शुल्क वृद्धि के बाद दिवाली और शादियों के लिए भारत यात्रा रद्द कर हड़बड़ी में फंसे भारतीय H-1B वीजा धारक

शुल्क वृद्धि के बाद दिवाली और शादियों के लिए भारत यात्रा रद्द कर हड़बड़ी में फंसे भारतीय H-1B वीजा धारक

प्रेषित समय :21:39:53 PM / Sat, Sep 20th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

न्यूयॉर्क/वॉशिंगटन. अमेरिका में H-1B वीजा पर रहने वाले भारतीय पेशेवरों और उनके परिवारों में शुक्रवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा वीजा शुल्क 1,00,000 अमेरिकी डॉलर प्रतिवर्ष बढ़ाने के आदेश के बाद व्यापक हड़बड़ी, भ्रम और चिंता फैल गई. कई लोग दिवाली और वर्ष के अंत की छुट्टियों के लिए तय अपनी भारत यात्रा रद्द कर रहे हैं, जबकि कुछ पहले से भारत में मौजूद लोग असमंजस के कारण तुरंत वापसी की योजना बना रहे हैं.

H-1B वीजा धारकों और उनके परिवारों ने एहतियातन यात्रा रद्द कर दी, कुछ लोग हवाई अड्डे पर बोर्डिंग के इंतजार में ही थे कि अचानक यह सूचना मिली कि वीजा शुल्क बढ़ा दिया गया है. कई पेशेवरों ने PTI से बातचीत में यह बताया कि फिलहाल सभी में घबराहट और चिंता का माहौल है. कुछ ऐसे मामले सामने आए हैं जहां लोग अपनी शादी या व्यक्तिगत समारोह के लिए यात्रा रद्द कर रहे हैं.

एक व्यक्ति ने बताया कि "यह एक तरह का यात्रा प्रतिबंध है. भले ही किसी के पास वैध H-1B वीजा हो, अगर वे यात्रा कर रहे हैं या छुट्टी पर हैं, तो उन्हें अमेरिका में प्रवेश नहीं मिलेगा जब तक कि 1,00,000 अमेरिकी डॉलर का भुगतान प्रमाणित नहीं किया गया. कोई नहीं जानता प्रक्रिया क्या होगी, नियम क्या हैं. अब स्थिति पूरी तरह से भयभीत करने वाली हो गई है."

कई लोगों ने यह भी कहा कि अब अमेरिका में रहने वाले H-1B वीजा धारक और उनके परिवार यह नहीं समझ पा रहे कि उनका वर्तमान वीजा और प्रवास पर क्या असर पड़ेगा. बड़ी टेक कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को दिशा-निर्देश दिए हैं कि इस समय वे अमेरिका छोड़कर यात्रा न करें और यदि भारत में हैं तो जल्द से जल्द लौटें.

एक व्यक्ति ने बताया, "जो लोग पहले ही अमेरिका से बाहर हैं, वे वापसी की योजना बना रहे हैं. अधिकांश लोग तुरंत अमेरिका लौटने की कोशिश में हैं. इसके बावजूद कोई नहीं जानता कि क्या वे वापस आ पाएंगे और कंपनियों द्वारा 1,00,000 डॉलर का भुगतान करने की प्रक्रिया क्या होगी."

H-1B वीजा धारकों और उनके परिवारों के लिए यह आदेश ऐसे समय आया है जब भारतीय पेशेवर और उनके परिवार दिवाली और वर्ष के अंत की छुट्टियों के लिए यात्रा की तैयारी कर रहे थे. यह आदेश न केवल पेशेवरों को असमंजस में डाल रहा है बल्कि उनके परिवार और बच्चों की सुरक्षा और यात्रा योजनाओं पर भी प्रश्न खड़े कर रहा है.

एक पेशेवर ने कहा, "लोग दिवाली के लिए भारत जाने की योजना बना चुके थे. अब सभी भ्रम में हैं और नहीं जानते क्या करें. परिवार ने पहले से ही टिकट बुक किए हैं. यह समय अधिकांश भारतीय पेशेवरों की यात्रा का होता है, अब अचानक यह स्थिति उत्पन्न हो गई."

कुछ H-1B धारकों ने यह भी चिंता जताई कि यदि आदेश पर अदालत रोक लगाती है या अपवाद बनाए जाते हैं, तो इसके परिणाम क्या होंगे, इसकी कोई स्पष्टता नहीं है. इस आदेश ने पेशेवरों के बीच अस्थिरता और अनिश्चितता की भावना को और बढ़ा दिया है.

अन्य वीजा धारकों जैसे F1 छात्र वीजा या L1 कार्य वीजा पर रहने वाले लोग भी इस आदेश से प्रभावित होने की संभावना पर चिंता व्यक्त कर रहे हैं. H4 वीजा पर रह रहे पति-पत्नी और बच्चों की यात्रा को लेकर भी भ्रम और असमंजस की स्थिति है.

H-1B वीजा धारक लंबे समय से अमेरिका में ग्रीन कार्ड की प्रक्रिया को लेकर तनाव में हैं, लेकिन अब यह नई घोषणा उनके जीवन और करियर को प्रभावित करने वाली है. उन्होंने बताया कि यह आदेश उनके परिवार और बच्चों की सुरक्षा और भविष्य को लेकर चिंता पैदा कर रहा है.

पेशेवरों ने यह भी कहा कि इस आदेश के बाद कंपनियों और कर्मचारियों के बीच स्पष्ट जानकारी की कमी और भ्रम ने स्थिति को और जटिल बना दिया है. लोग अब यह सोचने लगे हैं कि क्या वे अमेरिका में अपने जीवन और करियर को आगे बढ़ा पाएंगे.

इस आदेश से भारतीय पेशेवरों और उनके परिवारों में हड़बड़ी, भ्रम और मानसिक तनाव का माहौल बन गया है. लोग अब यह सुनिश्चित करने के लिए प्रयास कर रहे हैं कि दिवाली और वर्ष के अंत की छुट्टियों में उनकी यात्रा और परिवार के साथ समय बिताने की योजना सुरक्षित रहे.

अमेरिकी प्रशासन और कंपनियों के दिशानिर्देशों की अस्पष्टता के कारण H-1B वीजा धारक और उनके परिवार असमंजस और चिंता में हैं. इस आदेश ने उन्हें यात्रा, परिवार और करियर की अनिश्चितता के बीच फंसा दिया है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-