AajKaDin: 29 अक्टूबर 2025, गोपाष्टमी.... बुद्धिबल से विशाल पहाड़ भी उठाया जा सकता है!

AajKaDin: 29 अक्टूबर 2025, गोपाष्टमी.... बुद्धिबल से विशाल पहाड़ भी उठाया जा सकता है!

प्रेषित समय :20:39:31 PM / Tue, Oct 28th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

* प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी, बॉलीवुड एस्ट्रो एडवाइजर (व्हाट्सएप- 8875863494)
* गोपाष्टमी - 30 अक्टूबर 2025
* मासिक दुर्गाष्टमी - 30 अक्टूबर 2025
* अष्टमी तिथि प्रारम्भ - 29 अक्टूबर 2025 को 09:23 एएम बजे
* अष्टमी तिथि समाप्त - 30 अक्टूबर 2025 को 10:06 एएम बजे

गौरक्षा के कारण ही भगवान श्रीकृष्ण... गोविन्द कहलाए, धर्मधारणा के अनुसार...  कार्तिक शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से सप्तमी तक.. गो, गोप और गोपियों की सुरक्षा के लिए भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को धारण किया था. 
अष्टमी के दिन देवराज इन्द्र अहंकार मुक्त होकर भगवान श्रीकृष्ण की शरण में आये. 
इस अवसर पर कामधेनु ने भगवान श्रीकृष्ण का अभिषेक किया और तब से भगवान श्रीकृष्ण... गोविन्द कहलाए. 
इसीलिए गोविंद के सम्मान में गौ-नवरात्रि में कार्तिक शुक्ल पक्ष की अष्टमी को गोपाष्टमी का पर्व मनाया जाता है और भगवान श्रीकृष्ण की प्रिय गौ माताओं की सेवा-पूजा की जाती है.
इस दिन प्रात:काल गौमाताओं को पवित्र स्नान करा कर गंध, धूप, पुष्पादि से पूजा-अर्चना करते हैं.
गौ माताओं को वस्त्राभूषणों से अलंकृत करके ग्वालों का पूजन, गो-ग्रास, यज्ञ-हवन, गौ-आरती, दान-पुण्य, शोभायात्रा आदि विविध धार्मिक आयोजन होते हैं.
इस अवसर पर गौ-प्रदक्षिणा करते हैं तथा सायंकाल घर वापसी पर गौ पूजा करके उनका स्वागत करते हैं... उन्हें भोजन प्रदान करते हैं एवं उनकी चरण रज को माथे पर धारण करते हैं. 
इस दिन गौ-सेवा से जीवन धन्य हो जाता है और जीवन की हर मनोकामना पूरी होती है.
धर्मधारणा के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण ने ब्रजवासियों को इंद्र के प्रकोप से बचाने के लिए गोवर्धन पूजा के दिन गोवर्धन पहाड़ी को अपनी सबसे छोटी अंगुली कनिष्ठा पर उठा लिया था. ब्रजक्षेत्र में सात दिनों की अविश्वसनीय बाढ़ के बाद भगवान इंद्र ने गोपाष्टमी पर अपनी हार स्वीकार कर ली थी.
याद रहे, भगवान कृष्ण ने ब्रजवासियों को भगवान इंद्र को दी जाने वाली वार्षिक भेंट को रोकने का सुझाव दिया था, जिससे इंद्र नाराज हो गए और उन्होंने ब्रजक्षेत्र में मूसलाधार बरसात की थी, लेकिन भगवान इंद्र अपने अभियान में असफल रहे, क्योंकि ब्रजवासी और उनका पशुधन गोवर्धन पहाड़ी के विशाल आवरण के नीचे सुरक्षित था.
गोपाष्टमी अवसर पर श्रीकृष्ण ने कनिष्ठा अंगुली के माध्यम से एक विशेष ज्ञान भी दिया है कि बुद्धि का प्रतिनिधित्व करने वाली कनिष्ठा अंगुली का उपयोग किया जाए, अर्थात- बुद्धि का उपयोग किया जाए तो बड़ी-से-बड़ी समस्या का सामना किया जा सकता है, बुद्धिबल से विशाल पहाड़ भी उठाया जा सकता है!

श्री त्रिपुरा सुंदरी दैनिक धर्म-कर्म पंचांग - 29 अक्टूबर 2025
शक सम्वत- 1947, विक्रम सम्वत- 2082, अमान्त महीना कार्तिक, पूर्णिमान्त महीना कार्तिक, वार बुधवार, पक्ष शुक्ल, तिथि सप्तमी - 09:23 एएम तक, नक्षत्र उत्तराषाढा - 05:29 पीएम तक, योग धृति - 07:51 एएम तक, करण वणिज - 09:23 एएम तक, द्वितीय करण विष्टि - 09:50 पीएम तक, सूर्य राशि तुला, चन्द्र राशि मकर, राहुकाल 12:19 पीएम से 01:43 पीएम, अभिजित मुहूर्त - नहीं है.
दैनिक चौघड़िया - 29 अक्टूबर 2025
* दिन का चौघड़िया
लाभ - 06:40 से 08:05
अमृत - 08:05 से 09:29
काल - 09:29 से 10:54
शुभ - 10:54 से 12:19
रोग - 12:19 से 01:43
उद्वेग - 01:43 से 03:08
चर - 03:08 से 04:32
लाभ - 04:32 से 05:57
* रात्रि का चौघड़िया
उद्वेग - 05:57 से 07:33
शुभ - 07:33 से 09:08
अमृत - 09:08 से 10:43
चर - 10:43 से 12:19
रोग - 12:19 से 01:54
काल - 01:54 से 03:30
लाभ - 03:30 से 05:05
उद्वेग - 05:05 से 06:41 
* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है.
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, विभिन्न पंचांगों, धर्मग्रथों से साभार ली गई है, स्थानीय समय, परंपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं, क्योंकि यहां दिया जा रहा समय अलग-अलग शहरों में स्थानीय समय के सापेक्ष थोड़ा अलग हो सकता है.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!
आज का राशिफल -
मेष राशि:- मानसिक रूप से आप कमजोर महसूस करेंगे और सेहत भी परेशान कर सकती है. असंतुलित खानपान से सेहत खराब हो सकती. अपने खानपान पर ध्यान रखें.  कामों में सफलता मिलने में विलंब हो सकता है. इनकम बढ़ेगी. प्रेम जीवन के लिए दिन अनुकूल रहेगा और गृहस्थ जीवन में जीवन साथी आपके लाभ का मार्ग खोलेगा. आपके रिश्ते में खुशियां आएंगी. बाहरी लोगों से कुछ लाभ होगा.

वृष राशि:- थोड़ी बहुत चुनौतियां भी आएंगी तो भी आप खुशी से उनका सामना करेंगे. प्यार के मामले में आज का दिन अच्छा रहेगा और अपने प्रिय के साथ  रोमांस के मौके आएंगे. शादीशुदा लोगों का गृहस्थ जीवन सामान्य रहेगा. काम के सिलसिले में आज आपको कुछ दिक्कतें आएंगी. भाग्य के भरोसे ना बैठे रहें. सेहत के लिहाज से आज आप अच्छे होंगे क्योंकि सेहत मजबूत होगी.

मिथुन राशि:- आप अपने विरोधियों पर भी हावी रहेंगे और आपको नौकरी में अच्छे नतीजे मिलेंगे. यदि आप कोई व्यापार करते हैं तो उसमें आज का दिन सामान्य रहेगा. अपने ससुराल पक्ष के लोगों से बातचीत होगी. भाग्य कमजोर रहेगा जिसकी वजह से मेहनत अधिक करनी होगी. काम के सिलसिले में स्थिति सामान्य रहेगी. आज आपकी सेहत कुछ कमजोर रहेगी.

कर्क राशि:- आज का दिन आपकी राशि के लोगों के लिए  बढ़िया रहेगा. सुविधाओं में दिन बीतेगा और कुछ गुप्त कार्यों पर भी धन खर्च करेंगे. विरोधियों से समस्या तो नहीं होगी फिर भी आपको चिंता अवश्य रहेगी. गृहस्थ जीवन के लिए आज का दिन अच्छा रहेगा प्रेम जीवन जीने वालों कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा और प्रिय किसी बात को लेकर आपसे गुस्सा जता सकता है. किसी दूसरी नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं.

सिंह राशि:- आपके लिए आज का दिन अनुकूल रहेगा. रुके हुए काम बनने लगेंगे. कामों में सफलता मिलेगी. पारिवारिक जीवन खुशनुमा रहेगा. गृहस्थ जीवन में खुशियां आएंगी. जीवन साथी से रिश्ता बढ़िया बनेगा. जो लोग किसी से प्रेम करते हैं उनके लिए दिक्कतों में कमी आएगी. पढ़ाई में दिक्कतें आएंगी. विरोधियों पर आप भारी पड़ेंगे. आपकी सेहत आज अच्छी रहेगी.

कन्या राशि:- आपके लिए आज का दिन बहुत हद तक अनुकूल रहेगा. मानसिक तनाव से मुक्ति मिलेगी. विद्यार्थियों का पढ़ाई में मन लगेगा. शादीशुदा लोगों का गृहस्थ जीवन खुशियों से भरपूर रहेगा. रोमांस बढ़ेगा प्रेम जीवन बिता रहे लोगों को भी आज अच्छे नतीजे मिलेंगे. काम के सिलसिले में ज्यादा मेहनत के बाद अच्छे नतीजे हासिल होंगे. घरेलू जीवन पर ध्यान देंगे और कुछ बड़े खर्चे भी कर सकते हैं.

तुला राशि:- मानसिक तनाव रह सकता है जिससे बचने के लिए आपको खुद ही कोशिश करनी पड़ेगी. यात्रा पर जाने के लिए दिन अच्छा नहीं है. घर के बुजुर्गों का आशीर्वाद मिलेगा. कामों में सफलता मिलेगी. गृहस्थ जीवन में दिक्कतें रह सकती हैं. जो लोग प्रेम जीवन में हैं उनके लिए आज का दिन अच्छा रहेगा. अपने प्रिय के साथ खूब बातें करेंगे और उनके साथ कुछ शॉपिंग भी करेंगे.

वृश्चिक राशि:- खर्चों में बढ़ोतरी होगी. इनकम सामान्य रहेगी. आर्थिक बोझ बढ़ेगा.परिवार के लोग आपकी मदद करेंगे. गृहस्थ जीवन में सावधानी रखें. जीवन साथी गुस्सा कर सकता है. प्रेम जीवन जीने वालों का अपने प्रिय से बात करके और मिलकर बहुत खुशी होगी. प्रेम जीवन मजबूत होगा.

धनु राशि:- खर्चों में बढ़ोतरी होगी. इनकम सामान्य रहेगी. आर्थिक बोझ बढ़ेगा.परिवार के लोग आपकी मदद करेंगे. गृहस्थ जीवन में सावधानी रखें. जीवन साथी गुस्सा कर सकता है. प्रेम जीवन जीने वालों का अपने प्रिय से बात करके और मिलकर बहुत खुशी होगी. प्रेम जीवन मजबूत होगा.

मकर राशि:- किसी बढ़िया व्यक्ति से मिल कर दिल खुश हो जाएगा या उनसे फोन पर संपर्क होगा. आपके व्यापार में लाभ होगा. काम के सिलसिले में अच्छे नतीजे मिलेंगे. आप खुश रहेंगे. गृहस्थ जीवन खुशनुमा रहेगा. प्रेम जीवन जीने वालों को कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.आपकी सेहत अच्छी रहेगी. दूसरों के हित के बात सोच सकते हैं.

कुम्भ राशि:- मानसिक तनाव से मुक्ति मिलेगी. इनकम बढ़ेगी. खर्चों में कमी आएगी. गृहस्थ जीवन प्रेमपूर्ण रहेगा. जीवनसाथी के साथ भविष्य के बारे में किसी बड़ी यात्रा की प्लानिंग कर सकते हैं. प्रेम जीवन बिता रहे लोगों को भी आज काफी खुशनुमा समय रहेगा. काम के सिलसिले में मेहनत करने पर ध्यान देना होगा.

मीन राशि:- वरना दिक्कतें आ सकती हैं. भाग्य के भरोसे ना बैठे रहें. मेहनत करें इनकम सामान्य रहेगी. परिवार का माहौल भी सकारात्मक रहेगा. सेहत अच्छी रहेगी. प्रेम जीवन में कुछ दिक्कतें आ सकती हैं. शादीशुदा लोगों का गृहस्थ जीवन प्यार से भरपूर रहेगा.
 * आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ)  वाट्सएप नम्बर 7879372913

* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-