नई दिल्ली. वेस्ट इंडीज़ के बॉलिंग कोच रवि रामपाल ने भारत के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में अपनी टीम के संघर्षों पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि उनके गेंदबाजों ने भरपूर प्रयास किया, और नुकसान इससे भी बड़ा हो सकता था.
रामपाल ने कहा, “यह एक बहुत ही कठिन मैच था, विकेट बल्लेबाजी के लिए बेहतरीन था. हमें अपनी रणनीतियों पर टिके रहना होगा. हमारे गेंदबाजों ने अपनी पूरी कोशिश की और नुकसान इससे भी अधिक हो सकता था.”
पारी की शुरुआत में वेस्ट इंडीज़ के खराब प्रदर्शन पर उन्होंने कहा कि पहले सत्र में कई विकेट जल्दी गिरने से टीम पुनः संतुलन बनाने में असफल रही. रामपाल ने कहा, “पहला सत्र जहां हमने बहुत विकेट गंवाए, उसने हमें काफी नुकसान पहुँचाया. हम उससे उबर नहीं पाए.”
रामपाल ने यह भी बताया कि उन्हें पिच पर स्पिन की कमी देखकर आश्चर्य हुआ. उन्होंने कहा, “हाँ, मुझे आश्चर्य हुआ कि स्पिन पर्याप्त नहीं थी, जैसा हमने सोचा था. यह बल्लेबाजी के लिए पहले से बेहतर ट्रैक बन गया.”
जब उनसे तीन भारतीय शतकधारियों में सबसे कठिन बल्लेबाज के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि रविंद्र जडेजा सबसे आक्रामक थे, क्योंकि वे स्पिनरों के खिलाफ लगातार कदम बढ़ा रहे थे. इसके कारण उन पर गेंदबाजी करना बेहद चुनौतीपूर्ण था.
रामपाल ने दो जोसेफ्स – शमार और अलज़ारी की अनुपस्थिति का भी खेद व्यक्त किया और कहा कि इससे उनकी योजनाओं पर गंभीर असर पड़ा. उन्होंने कहा, “दोनों खो देने के बाद स्थिति बहुत कठिन हो गई. जोहान लेन के पास कोई सहायक नहीं था. इसलिए यह बहुत मुश्किल था.”
उन्होंने यह भी बताया कि वेस्ट इंडीज़ टीम ने न्यूज़ीलैंड के स्पिनरों की भारत के खिलाफ 3-0 की सफ़ाई से कुछ संकेत लेने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने स्वीकार किया कि परिस्थितियाँ अब काफी अलग हैं. रामपाल ने कहा, “हमने शुरुआत में न्यूज़ीलैंड के स्पिनरों की रणनीति देखी, लेकिन पिच और हमारी गति अलग है. हमें पिच और गेंदबाजी की गति के अनुसार सोच-समझकर खेलना होगा.”
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

