कोटा. पश्चिम मध्य रेलवे के कोटा मंडल में निचले कर्मचारियों को परेशान करने का सिलसिला जारी है. अब एक और नया मामला सामने आया है, जिसमें एक सीनियर सेक्शन इंजीनियर इंचार्ज स्माल ट्रेक मशीन एक मास्टर क्राफ्ट्समैन को पिछले डेढ़ माह से ड्यूटी पर नहीं ले रहा है. कुछ कहने पर कहता है मैं तो सीनियर डीईएन (को) के बच्चों को ट्यूशन पढ़ाता हूं, मेरा कुछ नहीं होगा. पीड़ित कर्मचारी पमरे की जीएम, रेलमंत्री से शिकायत करने जा रहा है.
बताया जाता है कि सुरेश कुमार नामक कर्मचारी जो मास्टर क्राफ्ट्समैन के पद पर कोटा में कार्यरत है. जुलाई के शुरुआत में उसकी पत्नी बीमार हो गई, घर पर कोई नहीं था, तो उसने अपने एसएसई इंचार्ज डीसी यादव से बोल कर अस्पताल खाना देने गया. वहां से लौटने पर एसएसई ने उसे ड्यूटी पर लेने से इंकार कर दिया. पिछले डेढ़ माह से कर्मचारी रोज ड्यूटी पहुंचता है, किंतु उसकी हाजिरी नहीं लगाई जा रही है. जिससे वह व उसका परिवार परेशान है, वेतन भी नहीं बना.
मेरा कोई क्या बिगाड़ेगा
बताया जाता है कि कर्मचारी ने जब कहा कि वे उसकी (एसएसई) की शिकायत सीनियर डीईएन (को) से करेंगे तो, उसने कहा कि वह तो साहब के बंगले में रोजाना जाकर ट्यूशन पढ़ाता है, मेरा क्या बिगड़ेगा. कर्मचारी का कहना है कि साहब उससे माफी मांगने का कह रहे हैं, लेकिन ये नहीं कह रहे हैं कि किस बात व किस गलती की वह माफी मांगे.
रेलमंत्री, जीएम से शिकायत
थक -हार कर पीड़ित कर्मचारी अब पमरे की जीएम मैडम व रेल मंत्री से शिकायत करने का मन बना रहा है और कोटा में एसएसई इंचार्ज किस तरह से अपने मातहत स्टाफ को परेशान कर रहे हैं, इस सबकी विस्तार से जानकारी देगा.
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