भारत के तकनीकी परिदृश्य में एक बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है, और इसका नेतृत्व कर रहा है Google का फ्लैगशिप कार्यक्रम Google I/O Connect India 2025. यह आयोजन केवल एक उत्पाद लॉन्च या डेवलपर सम्मेलन नहीं, बल्कि भारत के भविष्य को कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI), मशीन लर्निंग और क्लाउड टेक्नोलॉजी में सशक्त करने का मंच बन गया है.
Google ने इस आयोजन में कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं, जिनमें Gemini 2.5 Flash मॉडल का स्थानीयकरण, Firebase Studio में Agentic AI टूल्स की शुरुआत, और Unity जैसी प्रमुख गेमिंग कंपनी के साथ साझेदारी में एक उन्नत ट्रेनिंग प्रोग्राम शामिल हैं. साथ ही, तीन भारतीय स्टार्टअप्स को भारत सरकार के India AI मिशन के तहत Google से प्रत्यक्ष समर्थन मिला है.
Gemini 2.5 Flash का भारत में स्थानीयकरण
Gemini 2.5 Flash, Google का नवीनतम और तेज़तम मल्टीमॉडल AI मॉडल है, जिसे अब भारतीय परिप्रेक्ष्य में स्थानीय भाषाओं और डेटा के अनुरूप ढाला गया है.
इस मॉडल में हिंदी, तमिल, बंगाली, मराठी जैसी भाषाओं में सटीक उत्तर देने की क्षमता विकसित की गई है.
स्थानीय उपयोगकर्ताओं की आवश्यकता के अनुसार मॉडल को ट्रेन किया गया है — जिससे यह कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य और सरकारी सेवाओं में तुरंत सहायक हो सकता है.
यह मॉडल अब Android Studio, Workspace और Bard जैसे Google उत्पादों में भी सहज एकीकृत किया जा रहा है.
Google के अनुसार, भारत जैसे देश में जहाँ बहुभाषी डेटा और लोकल कॉन्टेक्स्ट ज़रूरी है, वहाँ Gemini 2.5 Flash लोकल यूज़र्स को सशक्त बनाने में सहायक होगा — यह केवल एक भाषा मॉडल नहीं, बल्कि डिजिटल साक्षरता का टूल है.
Firebase Studio में Agentic AI टूल्स की पेशकश
Firebase Studio में अब Agentic AI टूल्स शामिल किए गए हैं जो डेवलपर्स को अपने ऐप्स में स्मार्ट एजेंट, ऑनबोर्डिंग चैटबॉट, और प्रेडिक्टिव एनालिटिक्स जैसी सुविधाओं को जोड़ने की सुविधा देते हैं.
Agentic AI अब ऐप डेवलपर्स को केवल डेटा स्टोरेज से आगे जाकर यूज़र बिहेवियर पर आधारित सुझाव और इंटरैक्टिव प्रतिक्रिया देने में सक्षम बनाता है.
यह टूल विशेष रूप से एजुकेशन, फिनटेक, और हेल्थटेक स्टार्टअप्स के लिए उपयोगी साबित हो रहा है, जो रीयल-टाइम इंटेलिजेंस के साथ काम करना चाहते हैं.
Firebase अब GPT-सक्षम रिकमेंडेशन, मल्टीपल यूज़र प्रोफाइल मॉडलिंग और एपीआई-फर्स्ट डिजाइन के लिए समर्थन देता है.
Unity के साथ साझेदारी में गेमिंग और XR के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम
Google ने Unity के साथ मिलकर एक व्यापक AI-समर्थित ट्रेनिंग प्रोग्राम लॉन्च किया है, जिसमें विशेष फोकस है भारतीय छात्रों, डिज़ाइनरों और गेम डेवेलपर्स पर.
यह प्रोग्राम अब IIT-Hyderabad, IIIT-Bangalore और NSDC के माध्यम से शुरू हो रहा है.
यह सिर्फ 3D और गेमिंग नहीं, बल्कि AI-powered simulations, immersive learning apps और मेडिकल ट्रेइनिंग XR modules को तैयार करने में सहायक होगा.
साथ ही Unity और Google Play के माध्यम से क्रिएटिव इनोवेशन को मॉनेटाइज़ करने के भी अवसर दिए जा रहे हैं.
यह साझेदारी भारत में 'creative-tech economy' को सशक्त करने का रोडमैप बन सकती है, खासकर उन युवाओं के लिए जो STEM शिक्षा के साथ क्रिएटिव स्किल्स भी रखते हैं.
तीन भारतीय स्टार्टअप्स को मिला AI मिशन के तहत Google का सहयोग
Google ने India AI मिशन के तहत तीन होनहार भारतीय स्टार्टअप्स को अपने संसाधन, ट्रेनिंग और प्रोडक्ट इंटीग्रेशन सहायता देने की घोषणा की है.
KisanAI – कृषि क्षेत्र के लिए AI आधारित निर्णय प्रणाली जो किसानों को मौसम, मंडी भाव और बीज की सिफारिश करती है.
SwasthyaNetra – एक हेल्थटेक स्टार्टअप जो आंखों की बीमारियों के लिए AI आधारित स्क्रीनिंग सिस्टम बनाता है.
VidyaGPT – ग्रामीण बच्चों के लिए भाषिक बाधा को पार करते हुए AI ट्यूटर प्रदान करता है.
इन स्टार्टअप्स को Google ने Cloud Credits, AI API एक्सेस, Firebase Boost और UX mentorship जैसी सुविधाएं देने का निर्णय लिया है. साथ ही, इन्हें Google India के Impact Lab में 6 महीने की मेंटरशिप दी जाएगी.
भारत की AI यात्रा में Google की नई भूमिका
Google का यह आयोजन और घोषणाएँ यह संकेत देती हैं कि भारत अब केवल टेक्नोलॉजी का उपभोक्ता नहीं, बल्कि वैश्विक AI विकास में सक्रिय योगदानकर्ता बन रहा है.
भारत का विशाल डेटा इकोसिस्टम, बहुभाषी समाज और युवा जनसंख्या इसे AI प्रशिक्षण और प्रयोग के लिए अनुकूल बनाते हैं.
Google के मुताबिक, भारत में AI इंडस्ट्री 2025 तक $20 बिलियन से अधिक का आकार ले सकती है, और इसमें Google, Microsoft, Nvidia, IBM जैसे दिग्गजों की रुचि बढ़ती जा रही है.
Google I/O Connect India 2025 केवल एक तकनीकी आयोजन नहीं, बल्कि भारत के भविष्य के डिजिटल परिवर्तन की दिशा निर्धारित करने वाला कार्यक्रम है. Gemini 2.5 Flash का स्थानीयकरण, Firebase Studio में Agentic AI की ताकत, Unity के साथ रचनात्मक प्रशिक्षण, और स्टार्टअप्स को प्रत्यक्ष सहयोग — ये सभी कदम दर्शाते हैं कि भारत अब AI लोकतंत्रीकरण की ओर बढ़ रहा है.
यह न केवल एक तकनीकी उपलब्धि है, बल्कि एक सामाजिक परिवर्तन भी है — जहाँ तकनीक अब गांव, किसान, छात्र और सामान्य नागरिक की भाषा में बोल रही है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-



