जयपुर. राजस्थान विधानसभा का मानसून सत्र 1 सितंबर को शुरू हुआ, लेकिन पहले दिन ही सदन में जमकर हंगामा हुआ। इसके चलते विधानसभा स्पीकर ने 3 सितंबर 11 बजे तक सदन को स्थगित कर दिया। विपक्षी कांग्रेस विधायकों ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर वोट चोरी का गंभीर आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की।
विधानसभा के बाहर और अंदर कांग्रेस विधायकों ने वोट चोर, गद्दी छोड़ और वोट चोरों सावधान, जाग गया हिंदुस्तान जैसे नारे लगाए। कांग्रेस विधायकों ने तख्तियां लहराकर अपना विरोध दर्ज किया, जिसके जवाब में भाजपा विधायकों ने भी गालीबाज राहुल गांधी के नारे लगाए। इस हंगामे के बीच विधानसभा स्पीकर वासुदेव देवनानी ने दोनों पक्षों से सदन की गरिमा बनाए रखने की अपील की। इसी बीच सदन के पूर्व सदस्यों को शोकाभिव्यक्ति दी गई, इसके बाद सदन को 3 सितंबर तक स्थगित कर दिया गया।
पहले दिन ही विपक्ष का प्रदर्शन
बताते चलें कि सत्र की शुरुआत से पहले ही कांग्रेस विधायक दल ने अपने तेवर दिखा दिए। विधायक आवासीय परिसर से कांग्रेस विधायक एकजुट होकर पैदल मार्च करते हुए विधानसभा पहुंचे। उनके हाथों में वोट चोर, गद्दी छोड़ और पहले लड़े थे गोरों से, अब लड़ेंगे चोरों से लिखी तख्तियां थीं। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि भाजपा ने लोकसभा और विधानसभा चुनावों में वोट चोरी की है। उन्होंने जयपुर ग्रामीण सीट पर भी गड़बड़ी का आरोप लगाया। जूली ने कहा कि विपक्ष इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाएगा और जनता के साथ हुए धोखे का जवाब मांगेगा।
हंगामे के बाद स्पीकर ने जताई नाराजगी
सदन में हंगामे के दौरान स्पीकर वासुदेव देवनानी ने कांग्रेस विधायकों को फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि आप विधानसभा में हैं, न कि किसी सड़क या चौराहे पर। सदन की गरिमा का ध्यान रखें और बाजार जैसी हरकतें न करें। उन्होंने नेता प्रतिपक्ष को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें सदन की मर्यादा बनाए रखने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
भाजपा ने भी किया पलटवार
कांग्रेस के नारों का जवाब देते हुए भाजपा विधायकों ने 'गालीबाज राहुल गांधी' के नारे लगाए, जिससे सदन में जमकर हंगामा हुआ। स्पीकर ने भाजपा विधायकों को भी टोका और कहा कि सदन को सुचारू रूप से चलाने के लिए दोनों पक्षों को संयम बरतना होगा। इस बीच, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का विधानसभा पहुंचने पर मंत्रियों और विधायकों ने स्वागत किया। उन्होंने स्पीकर वासुदेव देवनानी से मुलाकात भी की।



