फ्रिज में ब्लास्ट से 14 वर्षीय बच्चे का चेहरा फटा, 108 जगह से हड्डियां क्रैक हुई, जबलपुर में हुई सर्जरी, बची जान

फ्रिज में ब्लास्ट से 14 वर्षीय बच्चे का चेहरा फटा, 108 जगह से हड्डियां क्रैक हुई, जबलपुर में हुई सर्जरी, बची जान

प्रेषित समय :16:48:24 PM / Sun, Nov 9th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

जबलपुर. एमपी के कटनी में  फ्रिज खोलते ही धमाके के साथ ब्लास्ट हो गया, जिसकी चपेट में आकर 14 साल के आर्यन मिश्रा का चेहरा क्षत-विक्षत हो गया. तेज आवाज सुनकर मां दौड़कर उसके पास पहुंची. बेटे को खून से लथपथ पड़ा देख वह भी बेहोश हो गई. पड़ोसियों ने बच्चे को एक निजी अस्पताल पहुंचाया. जहां पर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे जबलपुर रेफर कर दिया.

बताया गया है कि आर्यन मिश्रा मां के साथ घर पर बैठा हुआ था. मां काम करने के बाद थक गई थी. वह कमरे में जाकर आराम करने लगी. तभी अचानक शाम करीब 5.30 बजे तेज धमाका हुआ. मां को लगा कि कहीं पर बम फटा होगा. जैसे ही वह कमरे से बाहर निकली तो देखा कि आर्यन फ्रिज के पास बेहोश पड़ा है. उसका पूरा मुंह फट गया है. यह देखते ही मां भी बेहोश हो गई. इस बीच धमाके की आवाज सुनकर पड़ोसी घर पहुंचे. उन्होंने देखा कि कमरे में मां.बेटे बेहोश पड़े हुए हैं. वे बच्चे को तुरंत कटनी के एक निजी अस्पताल लेकर दौड़े. इस दौरान मध्य प्रदेश पुलिस में एएसआई पिता को सूचना दी गई. बच्चें को निजी अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां पर डाक्टरों ने जांच के बाद जबलपुर रेफर किया.                          

बच्चे को जबलपुर के दमोह नाका स्थित बड़ेरिया मेट्रो अस्पताल में भर्ती कराया गया. यहां पता लगा कि उसके चेहरे की हड्डियां 108 जगह से क्रेक हो चुकी थीं. जहां पर डाक्टरों ने लगातार ढाई घंटे ऑपरेशन किया. तब जाकर उसकी जान बच सकी. घटना 5 नवंबर की है. 8 नवंबर को आर्यन की सेहत में थोड़ा सुधार आया. डॉक्टरों का कहना है कि उसे अब वेंटिलेटर से हटा दिया गया है. जल्द ही वह बोलने भी लगेगा. डॉक्टरों का कहना है कि चेहरे की करीब 108 हड्डियों में क्रेक आ गया था. जिन्हें प्लेट लगाकर ठीक किया है. अब बच्चे की हालत खतरे से बाहर है.

ब्लड रोकनाए हड्डी जोडऩा था चुनौती-

डॉण् राहुल चतुर्वेदी ने दैनिक भास्कर को बताया कि हादसे में बच्चे की नाक, मुंह और जबड़े की हड्डी टूट गई थी. सांस नली के माध्यम से अंदर गैस चली गई थी. वह सांस भी नहीं ले पा रहा था. ऐसी स्थिति में गले में छेद करने के बाद नली की मदद से वेंटिलेटर लगाया गया था. बच्चे के चेहरे से लगातार ब्लड निकल रहा था. चेहरे की हड्डियां कई टुकड़ों में बंट गई थीं. त्वचा भी फट चुकी थी. ऐसे में बच्चे की जान बचाने के साथ-साथ यह भी चुनौती थी कि 14 साल के बच्चे का चेहरा कैसे ठीक किया जाए. ऑपरेशन के समय से ही बच्चा वेंटिलेटर पर था. 3 दिन के बाद उसकी स्थिति में सुधार हुआ है. उसे रिकवर होने में कुछ समय लगेगा. अभी बच्चे को ओरल लिक्विड दिया जा रहा है. 3 से 4 दिन में बच्चा थोड़ा-बहुत बोलने लगेगा. 
 

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-