नई दिल्ली. एशिया कप के दौरान भारत-पाकिस्तान मुकाबले में हाथ मिलाने से इनकार के बाद बड़ा विवाद खड़ा हो गया है. भारतीय टीम ने हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाया. यह मामला खेल के मैदान से आगे बढ़कर अब राजनीतिक मोड़ ले चुका है. पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी ने भारतीय सरकार पर सीधा हमला बोला और कांग्रेस नेता राहुल गांधी की जमकर तारीफ की.
अफरीदी ने पाकिस्तानी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा, “यह सरकार सत्ता में बने रहने के लिए हिंदू-मुस्लिम कार्ड खेलती है. यह बहुत गलत मानसिकता है.” उन्होंने राहुल गांधी की तुलना में कहा, “राहुल गांधी का नजरिया बहुत सकारात्मक है, वे संवाद में विश्वास रखते हैं.” अफरीदी ने यहां तक कहा, “क्या एक इज़राइल काफी नहीं है कि आप दूसरा बनने जा रहे हैं?” उनके इस बयान को भारत के खिलाफ राजनीतिक तौर पर भड़का हुआ कदम माना जा रहा है, खासकर उस समय जब पाकिस्तान को मैच में करारी हार झेलनी पड़ी.
विवाद की शुरुआत टॉस के समय हुई जब भारतीय टीम ने परंपरागत हाथ मिलाने की प्रक्रिया से परहेज किया. यही नहीं, मैच खत्म होने के बाद भी भारतीय खिलाड़ी सीधे मैदान छोड़कर चले गए और पाकिस्तानी टीम से किसी तरह की औपचारिकता नहीं निभाई. इसे टीम का सामूहिक निर्णय बताया गया है, जो पहलगाम आतंकी हमले के बाद उपजे गुस्से को दर्शाता है.
मैच से पहले ही विपक्षी दलों ने पाकिस्तान के साथ खेलने का विरोध किया था. कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत कई दलों ने मांग की थी कि इतनी बड़ी आतंकी घटना के तुरंत बाद पाकिस्तान के खिलाफ खेलना उचित नहीं है. उनका तर्क था कि इस मैच से होने वाली आय का अप्रत्यक्ष रूप से इस्तेमाल भारत विरोधी गतिविधियों में हो सकता है.
इस मांग ने जनता को भी दो हिस्सों में बांट दिया. एक पक्ष ने राष्ट्रवादी भावनाओं के आधार पर बहिष्कार का समर्थन किया, जबकि दूसरे पक्ष का कहना था कि एशिया कप जैसे बहुराष्ट्रीय टूर्नामेंट से हटना भारत की साख को नुकसान पहुंचा सकता है और पाकिस्तान को वॉकओवर मिल जाएगा.
अंततः केंद्र सरकार और बीसीसीआई ने मैच खेलने का निर्णय लिया, लेकिन भारतीय खिलाड़ियों ने मैदान पर हाथ न मिलाकर ही विरोध दर्ज कराया. यह घटना साफ तौर पर दर्शाती है कि भारत-पाकिस्तान प्रतिद्वंद्विता केवल खेल तक सीमित नहीं है बल्कि राजनीति और राष्ट्रवाद से गहराई से जुड़ी हुई है. अब शाहिद अफरीदी जैसे बयानों ने इस विवाद को और हवा दे दी है और यह मामला आने वाले दिनों में और ज्यादा तूल पकड़ सकता है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

