MP: सिकल सेल से जूझती बेटियां बनी मिसाल, बैतूल की बरखा-सिंगरौली की स्वाति ने दिखाई अद्भुत जिजीविषा, पीएम मोदी ने की संवाद कर की सराहना

MP: सिकल सेल से जूझती बेटियां बनी मिसाल, बैतूल की बरखा-सिंगरौली की स्वाति ने दिखाई अद्भुत जिजीविषा, पीएम मोदी ने की संवाद कर की सराहना

प्रेषित समय :18:44:30 PM / Sun, Jun 1st, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

पलपल संवाददाता, भोपाल. लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती के अवसर पर भोपाल में आयोजित महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन महज एक सरकारी कार्यक्रम नहीं. बल्कि नारी शक्ति, साहस व आत्मबल का ऐतिहासिक प्रतीक बन गया. इस मंच से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेश भर से आमंत्रित   सशक्त महिलाओं में से दो विशेष योद्धाओं बरखा पंडाग्रे (बैतूल) व स्वाति पनिका (सिंगरौली)ृ से आत्मीय संवाद कर उनके संघर्ष को सम्मानित किया.

इन दोनों महिलाओं ने सिकल सेल एनीमिया जैसी गंभीर आनुवांशिक बीमारी से न केवल मुकाबला किया. बल्कि अपने अनुभवों से अन्य पीडि़तों के लिए भी आशा और प्रेरणा का मार्ग प्रशस्त किया.

संघर्ष से संबल तक: बरखा की कहानी,
 जब प्रधानमंत्री मोदी जी ने सहजता से पूछा कि इलाज कहां से करवाती हो. तो बरखा ने आत्मविश्वास से जवाब दिया कि मुझे और मेरी 8 वर्षीय बेटी अवनी को जिला अस्पताल बैतूल से नियमित रूप से नि: शुल्क ब्लड ट्रांसफ्यूजन, हाइड्रॉक्सीयूरिया व फोलिक एसिड मिलता है. मेरी बेटी को विकलांगता प्रमाणपत्र भी मिला है. जिससे 600 की मासिक पेंशन मिल रही है. सरकार की मदद से हम दोनों स्वस्थ जीवन की ओर बढ़ रहे हैं. प्रधानमंत्री श्री मोदी ने बरखा की हिम्मत की सराहना करते हुए आशीर्वाद भी दिया.

स्वाति : गांव की बेटी, साहस की प्रतीक
सिंगरौली जिले की स्वाति पनिका भी सिकल सेल एनीमिया की पीड़ा को सहते हुए दृढ़ता से आगे बढ़ीं. उन्होंने बीमारी को जीवन की बाधा नहीं, बल्कि आत्मबल की परीक्षा माना. सीमित संसाधनों के बीच भी स्वाति ने हार नहीं मानी और अन्य रोगियों के लिए जागरूकता की प्रेरणा बनीं. संघर्ष में मिला सशक्त सहयोग और मंच पर मिला उत्साहवर्धन, इन दोनों महिलाओं की इस संघर्षपूर्ण यात्रा में डॉ रूबी खान (डिप्टी डायरेक्टरए स्टेट ब्लड ट्रांसफ्यूजन काउंसिल मध्यप्रदेश एवं स्टेट नोडल  सिकल सेल एलिमिनेशन मिशन) और डॉ अंकिता  (रक्तकोष अधिकारी व जिला नोडलए सिकल सेल एलिमिनेशन मिशनए बैतूल) ने सक्रिय रूप से साथ दिया.  जिससे वे इस गौरवपूर्ण मंच तक पहुंच सकीं. इतना ही नहीं डॉ रूबी व डॉ अंकिता स्वयं भी कार्यक्रम स्थल पर उपस्थित रहीं. इन दोनों महिलाओं का उत्साहवर्धन कर उनका मनोबल और ऊंचा किया.

राष्ट्रीय मिशनों का संबल-

राष्ट्रीय सिकल सेल उन्मूलन मिशन-2047
राज्य हैमोग्लोबिनोपैथी मिशन
इन योजनाओं के तहत प्रदेशभर में सिकल सेल और थैलेसीमिया जैसे आनुवांशिक रक्त रोगों की स्क्रीनिंग, जागरूकता व उपचार के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं.

सम्मेलन बना प्रेरणा का प्रतीक-
इस ऐतिहासिक आयोजन में माननीय राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेन्द्र शुक्ल की उपस्थिति ने इसे और भी गरिमा प्रदान की. यह सम्मेलन नारी शक्ति, आत्मसम्मान व सहयोग की एक जीवंत मिसाल बन गया. बरखा और स्वाति जैसी बेटियां केवल मरीज नहीं, वे समाज को राह दिखाने वाली शक्तियां हैं. वे उस भारत की सच्ची तस्वीर हैं जहां बीमारी से नहीं, हिम्मत से जीवन जीया जाता है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-