पलपल संवाददाता, जबलपुर. एमपी के जबलपुर स्थित ग्राम पड़वार मझौली में रहने वाले अतिथि शिक्षक इंद्र कुमार तिवारी की उत्तर-प्रदेश के कुशीनगर में की गई हत्या के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. एक दम्पति ने इंद्र कुमार का वायरल वीडियो देखकर शादी का झांसा देकर गोरखपुर यूपी बुलाया. जहां पर आरोपी कौशल ने पत्नी शाहिदा बानों को को बहन बताकर शादी कराई. इसके बाद गांव ले जाकर गहने लूटकर हत्या कर दी. हत्या के बाद लाश को झाडिय़ों के बीच फेंक दिया. पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है.
पुलिस अधिकारियों के अनुसार मझौली के ग्राम पड़वार में रहने वाले अतिथि शिक्षक इंद्र कुमार तिवारी रिमझा गांव में 3 से 10 मई तक अनिरुद्धाचार्य महाराज की कथा शामिल हुए. यहां पर उन्होने महाराज जी से सवाल किया कि मेरी शादी कब होगी. उनका यह वीडियो वायरल हुआ. इंद्र कुमार के सोशल मीडिया पर वायरल वीडियों को देखकर कौशल व उसकी पत्नी खुशी ने ठगी की योजना बनाई. जिसके चलते दोनों ने इंद्र कुमार का मोबाइल नम्बर प्राप्त किया और 17 मई को उन्होंने इंद्र कुमार को कॉल किया. कौशल ने खुद को खुशी का भाई बताया. खुशी का फोटो वॉट्सएप पर भेजा. फोन पर खुशी से इंद्र कुमार की बातचीत भी कराई. 26 मई को खुशी का रिश्ता लेकर कौशल जबलपुर पहुंचा. बहन बताकर खुशी का फोटो दिखाया. बातचीत के बाद दोनों तरफ से शादी पक्की हो गई. तय हुआ कि उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में 5 जून को खुशी के साथ इंद्र कुमार का विवाह होगा.
इंद्र कुमार ने कौशल को शगुन के रूप में 1100 रुपए भी दिए. इसके बाद कौशल लौट गया. इधर इंद्र कुमार ने अपनी इंद्र कुमार ने अपनी एक एकड़ जमीन गिरवी रखकर करीब डेढ़ लाख रुपए जुटाए थे. इनसे मझौली के ही एक सुनार से गहने बनवाए थे. कुछ पुश्तैनी आभूषण भी उनके पास थे. इनके साथ कुछ कैश लेकर वे 2 जून को गोरखपुर रवाना हो गए. यहां 5 जून को एक होटल में खुशी के साथ उनकी शादी कराई गई. शादी के बाद इंद्र कुमार ने खुशी से अगले दिन अपने घर पड़वार चलने के लिए कहा. खुशी बहाने बनाने लगी तो इंद्र कुमार को उस पर शक हुआ. इंद्र कुमार ने शादी में खर्च की गई राशि और दुल्हन को चढ़ाए आभूषण वापस मांगे. इस पर कौशल और खुशी ने उन्हें किसी तरह समझाया और अपना घर दिखाने के बहाने चक नीलकंठ गांव चलने के लिए कहा. 5 जून की शाम को ही कौशल व खुशी अपने इंद्र कुमार को लेकर गांव पहुंचे. यहां चाकू से हत्या कर इंद्र कुमार का शव झाडिय़ों में फेंक दिया. उन्हें लगा था कि कुछ दिन में शव सड़ जाएगा और मृतक की पहचान नहीं हो पाएगी.
खुशी के साथ शादी की फोटो गांव में परिचितों को भेजी-
अतिथि शिक्षक इंद्र कुमार ने शादी के बाद 5 जून को ही खुशी के साथ अपना फोटो परिजन व पड़ोसियों को भेजा था. इंद्र कुमार ने कहा था कि विवाह के बाद दुल्हन को लेकर 6 जून को गांव वापस आ जाएंगे. लेकिन 5 जून को विवाह के फोटो भेजने के बाद से ही इंद्र कुमार का फोन स्विच ऑफ हो गया.
8 जून को लापता होने की शिकायत की, 27 जून को मिली लाश-
इंद्र कुमार का फोन बंद स्विच ऑफ होने से परिजन व पड़ोसी घबरा गए, उन्होने अपने स्तर पर तलाश की लेकिन जब कोई जानकारी नहीं मिली तो 8 जून को मझौली थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई गई. पुलिस ने उनका मोबाइल सर्विलांस पर लिया. साथ ही सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो भी खंगाले. 27 जून को जबलपुर पुलिस को सूचना मिली कि कुशीनगर के हाटा कोतवाली क्षेत्र के उपासपुर गांव में एक अज्ञात शव बरामद हुआ है. मझौली पुलिस ने कुशीनगर पुलिस से संपर्क साधा. परिजन को लेकर एक टीम कुशीनगर रवाना हुई. यहां पहचान कराई गई तो शव इंद्र कुमार तिवारी का होना पाया गया. शव के पास से न तो मोबाइल मिला, न ही जेवरात व नकदी मिली. इससे पुलिस को साफ हो गया कि हत्या लूट के इरादे से की गई है.
होटल में की गई शादी की फोटो से पकड़े गए आरोपी-
पड़ोसियों व परिजन ने पुलिस को इंद्र कुमार की भेजी हुई शादी की तस्वीर दिखाई. इस तस्वीर के आधार पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने 28 जून को देवरिया निवासी खुशी उर्फ शाहिदा बानो व उसके पति कौशल गौर को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में दोनों ने इंद्र कुमार को धोखा देकर शादी करने और उसकी हत्या करने की बात कबूल ली. पुलिस को जांच में यह भी पता चला है कि शाहिदा बानो ने कौशल गौर से विवाह के लिए धर्म परिवर्तन किया था. उसने मुस्लिम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म अपनाया था. अपना नाम खुशी रख लिया था.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

