बारिश में हादसा: बरसाती नाले में बही कार, पति-पत्नी समेत 3 की मौत, एक को बचाया जिंदा

बारिश में हादसा: बरसाती नाले में बही कार, पति-पत्नी समेत 3 की मौत, एक को बचाया जिंदा

प्रेषित समय :17:35:48 PM / Sun, Jun 22nd, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

जोधपुर. राजस्थान के जोधपुर में बारिश के दौरान बरसाती नाले में पानी के तेज बहाव में कार में सवार तीन लोगों की मौत हो गई. इस बरसाती नाले में बहने वाले पानी का वेग इतना तेज था कि कार सवारों को बचने का मौका ही नहीं मिला. इसकी सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंच कर ग्रामीणों की मदद से शवों को बाहर निकला.

जानकारी के अनुसार जोधपुर शहर से 30 किलोमीटर दूर दईजर क्षेत्र से प्लाईवुड व्यवसायी हरि भंडारी अपने परिचित के साथ मथानिया क्षेत्र में स्थित राधा रानी मंदिर के दर्शन करने के लिए घर से निकले थे. दर्शन करके जब लौटे इस दौरान तेज बारिश के कारण दईजर इलाके में आटिया नाला में पानी का बहाव आ गया. तेज बारिश के कारण बरसाती नाले में पानी उफान पर आ गया. इस दौरान कार में सवार होकर चार लोग इस बरसाती नाले की तरफ से गुजर रहे थे. नाले में पानी का तेज बहाव होने से कार सवार संतुलन खो बैठे और कार असंतुलित होकर पानी में बह गई.

प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि कार सड़क पर बने पुल से पानी के बहाव में बहकर पुल के नीचे गिर गई. उसने बताया कि कार में सवार लोग पानी मे डूबी कार में फंस गए और वे जोर जोर से दरवाजा बजा रहे थे. इतने में एक पारस सोलंकी नामक ग्रामीण पानी में कूदा और कार का कांच फोड़कर पीछे की सीट पर बैठी एक महिला को बाहर निकाला. इसके बाद एक पुरुष को बाहर निकाला लेकिन पानी का बहाव तेज था कि वह पानी में बह गए.

सीट बेल्ट की वजह से नहीं निकल पाए

बचाने वाले शख्स ने कार में आगे की सीट पर बैठी एक महिला और पुरुष को बाहर निकालने का प्रयास किया लेकिन उनकी सीट बेल्ट टाइट था, ऐसे में वह उन्हें नहीं निकल पाया. इसके बाद ग्रामीणों ने मौके पर जेसीबी बुलाई और कार को बाहर निकाला लेकिन कार में आगे सवार हरि भंडारी और उर्मिला लाहोटी की मौके पर ही मौत हो गई. इस हादसे में सम्पत लाहोटी नामक व्यक्ति पानी में बहकर लापता हो गया. वही इस हादसे में सूरज कंवर को उस ग्रामीण ने बचा लिया था.

तीन घंटे बाद मिली लाश

सूचना के बाद करवड़ थानाधिकारी लेखराज सियाग मौके पर पहुंचे. जिला कलेक्टर गौरव अग्रवाल इस मामले की मॉनिटरिंग कर रहे थे. उन्होंने मौके पर एसडीआरएफ की टीम, नागरिक सुरक्षा बल के वॉलियंटर और गोताखोर मालवीय बंधु को आदेशित कर मौके पर भेजा करीब तीन घंटे की तलाश के बाद सम्पत लाहोटी का शव गोताखोरों ने बाहर निकाला. तीनों शवों को महात्मा गांधी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-