पूरी का नाम सुनते ही दिमाग में गर्म तेल में तैरती, सुनहरी और कुरकुरी गोलियां घूमने लगती हैं.
लेकिन यही सोच बहुत से हेल्थ-कॉन्शियस लोगों को इसे खाने से रोक देती है.
मिथक: बिना तेल के पूरी बनाना नामुमकिन है, और अगर बनी भी तो उसका स्वाद और फुलावट खत्म हो जाएगी.
सच्चाई: थोड़ी तकनीक और सही सामग्री का चुनाव करके, हम तेल के बिना भी पूरी बना सकते हैं, और वो भी इतनी फूली-फूली कि आपको यकीन ही न हो.
यह रेसिपी खास तौर पर उन लोगों के लिए है जो ऑयली फूड से बचते हैं लेकिन भारतीय नाश्ते का मज़ा भी लेना चाहते हैं.
सामग्री (4 लोगों के लिए)
गेहूं का आटा – 2 कप
दही – 2 बड़े चम्मच (नमी और नरमी के लिए)
बेकिंग पाउडर – ½ छोटा चम्मच
नमक – स्वादानुसार
हल्का गरम पानी – आटा गूँधने के लिए
देसी घी – 1 छोटा चम्मच (वैकल्पिक, स्वाद के लिए)
नॉन-स्टिक तवा या एयर फ्रायर
विधि – स्टेप-बाय-स्टेप
1. आटा तैयार करना
एक बड़े बाउल में आटा, नमक और बेकिंग पाउडर डालें.
इसमें दही और थोड़ा गरम पानी डालकर सख्त आटा गूँध लें.
आटे को 15 मिनट के लिए ढककर रख दें, ताकि ग्लूटेन एक्टिव हो और पूरी नरम बने.
2. लोई बनाना और बेलना
आटे की छोटी-छोटी लोई बना लें.
बेलन से गोल बेलें, लेकिन बहुत पतली न करें, वरना पूरी फूलने में दिक्कत होगी.
3. बिना तेल पकाना – दो तरीके
तरीका 1 – नॉन-स्टिक तवा
तवे को मध्यम आँच पर गरम करें.
एक पूरी रखें, 30-40 सेकंड बाद पलटें.
पलटने के बाद स्पैचुला से हल्का दबाएँ, ताकि पूरी फूल जाए.
दोनों तरफ से सुनहरी होने पर उतार लें.
तरीका 2 – एयर फ्रायर
एयर फ्रायर को 180°C पर प्री-हीट करें.
बेली हुई पूरियों को हल्के पानी से ब्रश करें और 5-6 मिनट तक फ्राई करें.
बीच में एक बार पलट दें.
पोषण संबंधी लाभ
कम कैलोरी: पारंपरिक पूरी में 1 पीस ~150 कैलोरी होती है, जबकि यह बिना तेल वाली पूरी ~60-70 कैलोरी की होती है.
लो-फैट: तेल के अभाव में इसमें 70% तक फैट कम हो जाता है.
हेल्दी कार्ब्स: गेहूं के आटे से बनी होने के कारण इसमें फाइबर और विटामिन B कॉम्प्लेक्स भरपूर होते हैं.
टिप्स और ट्विस्ट
अगर आप स्वाद बढ़ाना चाहते हैं तो आटे में अजवाइन, कसूरी मेथी या पालक प्यूरी मिला सकते हैं.
पूरी को दही, चटनी या सूखी आलू की सब्ज़ी के साथ परोसें.
बच्चों के लिए मिनी-पूरी बनाएं, ताकि ओवरईटिंग से बचा जा सके.
तेल के बिना पूरी बनाना न केवल संभव है, बल्कि यह स्वाद और सेहत के बीच बेहतरीन संतुलन भी बनाता है.
थोड़ी प्रैक्टिस और सही तकनीक से आप सुबह के नाश्ते में एक ऐसा बदलाव ला सकते हैं जो पूरे परिवार की हेल्थ के लिए फायदेमंद हो.
तो अगली बार पूरी बनाने से पहले सोचें—तेल में तैराना ज़रूरी है या हेल्दी तरीके से खिलाना?

