इंदौर. डॉ. आंबेडकर नगर (महू) के चोरल में जिस विवादित अतिक्रमण को बचाने के लिए जनपद सीईओ से मारपीट की गई। उसे एसडीएम राकेश परमार ने खुद खड़े रहकर तुड़वाया।गुरुवार दोपहर करीब 12 बजे एसडीएम राकेश परमार, नायब तहसीलदार यशदीप रावत, सिमरोल टीआई अमित कुमार सहित अन्य चोरल गांव पहुंचे। यहां मुख्य मार्ग पर कस्तूरबा बालिका छात्रावास और सरकारी नाले पर अतिक्रमण कर दुकान निर्माण होना पाया.
सूत्रों के अनुसार भाजपा नेता के रिश्तेदार दीपक तिवारी द्वारा नाले और छात्रावास की भूमि पर अवैध कब्जा कर ओटला बनाकर टीनशेड डाला गया था। एसडीएम परमार ने अवैध अतिक्रमण को जेसीबी की मदद से तुड़वाया. तीन गुमटियों को भी हटवाया गया। कुछ गुमटियों को हटाने के लिए दो-तीन दिन का समय दिया गया।
जानिए क्या था मामला
बुधवार शाम 4 बजे भाजपा नेता के रिश्तेदार चोरल निवासी दीपक तिवारी दुकान का अवैध अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के डर से जनपद पंचायत सदस्य उमेश औसारी, कालाकुंड के सरपंच शिव दुबे सहित अन्य 9 लोगों को लेकर जनपद पंचायत कार्यालय पहुंचा। यहां भाजपा नेताओं और साथियों ने सीईओ पंकज दरोठिया से गाली गलौज कर मारपीट की। सीईओ को जमीन पर पटक कर लात-घूसों से पिटाई की। जिसके बाद सीईओ ने महू पुलिस थाने पर भाजपा नेताओं की नामजद और अन्य साथियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कराया।
हमलावरों की गिरफ्तारी की उठने लगी मांग
उधर, गुरुवार को पंचायत सचिव संगठन के सदस्य एकजुट होकर कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ से मिले। यहां पदाधिकारियों ने सीईओ दरोठिया पर हमला करने वाले लोगों को गिरफ्तार करने की मांग रखी। महासंघ के संजय सोलंकी ने बताया अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी नहीं की गई तो राष्ट्रीय अध्यक्ष के आदेश पर महू थाने का घेराव किया जाएगा।
बयान नहीं होने से अटकी पुलिस की कार्रवाई
घटना के दूसरे दिन गुरुवार को जनपद पंचायत सीईओ और कर्मचारी इंदौर कलेक्टर और जिपं. कार्यालय पहुंचे। जिससे महू, पुलिस गवाहों के बयान दर्ज नहीं कर सकी। बयानों के अभाव में पुलिस की आगामी कार्रवाई अटक गई। थाना प्रभारी राहुल शर्मा ने बताया कि सीईओ दरोठिया और गवाहों के बयान के बाद विस्तृत जांच शुरु होगी। वीडियो फुटेज की जब्ती कर घटना में संलिप्त अन्य लोगों की पहचान की जाएगी। इसके आधार पर प्रकरण की आगामी कार्रवाई होगी।
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