जबलपुर में फार्मर रजिस्ट्री ने पकड़ी रफ़्तार, 1.39 लाख किसान हुए पंजीकृत

जबलपुर में फार्मर रजिस्ट्री ने पकड़ी रफ़्तार, 1.39 लाख किसान हुए पंजीकृत

प्रेषित समय :18:56:47 PM / Fri, Sep 12th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

जबलपुर. जिले में किसानों की फार्मर रजिस्ट्री कराने की प्रक्रिया तेज़ी से आगे बढ़ रही है. बीते एक सप्ताह के भीतर 3,813 किसानों का पंजीकरण हुआ है. इसके साथ ही अब तक कुल 1,39,377 किसानों की रजिस्ट्री पूरी की जा चुकी है, जो कि निर्धारित लक्ष्य का 84.33 प्रतिशत है. जिले का लक्ष्य प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के 1,65,270 पात्र किसानों का पंजीकरण करना है.

अधीक्षक भू-अभिलेख कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, पिछले सप्ताह सबसे अधिक 911 किसानों का पंजीकरण शहपुरा तहसील में हुआ. हालांकि, कुल प्रगति के मामले में पनागर तहसील सबसे आगे है, जहाँ अब तक 91.28 प्रतिशत किसानों की फार्मर रजिस्ट्री पूरी की जा चुकी है. इसके बाद कुंडम तहसील 88.48 प्रतिशत और जबलपुर तहसील 87.44 प्रतिशत के साथ क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं.

आंकड़ों के अनुसार, पनागर में 14,783 किसानों में से 13,494, कुंडम में 21,299 में से 18,845 और जबलपुर तहसील में 19,492 में से 17,044 किसानों की रजिस्ट्री पूरी हो चुकी है. वहीं, शहपुरा तहसील में 26,891 में से 20,803, पाटन में 26,799 में से 22,153, मझौली में 28,833 में से 23,977, सिहोरा में 25,744 में से 22,223 किसानों की फार्मर रजिस्ट्री की जा चुकी है. इसके अलावा आधारताल में 522 में से 144, राँझी में 355 में से 221 और गोरखपुर में 552 में से 473 किसानों का पंजीकरण हो चुका है.

कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय और मध्यप्रदेश शासन के निर्देशानुसार, भविष्य में पीएम किसान योजना का लाभ केवल उन्हीं किसानों को मिलेगा जिनके पास फार्मर आईडी होगी. इस प्रक्रिया के तहत प्रत्येक कृषक भूमि स्वामी को एक यूनिक आईडी जारी की जा रही है. इससे किसान आसानी से केसीसी ऋण प्राप्त कर सकेंगे और अन्य सरकारी योजनाओं में भी पारदर्शिता व सरलता आएगी.

अधिकारियों का कहना है कि फार्मर रजिस्ट्री से किसानों की पहचान सुनिश्चित होगी, उनका डेटा बेस तैयार होगा और कृषि नीतियों के बेहतर क्रियान्वयन में मदद मिलेगी. पंजीकरण के लिए किसानों को घर से बाहर जाने की भी आवश्यकता नहीं है. वे फार्मर सहायक एमपी एप के माध्यम से ऑनलाइन रजिस्ट्री करा सकते हैं. अब तक 16,406 किसानों ने मोबाइल एप का उपयोग कर पंजीकरण पूरा किया है. इसके अलावा किसान पटवारी, सर्वेयर सहायक, एमपी ऑनलाइन कियोस्क और कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से भी निर्धारित शुल्क पर पंजीकरण करवा सकते हैं.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-