वोट चोर, गद्दी छोड़ अभियान के तहत जबलपुर में कांग्रेस ने निकाली बड़ी रैली

वोट चोर, गद्दी छोड़ अभियान के तहत जबलपुर में कांग्रेस ने निकाली बड़ी रैली

प्रेषित समय :18:52:07 PM / Tue, Aug 26th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर


पलपल संवाददाता, जबलपुर। एमपी के जबलपुर से कांग्रेस ने आज अपने राज्यव्यापी आंदोलन वोट चोर, गद्दी छोड़ अभियान की औपचारिक शुरुआत की। इस अभियान का उद्देश्य राज्य सरकार को चुनावों में कथित अनियमितताओं और जनता से किए वादों को पूरा न करने के मुद्दे पर घेरना है। रैली ने शहर के राजनीतिक माहौल को गर्मा दिया।
                                   विशाल रैली की शुरुआत शहर के शहीद स्मारक से हुई। यहां से कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं का कारवां नारेबाजी करते हुए कलेक्टर कार्यालय की ओर बढ़ा। हाथों में तख्तियां और झंडे लिए हजारों कार्यकर्ता वोट चोर, गद्दी छोड़ व लोकतंत्र बचाओ जैसे नारे लगा रहे थे। जबलपुर के प्रमुख चौराहों और सड़कों पर कांग्रेसियों का जमावड़ा देखने लायक था। रैली के दौरान पुलिस ने सुरक्षा के व्यापक इंतज़ाम किए और ट्रैफिक को अस्थायी रूप से डायवर्ट किया गया। रैली में मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी प्रमुख जीतू पटवारी, विपक्ष नेता उमंग सिंघार और कई अन्य वरिष्ठ नेता शामिल हुए। नेताओं ने जनसभा को संबोधित करते हुए मौजूदा सरकार पर सीधा हमला बोला। जीतू पटवारी ने कहा जनता ने लोकतांत्रिक ढंग से वोट देकर हमें मज़बूत समर्थन दिया, लेकिन सत्ता हथियाने के लिए भाजपा ने अनैतिक तरीकों का इस्तेमाल किया। जनता के विश्वास से खिलवाड़ करने वालों को अब गद्दी छोडऩी होगी। उमंग सिंघार ने भी तीखा बयान देते हुए कहा आज आम जनता महंगाई, बेरोजग़ारी व भ्रष्टाचार से परेशान है। सरकार ने वादे तो किए लेकिन पूरा एक भी नहीं किया। अब कांग्रेस सड़क से सदन तक संघर्ष करेगी।  रैली के अंत में कांग्रेस नेताओं ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में चुनाव में हुई कथित गड़बडिय़ों की निष्पक्ष जांच कराने और सरकार के खिलाफ संवैधानिक कदम उठाने की मांग की गई। इसमें महंगाई, युवाओं की बेरोजग़ारी, किसानों की समस्याएं और कानून-व्यवस्था से जुड़ी विफलताओं को भी प्रमुखता से उठाया गया। रैली के दौरान जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क दिखा। सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ाई गई और जगह.जगह बैरिकेडिंग की गई। प्रशासन ने साफ किया कि किसी भी तरह की हिंसा या अराजकता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हालांकि रैली शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई।
कांग्रेस नेता बोले यह सिर्फ शुरुआत है, पूरे प्रदेश में रैली, प्रदर्शन होगें-
कांग्रेस नेताओं ने ऐलान किया कि यह सिर्फ शुरुआत है। आने वाले दिनों में पूरे प्रदेश में इसी तरह की रैलियां और धरना-प्रदर्शन आयोजित किए जाएंगे। पार्टी का कहना है कि यह आंदोलन तब तक चलेगा जब तक जनता को न्याय और लोकतांत्रिक अधिकार नहीं मिलते। जबलपुर की यह रैली कांग्रेस के लिए केवल एक राजनीतिक कार्यक्रम नहीं बल्कि राज्य में विपक्षी ताक़त को मज़बूत करने का प्रतीक भी है। इसने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को ऊर्जा दी है और भाजपा सरकार पर दबाव बनाने का नया माध्यम प्रदान किया है। आने वाले महीनों में यह अभियान प्रदेश की राजनीति का प्रमुख मुद्दा बन सकता है। 
जनता की भागीदारी-
रैली में केवल कांग्रेस कार्यकर्ता ही नहीं बल्कि बड़ी संख्या में आम लोग भी शामिल हुए। किसानों, छात्रों और महिलाओं ने भी इस आंदोलन का समर्थन किया। कई संगठनों ने खुले तौर पर कांग्रेस के इस अभियान के प्रति एकजुटता जताई।
भाजपा का पलटवार-
दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस की रैली को पूरी तरह ढकोसला करार दिया। भाजपा प्रवक्ता ने कहा जनता ने कांग्रेस को बार-बार नकारा है। अब हार की हताशा में कांग्रेस बेबुनियाद आरोप लगाकर माहौल बिगाडऩा चाहती है। यह रैली केवल मीडिया में सुर्खियां बटोरने का प्रयास है। भाजपा नेताओं का कहना है कि कांग्रेस को जनता का विश्वास नहीं मिला और इसलिए वह सड़क पर नारेबाज़ी करने के लिए मजबूर है। कांग्रेस के लिए यह अभियान आगामी नगरीय निकाय चुनावों और पंचायत चुनावों से पहले जनता को सक्रिय करने का प्रयास है। वहीं भाजपा इसे महज़ राजनीतिक नौटंकी बताकर जनता को अपनी ओर बनाए रखने की कोशिश कर रही है।
 

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-