पलपल संवाददाता, जबलपुर. एमपी के जबलपुर में पनागर स्थित ग्राम रिठौरी में देर रात लक्ष्मण बंजारा, देवेन्द्र बंजारा ने अपने साथियों के साथ मिलकर रुपेन्द्र साहू नामक बदमाश की धारदार हथियार से हमला कर हत्या कर दी. रुपेन्द्र साहू की हत्या पुरानी रंजिश के चलते की गई है. घटना की खबर मिलते ही पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए, जिन्होने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर हमलावरों की तलाश शुरु कर दी है. पुलिस की टीमें आरोपियों को पकडऩे के लिए संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है.
पनागर में रहने वाला रुपेन्द्र साहू आदतन अपराधी था. उसके खिलाफ अवैध वसूली, हत्या के प्रयास व रुपयों के लिए लोगों को धमकाने सहित अन्य मामलों में 28 अपराध दर्ज थे. उसका रिठौरी, मझगवां, तिलगवां व वर्धा घाट तक आतंक था. रूपेंद्र साहू और उसके दोस्त सतीश कुशवाहा, जित्तू बंजारा एवं दो अन्य ने ग्राम रिठौरी निवासी लक्ष्मण बंजारा पर सितंबर 2024 में हमला किया था. तभी से बंजारा परिवार रूपेंद्र से बदला लेने की फिराक में रहता था. देर रात रुपेन्द्र साहू जब रिठौरी से अपने घर जा रहा था, इस दौरान लक्ष्मण बंजारा, देवेन्द्र बंजारा व उसके साथियों ने घेरकर रुपेंद्र की धारदार हथियारों से हमला कर हत्या कर दी.
रुपेन्द्र की हत्या से गांव में सनसनी फैल गई,देखते ही देखते कई लोग एकत्र हो गए, जिनकी सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर आरोपियों की तलाश शुरु कर दी है. घटना के बाद से गांव में तनाव का माहौल बना हुआ है. गौरतलब है कि सितंबर 2024 में लक्ष्मण बंजारा पर रूपेंद्र साहू और उसके साथियों ने चाकू से हमला किया था. लक्ष्मण प्रतिदिन की तरह अपनी मोटरसाइकिल से दूध बांटकर भैसों के लिए दान खरीदने रांझी चुंगी नाका पर रुका, तभी एक कार से आए रूपेंद्र साहू, सतीश कुशवाहा, जित्तू बंजारा एवं उसके दो साथियों ने लक्ष्मण को घेरकर चाकू से हमला कर दिया था. घटना के बाद से सभी आरोपी फरार रहे. जिनकी पुलिस द्वारा तलाश की जा रही थी.
शराब दुकान पर की थी फायरिंग-
आठ माह पहले रूपेंद्र साहू के गुर्गों ने अवैध वसूली के लिए खमरिया शराब दुकान पर फायरिंग की थी. इस घटना में दुकान में बैठा कर्मचारी बाल-बाल बच गया था. पुलिस ने दुकान संचालक की शिकायत पर रूपेंद्र साहू व उसके गुर्गों की तलाश शुरू कर दी. पुलिस जांच में सामने आया कि रूपेंद्र के शॉर्प शूटर आकाश बग्गा ने फायरिंग की थी. पुलिस को जानकारी मिली कि रूपेंद्र सिहोरा के एक खेत में छिपा हैए लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले ही वह भागने में सफल हो गया. बाद में पुलिस ने उसे दिल्ली के जनकपुरी इलाके के एक होटल से गिरफ्तार किया.
28 आपराधिक मामले दर्ज रहे-
रूपेंद्र साहू पर हत्या के प्रयास, लूट, मारपीट व अवैध हथियार रखने सहित 28 आपराधिक मामले दर्ज हैं. रुपेन्द्र की गैंग में गांव के कई युवक शामिल थे, जिन्हे रुपयों का लालच देकर अपराधिक वारदात करने के लिए उकसाता रहा. बढ़ती गतिविधि को देखते हुए पुलिस रूपेंद्र के खिलाफ जिला बदर की कार्रवाई करने की तैयारी कर रही थी.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

