एमपी: मैहर में सड़क पर बनी सड़क, ऊंचाई हो गई 1 फीट, घरों में पानी भरा, जबलपुर हाईकोर्ट पहुंचा रहवासी, बेंच ने पूछा, कौन करता है अप्रूव

एमपी: मैहर में सड़क पर बनी सड़क, ऊंचाई हो गई 1 फीट

प्रेषित समय :19:46:00 PM / Wed, Sep 10th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

जबलपुर. मध्यप्रदेश के मैहर में लोक निर्माण विभाग की कार्यशैली से लोग परेशान हैं. पीडब्ल्यू् ने शहर के बीचो-बीच 4 किमी की सड़क को एक फीट तक ऊंचा कर दिया है. इससे बारिश का पानी मकान और दुकानों में भरा रहा है. इतना ही नहीं रोड अधिक ऊंचाई पर होने से लोगों को आने-जाने में भी परेशानी हो रही है.

मामले को लेकर मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई. जिस पर चीफ जस्टिस की डिवीजन बेंच ने सुनवाई की. बेंच ने कहा कि बड़ी ही अचरज की बात है. ऐसे कार्यों को आखिर कौन अप्रूव कौन कर रहा है. हाईकोर्ट ने मैहर नगर पालिका और ठेकेदारों सहित अन्य से जवाब तलब किया है. अगली सुनवाई 24 सितंबर को होगी. मैहर बस स्टैंड हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में रहने वाले मनीष पटेल की ओर से हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी. अधिवक्ता जयंत कुमार पटेल ने उनका पक्ष रखा. उन्होंने कोर्ट को बताया कि मां शारदा मंदिर के रोप-वे के पास घंटाघर तक करीब 4 किलोमीटर की सड़क का निर्माण किया जा रहा है. यह सड़क अलाउद्दीन चौराहे व कलेक्ट्रेट होते हुए गुजरेगी. मैहर शहर के बीचों-बीच की सड़क एक फीट तक ऊंची हो गई है. जिससे रहवासी परेशान हैं. याचिकाकर्ता ने बताया कि सड़क निर्माण में भारी अनियमितताएं हो रही है. सड़क पहले ही 2 बार बन चुकी है. फिर भी बारिश के समय हालात और भी खराब हो जाते हैं. ऊंचाई अधिक होने से दुर्घटनाओं का अंदेशा भी बना रहता है.

निर्माण सामग्री बिछाकर हो रही खानापूर्ति-

याचिका में यह भी आरोप लगाया है कि लोक निर्माण विभाग और स्थानीय ठेकेदार बिना आधार के कार्य कर रहे हैं. जिससे सड़क पर सिर्फ निर्माण सामग्री बिछाकर खानापूर्ति की जा रही है. हाईकोर्ट को बताया गया कि पुरानी सड़क को तोडऩे की बजाय उस पर ही नया निर्माण किया जा रहा है. तीसरी बार ऐसा हुआ है.  हाईकोर्ट ने लोक निर्माण विभाग के वकील से पूछा है कि आखिर ऐसी क्या आवश्यकता आ गई कि तीन बार एक ही सड़क पर निर्माण करवाया जा रहा है. क्या इस सड़क पर भारी वाहनों का आवागमन होता है.
बेंच ने कहा,तर्क सही, हर जगह यही कर रहे हैं

मुख्य न्यायाधीश संजीव सचदेवा और न्यायमूर्ति विनय सराफ की पीठ ने मौखिक रूप से कहा कि देखिए उठाया गया तर्क सही है. ऊंचाई देखिए, आप सड़क की ऊंचाई एक फीट बढ़ा रहे हैं. इसकी क्या जरूरत है, हर जगह आप यही कर रहे हैं. अब घर पानी में डूब जाएंगे. इस एक फीट ऊंची सड़क को बनाने का क्या कारण है. जबलपुर में भी हम हवाईअड्डे से यहां तक देख रहे हैं. ऊंचाई बढ़ गई है. घर पानी में डूब रहे हैं तो सड़क के इस डिजाइन को किसने मंजूरी दी कि यह मौजूदा सड़क से एक फीट ऊंची होनी चाहिए. याचिका में प्रमुख सचिव निर्माण भवन, प्रमुख सचिव नगरीय प्रशासन विभाग, इंजीनियर इन चीफ, ईई पीडब्ल्यूडी संभाग सतना, एसडीओ पीडब्ल्यूडी मैहर, कलेक्टर मैहर, नगर पालिका मैहर व ठेकेदार संजय सिंह को पक्षकार बनाया है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-