जबलपुर. एमपी के जबलपुर में रहकर 12वीं कक्षा की पढ़ाई कर रही छात्रा हर्षिता की लाश 150 किलोमीटर दूर रेल ट्रेक पर मिली. छात्रा की लाश मिलने की खबर पाते ही पुलिस पहुंच गई. पुलिस को शव के पास एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें लिखा कि मेरे कारण सभी लोग परेशान है, मैं अब जा रही हूं, कभी नहीं लौटूंगी, सब खुश रहना. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए शासकीय अस्पताल पहुंचाकर मर्ग कायम कर लिया है.
पुलिस अधिकारियों के अनुसार जबलपुर के श्रीनाथ की तलैया क्षेत्र में अपनी बुआ के घर में रहकर 12 वीं कक्षा की पढाई कर रही हर्षिता उम्र 17 वर्ष दो दिन पहले शाम के 5 बजे के लगभग कोचिंग जाने के लिए निकली. छात्रा रात तक घर नहीं लौटी, परिजन चिंतित हो गए, उन्होने अपने स्तर पर छात्रा की तलाश की लेकिन कोई जानकारी न मिलने पर तब परिजनों ने लार्डगंज थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. रविवार देर रात नरसिंहपुर जिले के सालीचौका में रेलवे ट्रैक के पास एक शव मिलने की जानकारी पर पुलिस पहुंची.
सालीचौका पुलिस को मौके पर छात्रा का बैग और सुसाइड नोट मिला. जिसमें लिखा है कि मेरे कारण सब परेशान थे, मैं अब जा रही हूं, कभी नहीं लौटूंगी, सब खुश रहना. बैग में मिले नंबर से संपर्क कर बुआ के परिवार से वीडियो कॉल पर शव की पहचान कराई गई. उसके बाद तुरंत परिजन सालीचौका उप थाना पहुंच गए. छात्रा गोसलपुर के सिलुआ गांव की रहने वाली थी. नरसिंहपुर पुलिस ने सुसाइड नोट और मोबाइल फोन जब्त कर जांच शुरू कर दी है.
भाई को कोचिंग में नहीं मिली छात्रा-
पुलिस के अनुसार शाम 7.30 बजे हर्षिता का बड़ा भाई उसे कोचिंग से वापस लेने के लिए पहुंचा. उसे वहां जाने पर पता चला कि हर्षिता कोचिंग पहुंची ही नहीं है. उसने घर जाकर तुरंत बुआ को बताया. इसके बाद परिजन लार्डगंज थाने पहुंचे. पुलिस को उसने गुम होने की जानकारी दी. छात्रा की सहेलियों से उसके बारे में पूछा. संभावित जगहों पर जाकर देखा, तलाश करते करते सुबह हो गई, लेकिन उसका पता नहीं चला.
परिजनों ने लगाए आरोप, कहा की गई है हत्या-
परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा है कि हर्षिता आत्महत्या नहीं कर सकती. उससे दबाव में सुसाइड नोट लिखवाया गया और उसकी हत्या कर शव रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया गया. शव पर चोट के निशान भी हैं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

