नई दिल्ली. भारतीय क्रिकेट इतिहास के स्वर्णिम पलों में एक और अध्याय जुड़ गया है. महिला क्रिकेट टीम ने पहली बार आईसीसी महिला विश्व कप जीतकर इतिहास रच दिया, और बुधवार को विश्वविजेता “वीमेन इन ब्लू” ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके आवास पर भेंट कर अपनी सफलता को साझा किया. यह मुलाकात न केवल टीम के लिए गर्व का क्षण थी, बल्कि पूरे देश के लिए एक प्रेरणादायी दृश्य भी बना, जहाँ मेहनत, जज़्बे और विश्वास ने मिलकर भारतीय क्रिकेट के परिदृश्य को नई ऊँचाई दी.
प्रधानमंत्री मोदी ने टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर और पूरी टीम को विश्व कप जीत की बधाई दी. उन्होंने कहा कि भारतीय महिला क्रिकेटरों ने यह साबित कर दिया है कि संकल्प और साहस से हर असंभव लक्ष्य को पाया जा सकता है. पीएम ने खिलाड़ियों से बातचीत में उनके अनुभव जाने, जीत की कहानियाँ सुनीं और टीम के सदस्यों को व्यक्तिगत रूप से सम्मानित किया. उन्होंने कहा कि यह जीत भारत की बेटियों की शक्ति और समर्पण का प्रतीक है, और आने वाले समय में यह उपलब्धि देश की नई पीढ़ी की लड़कियों को बड़े सपने देखने की प्रेरणा देगी.
रविवार को नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में हुए रोमांचक फाइनल मुकाबले में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को हराकर पहली बार महिला विश्व कप का खिताब जीता था. इससे पहले भारतीय टीम दो बार फाइनल तक पहुँची थी, लेकिन ट्रॉफी हाथ नहीं लगी थी. इस बार हरमनप्रीत कौर की अगुवाई में टीम इंडिया ने वह कर दिखाया, जो दशकों से एक सपना बना हुआ था. जीत के बाद सोमवार को प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से टीम को दिल्ली आमंत्रित किया गया था, और बुधवार सुबह एक विशेष चार्टर विमान से “विश्वविजेता टीम” मुंबई से नई दिल्ली पहुँची.
दिल्ली आगमन पर एयरपोर्ट पर प्रशंसकों ने टीम का भव्य स्वागत किया. खिलाड़ियों पर फूल बरसाए गए, ‘भारत माता की जय’ और ‘हरमनप्रीत दीदी ज़िंदाबाद’ के नारों से माहौल गूंज उठा. देर शाम होटल में टीम ने केक काटकर जीत का जश्न मनाया. इसके बाद प्रधानमंत्री से मुलाकात के दौरान खिलाड़ियों के चेहरों पर गर्व और विनम्रता दोनों झलक रहे थे.
सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री ने खिलाड़ियों से करीब आधे घंटे तक अनौपचारिक बातचीत की. उन्होंने पूछा कि टूर्नामेंट के दौरान किन पलों ने टीम को सबसे अधिक प्रेरित किया, और किन चुनौतियों का सामना करना पड़ा. हरमनप्रीत कौर ने बताया कि पिछले दो फाइनल हारने के बाद टीम ने इस बार “सिर्फ जीत के लिए खेलने” का निश्चय किया था. स्मृति मंधाना ने कहा कि यह खिताब सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं, बल्कि भारतीय महिला क्रिकेट के भविष्य की नींव है. उन्होंने कहा, “हमने बचपन से इस पल का सपना देखा था, और अब जब यह सच हुआ है, तो लगता है जैसे पूरा देश साथ खेल रहा था.”
प्रधानमंत्री ने सभी खिलाड़ियों को सम्मान स्वरूप स्मृति चिन्ह प्रदान किए और कहा कि खेल केवल जीत का माध्यम नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण का एक सशक्त रास्ता है. उन्होंने कहा कि देश के हर कोने से बेटियाँ अब क्रिकेट बैट उठाने के लिए प्रेरित होंगी. मोदी ने टीम को आश्वासन दिया कि महिला क्रिकेट को सुविधाओं और अवसरों के मामले में पुरुष क्रिकेट के बराबर प्राथमिकता दी जाएगी.
गौरतलब है कि इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने इसी वर्ष बारबाडोस में टी20 विश्व कप जीतने वाली भारतीय पुरुष टीम से भी मुलाकात की थी. उस समय रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम ने पीएम आवास पर भोजन किया था, और उसके बाद मुंबई में ऐतिहासिक ट्रॉफी परेड का आयोजन हुआ था. हालांकि महिला टीम की जीत के बाद ऐसी किसी सार्वजनिक परेड की योजना अभी तक नहीं बनी है. सूत्रों के मुताबिक, सुरक्षा और लॉजिस्टिक कारणों के चलते फिलहाल केवल प्रधानमंत्री से मुलाकात और औपचारिक स्वागत कार्यक्रम आयोजित किया गया.
टीम इंडिया की जीत के बाद देशभर में खुशी की लहर दौड़ गई. सोशल मीडिया पर लाखों संदेशों के साथ “#WomenInBlue” ट्रेंड करता रहा. क्रिकेट के दिग्गजों से लेकर आम नागरिकों तक ने इस जीत को भारतीय खेल इतिहास का “टर्निंग पॉइंट” बताया. बीसीसीआई अध्यक्ष और पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने कहा कि यह केवल एक जीत नहीं, बल्कि एक क्रांति की शुरुआत है. उन्होंने ट्वीट किया, “आज हमारी बेटियों ने साबित कर दिया कि भारत खेलों में किसी भी स्तर पर पीछे नहीं है. यह जीत आने वाली पीढ़ियों को नए सपने देगी.”
फाइनल मुकाबले में हरमनप्रीत कौर की कप्तानी और युवा गेंदबाज रेनुका सिंह की शानदार गेंदबाजी ने दक्षिण अफ्रीका की टीम को 208 रनों पर रोक दिया था. जवाब में भारत ने 49वें ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया. इस जीत के साथ भारतीय महिला टीम ने 50 ओवरों के प्रारूप में पहली बार विश्व कप अपने नाम किया. इससे पहले 2005 और 2017 में टीम फाइनल तक पहुँची थी, लेकिन ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड से हार गई थी. इस बार टीम ने हार को प्रेरणा में बदला और इतिहास रच दिया.
प्रधानमंत्री से मुलाकात के दौरान वातावरण भावनात्मक और उत्साहपूर्ण दोनों था. पीएम ने कहा कि यह उपलब्धि न केवल खिलाड़ियों की मेहनत, बल्कि कोचिंग स्टाफ, परिवारों और उन सभी समर्थकों की भी है जिन्होंने इन बेटियों पर विश्वास बनाए रखा. उन्होंने कहा कि भारत की इस विजय यात्रा में हर भारतीय की भूमिका है. उन्होंने स्मृति मंधाना और शेफाली वर्मा से उनके क्रिकेटिंग सफर पर चर्चा की और मज़ाकिया अंदाज़ में पूछा कि अगली चुनौती कौन सी होगी — एशिया कप या दोहरा विश्व खिताब? खिलाड़ियों ने मुस्कुराते हुए कहा, “अब तो सपना है कि भारत महिला क्रिकेट में भी लगातार विश्व चैंपियन बने.”
प्रधानमंत्री ने बैठक के अंत में टीम के साथ सामूहिक तस्वीर खिंचवाई, जो कुछ ही घंटों में सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. तस्वीर में पीएम मोदी टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर के साथ ट्रॉफी थामे नज़र आए, और सभी खिलाड़ी भारतीय तिरंगे के साथ खड़ी दिखीं. इस दृश्य ने करोड़ों भारतीयों के दिलों में गर्व का भाव भर दिया.
इस ऐतिहासिक जीत के बाद विशेषज्ञों का मानना है कि महिला क्रिकेट को अब भारत में नई दिशा मिलेगी. खेल विश्लेषकों ने कहा कि इस जीत से न केवल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की साख बढ़ी है, बल्कि देश के भीतर महिला क्रिकेट की लोकप्रियता में अभूतपूर्व वृद्धि होगी. राज्य सरकारों और कॉर्पोरेट संस्थानों द्वारा भी टीम को सम्मानित करने की योजनाएँ बनाई जा रही हैं.
भारतीय महिला टीम आने वाले दिनों में अपने-अपने राज्यों को लौटेगी, जहाँ स्थानीय खेल संघों और प्रशंसकों द्वारा उनका स्वागत किया जाएगा. बीसीसीआई ने घोषणा की है कि खिलाड़ियों को विशेष नकद पुरस्कार दिया जाएगा. वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि इस जीत ने भारत के हर नागरिक के दिल में यह विश्वास जगाया है कि जब बेटियाँ ठान लेती हैं, तो इतिहास बदल जाता है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

