रेलवे और कर्मचारियों के बीच 30 से ज्यादा डिमांड पर चर्चा हुई
रेल मंत्रालय और ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन (एआईआरएफ) के बीच बीते दिनों हुई बैठक में वेतन आयोग निदेशालय से जुड़े पुराने मुद्दों पर अहम चर्चा हुई। इसके बाद रेलवे बोर्ड ने 10 जून 2025 को आदेश जारी कर दिया है। इसके अनुसार, कर्मचारी यूनियन के साथ 30 से अधिक मुद्दों पर चर्चा की गई, जिनमें से कई मामलों का हल कर लिया गया है। कुछ मुद्दों को आगे विचार के लिए रखा गया है। मुख्य विषयों में मैकेनिकल सुपरवाइजरों को ब्रेकडाउन ओवरटाइम भत्ता, ट्रैफिक गेटमेन को विशेष भत्ता, मेडिकल स्टाफ की पदोन्नति और प्रमोशन से जुड़े प्रावधान शामिल हैं।
इन दो बड़ी मांगों पर सहमति
एआईआरएफ के महासचिव शिव गोपाल मिश्रा के मुताबिक हमारी दो बड़ी डिमांड ट्रैफिक गेटमेन को विशेष गेट भत्ता और दूसरी एनुअल इंक्रीमेंट से जुड़ी थी। इंक्रीमेंट साल में 1 जनवरी या 1 जुलाई से दिया जाना तय हुआ है। साथ ही ट्रैफिक गेटमैन के इश्यू पर संयुक्त बैठक होने का आश्वासन मिला है।
इन मुद्दों पर सहमति बनी
1- मैकेनिकल सुपरवाइजर (सीएंडडबलू) को ब्रेकडाउन ओवरटाइम भत्ते पर सहमति बनी।
2- ट्रैफिक गेटमेन को विशेष गेट भत्ता देने की मांग पर संयुक्त बैठक होगी।
3- प्रमोशन (एमएसीपी) और वेतन निर्धारण से जुड़े कई मुद्दे सुलझे, कुछ पर विचार जारी।
4- नर्सिंग स्टाफ, मेडिकल लैब स्टाफ, ईसीजी टेक्नीशियन की वेतन विसंगतियों पर विचार।
5- कोविड-19 में किलोमीटर भत्ते की अदायगी की मांग पर मंत्रालय विचार कर रहा है।
15 से ज्यादा डिमांड हुईं पूरी
बैठक में 15 से अधिक मुद्दों पर चर्चा पूरी कर समाधान कर लिया गया है। इनमें ये मुद्दे अहम हैं:
1- RBE No.95/2013 95/2013 के तहत पदोन्नति पर विकल्प चुनने का अधिकार।
2- एमएसीपी (Modified Assured Career Progression Scheme) के बाद उच्च पद पर पदोन्नति पाने वाले कर्मचारियों का वेतन निर्धारण।
3- Optometrist, Chief Loco Inspectors और Nursing स्टाफ की वेतन विसंगति।
4- Covid-19 काल में काम करने वाले लोको पायलट और गार्ड्स को किलोमीटर भत्ते की भरपाई।
रेल मंत्रालय करेगा विचार
कुछ मामलों को संबंधित निदेशालयों के साथ आगे की समीक्षा के लिए भेजा गया है, जैसे:
1- ट्रैफिक गेटमेन को विशेष भत्ता, जिसे ऑडिट आपत्ति के कारण रोका गया था।
2- मेडिकल लैब स्टाफ की पदोन्नति, श्वष्टत्र तकनीशियन की वेतन समानता।
3- नर्सिंग स्टाफ के गलत वेतन निर्धारण और एडहॉक सेवा को एमएसीपी के लिए गिनने का मामला।
4- कोविड अवधि में ड्यूटी पर रहे रनिंग स्टाफ को SDA और किलोमीटर अलाउंस का भुगतान।
रेलवे कर्मचारी फेडरेशन की विशेष मांगें
1- ट्रैफिक गेटमैन को जोखिम और कठिन ड्यूटी भत्ते के साथ-साथ विशेष भत्ता मिलना चाहिए।
2- पदोन्नति के समय कर्मचारियों को विकल्प चुनने की प्रक्रिया स्वत: लागू हो।
3- सिविल इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट को एमएसीपी का लाभ जल्द दिया जाए।
4- स्कूल शिक्षकों और मेडिकल स्टाफ को चयन ग्रेड के बाद उचित वेतन मिलना चाहिए।
मीटिंग में रेल कर्मचारियों के कई मुद्दे हल हुए
एआईआरएफ के असिस्टेंट जनरल सेक्रेटरी व वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन (डबलूसीआरईयू) के महामंत्री मुकेश गालव के मुताबिक रेल मंत्रालय ने फेडरेशन की अधिकांश मांगों पर सकारात्मक रुख दिखाया है और कुछ मामलों को हल कर दिया गया है। कई मुद्दों पर डीजी/एचआर रेलवे व वित्त मंत्रालय से आगे चर्चा की जाएगी। यह बैठक रेल कर्मचारियों के लिए न केवल वेतन और भत्तों में सुधार का संकेत है, बल्कि कर्मचारी संगठनों और मंत्रालय के बीच संवाद की गंभीरता को भी दर्शाती है।
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-