एशिया कप ट्रॉफी विवाद पर बीसीसीआई करेगी आईसीसी बैठक में मुद्दा उठाने की तैयारी

एशिया कप ट्रॉफी विवाद पर बीसीसीआई करेगी आईसीसी बैठक में मुद्दा उठाने की तैयारी

प्रेषित समय :21:58:37 PM / Fri, Oct 31st, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

भारत ने एशिया कप जीतकर एतिहासिक उपलब्धि हासिल की, लेकिन जीत के एक महीने बाद भी ट्रॉफी बीसीसीआई के हाथ नहीं पहुंची है. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) अब इस मामले को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) की 4 नवंबर को होने वाली बैठक में उठाने की तैयारी में है.

बीसीसीआई के संयुक्त सचिव देवजीत सैकिया ने कहा कि बोर्ड ने करीब दस दिन पहले एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) के अध्यक्ष मोहसिन नक़वी को पत्र लिखा था, लेकिन अब तक स्थिति में कोई बदलाव नहीं हुआ है. “हां, हमें इस बात का अफसोस है कि एक महीने बीत जाने के बाद भी ट्रॉफी हमें नहीं सौंपी गई. हमने पत्र लिखा था, लेकिन अब भी ट्रॉफी पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के पास ही रखी गई है. हमें उम्मीद है कि एक-दो दिन में ट्रॉफी मुंबई स्थित बीसीसीआई मुख्यालय पहुंच जाएगी,” सैकिया ने पीटीआई से कहा.

दरअसल, दुबई में हुए फाइनल में भारत ने पाकिस्तान को पांच विकेट से हराकर एशिया कप जीता था, लेकिन ट्रॉफी वितरण के समय विवाद पैदा हो गया. पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री और एसीसी अध्यक्ष मोहसिन नक़वी उस वक्त ट्रॉफी सौंपने के लिए मौजूद थे, पर भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने उनसे हाथ मिलाने से इनकार कर दिया. इसके बाद ट्रॉफी प्रस्तुति समारोह करीब एक घंटे तक टलता रहा और फिर बिना किसी औपचारिक घोषणा के ट्रॉफी मैदान से हटा दी गई.

इस घटना के बाद से ट्रॉफी पाकिस्तान बोर्ड के पास ही है. नक़वी ने कहा था कि ट्रॉफी भारत को दी जा सकती है, लेकिन इसे वही खुद सौंपेंगे. बीसीसीआई का मानना है कि यह खेल भावना के विरुद्ध है और एक “अनुचित राजनीतिक रवैया” प्रदर्शित करता है.

देवजीत सैकिया ने स्पष्ट किया कि बोर्ड अब इस मसले पर औपचारिक रूप से आईसीसी में बात करेगा. “अगर ट्रॉफी जल्द नहीं सौंपी गई, तो हम इसे दुबई में होने वाली आईसीसी की तिमाही बैठक में उठाएंगे. भारत ने सभी मैच जीते, रिकॉर्ड पर हमारी जीत दर्ज है, बस ट्रॉफी नहीं मिली. हमें पूरा भरोसा है कि अंततः यह ट्रॉफी भारत ही आएगी,” उन्होंने कहा.

सैकिया ने आगे कहा कि बोर्ड ने इस पूरे मामले पर विस्तार से रिपोर्ट तैयार कर ली है और एसीसी को कई बार लिखित अनुरोध भेजे गए हैं. “हम पूरी तरह तैयार हैं कि अगर मामला आगे बढ़ा तो हर तथ्य के साथ अपनी बात रखी जाएगी. भारत ने मैदान में जो जीता है, वह किसी विवाद से नहीं मिटाया जा सकता,” उन्होंने कहा.

इस घटना ने एशिया कप के बाद से दोनों देशों के क्रिकेट बोर्डों के बीच नए तनाव को जन्म दिया है. सूत्रों के मुताबिक, नक़वी चाहते हैं कि भारतीय प्रतिनिधि किसी आगामी अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम में व्यक्तिगत रूप से ट्रॉफी लेने आएं, लेकिन बीसीसीआई ने इस प्रस्ताव को “अनुचित” बताते हुए अस्वीकार कर दिया है.

उधर, बीसीसीआई का कहना है कि भारतीय खिलाड़ी और अधिकारी ट्रॉफी लेने के लिए पाकिस्तान नहीं जाएंगे और इसे आधिकारिक चैनल के माध्यम से भारत भेजा जाना चाहिए.

इस बीच, बीसीसीआई के ही संयुक्त सचिव सैकिया ने यह भी जानकारी दी कि आगामी भारत-दक्षिण अफ्रीका टेस्ट सीरीज़ में गुवाहाटी टेस्ट मैच के दौरान खेल सत्रों में बदलाव किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र में सूर्योदय जल्दी और सूर्यास्त जल्दी होता है, इसलिए मैच का समय थोड़ा पहले रखा जा सकता है.

“संभावना है कि लंच और टी ब्रेक के क्रम में परिवर्तन किया जाए, ताकि छह घंटे के खेल की समय-सीमा पूरी हो सके. यह केवल समय-प्रबंधन का मामला है, और जल्द अंतिम निर्णय लिया जाएगा,” सैकिया ने कहा.

एशिया कप ट्रॉफी विवाद ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा किया है कि खेल और राजनीति के बीच संतुलन कैसे कायम रखा जाए. भारत ने मैदान पर जीत हासिल की, लेकिन अब उसे कूटनीतिक स्तर पर भी अपनी प्रतिष्ठा बचाने की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है.

बीसीसीआई को भरोसा है कि “ट्रॉफी देर से ही सही, पर भारत जरूर आएगी” — और तब भारतीय क्रिकेट प्रेमी उस प्रतीक को अपने देश की जीत का सच्चा प्रमाण मान सकेंगे.

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