पाकिस्तान-यूएई एशिया कप मुकाबला एक घंटे विलंबित, आईसीसी ने पीसीबी की मांग ठुकराई

पाकिस्तान-यूएई एशिया कप मुकाबला एक घंटे विलंबित, आईसीसी ने पीसीबी की मांग ठुकराई

प्रेषित समय :22:00:08 PM / Wed, Sep 17th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

दुबई. एशिया कप में बुधवार को पाकिस्तान और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के बीच होने वाला महत्वपूर्ण मुकाबला विवादों के चलते एक घंटे की देरी से शुरू हुआ. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) से मैच रेफरी एंडी पाइक्रॉफ्ट को हटाने की मांग की थी, जिसे आईसीसी ने लगातार दूसरी बार सिरे से खारिज कर दिया.

पीसीबी ने पाइक्रॉफ्ट पर गंभीर आरोप लगाए थे कि भारत के खिलाफ रविवार को खेले गए मैच के बाद जब भारतीय खिलाड़ियों ने पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों के प्रति संवेदना जताते हुए पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ मिलाने से इंकार किया, तो इस पूरे विवाद के लिए वही जिम्मेदार हैं. पाकिस्तान ने आरोप लगाया कि पाइक्रॉफ्ट ने न केवल खिलाड़ियों को हाथ मिलाने से रोका बल्कि दोनों टीमों के कप्तानों के बीच होने वाले टीम-शीट आदान-प्रदान को भी बाधित किया.

पाकिस्तान की शिकायत और आईसीसी की प्रतिक्रिया
पाकिस्तान ने आईसीसी को भेजी अपनी शिकायत में कहा कि पाइक्रॉफ्ट का यह आचरण आचार संहिता के अनुच्छेद 2 का उल्लंघन है. इस अनुच्छेद के अनुसार कोई भी मैच रेफरी ऐसा व्यवहार नहीं कर सकता जो खेल की भावना और मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) के नियमों के खिलाफ हो.

पीसीबी ने अपनी चिट्ठी में लिखा, "इस तरह के कृत्य से न केवल खेल की गरिमा को ठेस पहुंची है बल्कि इसके राजनीतिक और सामाजिक परिणाम भी गंभीर हैं. इससे क्रिकेट की छवि को भी नुकसान पहुंचा है."

हालांकि आईसीसी ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए दूसरी शिकायत को भी खारिज कर दिया. आईसीसी और एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) के सूत्रों के अनुसार पाइक्रॉफ्ट की भूमिका नकारात्मक नहीं बल्कि सहयोगात्मक रही. उन्होंने पाकिस्तान को पहले से आगाह किया था कि भारतीय खिलाड़ी हाथ नहीं मिलाएंगे, जिससे उन्हें अप्रत्याशित स्थिति का सामना न करना पड़े.

मैच रेफरी पर विवाद गहराया
पाकिस्तान क्रिकेट टीम प्रबंधन का कहना है कि 69 वर्षीय पाइक्रॉफ्ट, जो कभी जिम्बाब्वे के लिए क्रिकेट खेल चुके हैं, ने कप्तान सलमान अली आगा को भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव से हाथ मिलाने से परहेज करने की सलाह दी. इस कथित घटना ने पीसीबी को और भड़का दिया और उन्होंने रेफरी को बदलने की जिद पकड़ ली.

पाकिस्तानी टीम प्रबंधन का आरोप था कि पाइक्रॉफ्ट ने इस प्रक्रिया को बाधित करके खेल की परंपरा का अपमान किया. वहीं आईसीसी का कहना है कि पाइक्रॉफ्ट ने नियमों और प्रक्रियाओं का पालन किया और उनकी किसी भी कार्रवाई को गलत नहीं ठहराया जा सकता.

देरी से शुरू हुआ मुकाबला
आईसीसी द्वारा शिकायत खारिज किए जाने और रेफरी को बरकरार रखने के फैसले के बाद पाकिस्तान ने मैच में उतरने में अनिच्छा जताई. स्थिति गंभीर होती देख आयोजकों ने स्पष्ट किया कि यदि पाकिस्तान टीम मैदान पर नहीं उतरती है तो पूरे अंक यूएई को दिए जाएंगे. इसके बाद पाकिस्तान की टीम ने मैदान में कदम रखा, लेकिन मुकाबले की शुरुआत निर्धारित समय से एक घंटे देरी से हुई.

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के प्रवक्ता ने जानकारी दी कि बोर्ड प्रमुख मोहसिन नक़वी लाहौर में पत्रकार वार्ता करेंगे और पूरे विवाद पर अपनी स्थिति स्पष्ट करेंगे.

राजनीतिक रंग लेता विवाद
पाकिस्तान के दावे के अनुसार यह विवाद केवल क्रिकेट तक सीमित नहीं है बल्कि इसके पीछे राजनीतिक और सामाजिक पृष्ठभूमि भी है. भारत के खिलाड़ियों द्वारा हाथ न मिलाना पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों के प्रति संवेदना जताने का प्रतीक था. इससे पाकिस्तान की छवि को चोट पहुंची और उसने इसका ठीकरा पाइक्रॉफ्ट पर फोड़ दिया.

वहीं आईसीसी का कहना है कि खेल को राजनीति से जोड़ना उचित नहीं और पाइक्रॉफ्ट ने अपने दायित्वों का निर्वहन सही ढंग से किया. एसीसी के सूत्रों ने भी यही कहा कि पाइक्रॉफ्ट को हटाने का कोई कारण नहीं है और पाकिस्तान की शिकायत निराधार है.

एशिया कप के इस विवाद ने एक बार फिर क्रिकेट और राजनीति के बीच की संवेदनशील रेखा को उजागर किया है. पाकिस्तान की ओर से उठाए गए आरोप चाहे सही हों या न हों, लेकिन इससे टूर्नामेंट के माहौल पर असर पड़ा है.

आईसीसी ने साफ कर दिया है कि वह दबाव में आकर अपने अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं करेगा और मैच रेफरी एंडी पाइक्रॉफ्ट पर पूरा भरोसा कायम रखेगा. अंततः मुकाबला विलंब से ही सही, लेकिन संपन्न हुआ.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-