शादी का मौसम आते ही हर महिला के मन में सबसे बड़ा सवाल यही होता है — क्या पहनें? फंक्शन पर फंक्शन, संगीत से लेकर रिसेप्शन तक का सिलसिला थमने का नाम नहीं लेता, और हर मौके पर अलग लुक पाना आसान नहीं होता। लेकिन ऐसे वक्त में अगर कोई परिधान सबसे अधिक भरोसेमंद साबित हुआ है, तो वह है — साड़ी। सादगी में शान, परंपरा में आधुनिकता और ग्लैमर में सहजता — साड़ी हर उम्र, हर स्टाइल और हर मौके के लिए सबसे परफेक्ट चुनाव है।
आज की आधुनिक महिला चाहती है कुछ ऐसा जो दिखे भी खूबसूरत और संभालने में भी आसान। यही कारण है कि अब साड़ी पहनना किसी जटिल कला की तरह नहीं रहा, बल्कि यह बन गई है ‘इफ़र्टलेस ग्लैमर’ की पहचान। फैशन विशेषज्ञों के अनुसार, साड़ियों के डिज़ाइन, फ़ैब्रिक और ड्रेपिंग स्टाइल में जो विविधता आई है, उसने इस परिधान को नई ऊँचाइयाँ दी हैं।
दिल्ली की फैशन डिज़ाइनर सामर्पिता यशस्विनी कहती हैं, “आज की साड़ी सिर्फ़ परिधान नहीं, बल्कि एक मूड है — परंपरा और प्रयोग का मेल। महिलाएँ अब इसे सिर्फ़ त्यौहारों पर नहीं, बल्कि शादी के हर छोटे-बड़े कार्यक्रम में गर्व से पहन रही हैं।”
शादी के इस मौसम में अगर आप भी तैयारियों में व्यस्त हैं और तय नहीं कर पा रहीं कि कौन-सी साड़ी पहनें, तो आपके लिए फैशन जगत ने पेश किए हैं कुछ ऐसे विकल्प जो खूबसूरती, आराम और ट्रेंड — तीनों को साथ लेकर चलते हैं।
सबसे पहले बात करें सत्राणी वूमेन्स जॉर्जेट स्टोन वर्क साड़ी की, जो इस सीज़न की सबसे लोकप्रिय पसंद बन चुकी है। हल्की, बहती हुई और पत्थर की जड़ाई से सजी यह साड़ी किसी भी फंक्शन में ग्लैमर का सही संतुलन देती है। इसे पहनने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह भारी नहीं लगती, यात्रा में आसानी रहती है और इसे मिनिमल ज्वेलरी के साथ भी शानदार लुक दिया जा सकता है।
अगर आप अपने लुक में थोड़ा आधुनिक ट्विस्ट चाहती हैं, तो वूमनिस्ता की साटन साड़ी विद एम्बेलिश्ड केप आपके लिए है। यह साड़ी परंपरा और मॉडर्न फ़ैशन का मिलन है — साटन का चिकनापन और केप की सजावट इसे पार्टी या कॉकटेल इवेंट्स के लिए परफेक्ट बनाती है। यह साड़ी उन महिलाओं के लिए है जो भारी ज्वेलरी या एक्सेसरीज़ के बिना ही दमकना चाहती हैं।
शाम के आयोजनों के लिए सिरिल की शिमर शिफॉन सीक्विन एम्ब्रॉयडरी साड़ी हर किसी की पसंद बन रही है। इसकी चमक न तो आंखों को चुभती है और न ही शरीर पर भारी लगती है। रिसेप्शन या नाइट फंक्शन के लिए यह एक बेहतरीन चुनाव है। हल्की होने के बावजूद इसका फिनिश ऐसा है कि हर नजर आपकी ओर ठहर जाती है।
वहीं, पारंपरिक सौंदर्य की बात करें तो स्वॉर्नॉफ की कंजीवरम सिल्क साड़ी इस सीजन का क्लासिक ट्रेंड है। रेशमी कपड़े पर ज़री की महीन बुनाई इसे शाही एहसास देती है। यह साड़ी खास तौर पर उन लोगों के लिए है जो हर शादी में पारंपरिक अंदाज़ को जीवंत रखना चाहते हैं। इसे पहनने से आपको एक तरह का राजसी आत्मविश्वास महसूस होता है।
जो महिलाएँ हल्के आयोजनों या ब्रंच जैसे प्री-वेडिंग इवेंट्स में स्टाइलिश लेकिन कैज़ुअल लुक चाहती हैं, उनके लिए अखिलम की जॉर्जेट ज्योमेट्रिक प्रिंटेड साड़ी एक परफेक्ट चॉइस है। इसका पैटर्न आधुनिक है, कपड़ा हल्का है, और इसे किसी भी समय आसानी से पहना जा सकता है। दिन के कार्यक्रमों में यह आपको सहज और आकर्षक लुक देती है।
अगर बात करें परिष्कृत सौंदर्य और क्लासिक लुक की, तो सत्या पॉल की बेज सिल्क एम्ब्रॉयडर्ड साड़ी अपनी ही श्रेणी में आती है। इस साड़ी में किसी भी तरह का दिखावटीपन नहीं है — बस सिल्क की चमक और महीन कढ़ाई का मेल। रिसेप्शन या औपचारिक आयोजनों के लिए यह सबसे उपयुक्त विकल्प है। इसका न्यूट्रल टोन किसी भी अवसर पर सहज रूप से फिट बैठता है।
और अगर आप कुछ अलग लेकिन कलात्मक लुक चाहती हैं, तो सिरिल की डोला सिल्क इक्कट फॉयल प्रिंट साड़ी जरूर आज़माएँ। इसमें पारंपरिक इक्कट डिज़ाइन और आधुनिक फॉयल प्रिंट का संगम है। कपड़ा मुलायम और बहता हुआ है, जिससे यह लंबे आयोजनों के लिए आरामदायक बनती है। इसकी खासियत यह है कि यह न ज़्यादा चमकदार लगती है, न फीकी — बस उतनी ही रोशनी बिखेरती है जितनी एक खुशमिज़ाज दुल्हन के चेहरे पर होती है।
फैशन विश्लेषक मानते हैं कि भारतीय साड़ी का यह नया रूप एक ‘रिवाइवल मूवमेंट’ है — जहाँ हर महिला अपनी संस्कृति को आधुनिकता के साथ पहन रही है। आज की साड़ियों में न सिर्फ़ रंगों का, बल्कि पहनने के तरीकों का भी नयापन है। कहीं बेल्ट स्टाइल ड्रेपिंग है, कहीं केप या जैकेट के साथ प्रयोग। इस तरह साड़ी अब सिर्फ़ पारंपरिक परिधान नहीं, बल्कि आत्म-अभिव्यक्ति का प्रतीक बन चुकी है।
मुंबई की फ़ैशन इन्फ्लुएंसर रिया सोलंकी कहती हैं, “अब साड़ी पहनना किसी त्योहार की बात नहीं रह गई। यह महिलाओं की रोज़मर्रा की स्टाइल स्टेटमेंट बन रही है। ब्रंच से लेकर बर्थडे, मीटिंग से लेकर मेंहदी — हर जगह साड़ी को नए रूप में देखा जा रहा है।”
इन साड़ियों की खूबी यह है कि ये किसी खास शरीर संरचना या उम्र की मोहताज नहीं हैं। जॉर्जेट, सिल्क, साटन या शिफॉन — हर फ़ैब्रिक अपने अंदाज़ में शरीर पर ढल जाता है। साथ ही, इनमें अब पहले जैसी जटिलता नहीं रही; आसान ड्रेपिंग और हल्के ब्लाउज़ डिज़ाइन ने इन्हें ‘कंफर्ट विद ग्लैम’ बना दिया है।
शादी के मौसम में जहाँ हर कोई कुछ चमकदार पहनना चाहता है, वहीं यह साड़ियाँ दिखाती हैं कि चमक के लिए भारी कपड़ों या जटिल सजावट की ज़रूरत नहीं। सही फ़ैब्रिक, सलीकेदार रंग और न्यूनतम आभूषण ही पर्याप्त हैं।
अंततः, साड़ी सिर्फ़ कपड़े का टुकड़ा नहीं, बल्कि एक भाव है — वह भाव जो पीढ़ियों को जोड़ता है। माँ की अलमारी से लेकर बेटी की अलमारी तक, यह परिधान अपने रंगों और तहों में संस्कृति, सौंदर्य और आत्मविश्वास का संगम समेटे है।
तो इस शादी के मौसम में अगर आप सचमुच दमकना चाहती हैं, तो गाउन या लहंगे के बजाय अपनी अलमारी से साड़ी निकालिए — या कोई नई खरीदिए। क्योंकि असली शान वही है जो परंपरा में बसती है, और साड़ी उसकी सबसे खूबसूरत मिसाल
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

