता से अपील की है कि संक्रमण भले गंभीर न हो, लेकिन मास्क पहनें, भीड़ से बचें और लक्षण होने पर टेस्ट करवाएं. सतर्कता और जागरूकता ही इस संक्रमण के फैलाव को रोकने का एकमात्र उपाय है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-