जबलपुर में आईटी इंजीनियर दूल्हे पर दहेज में SUV और 11 लाख रुपये मांगने का आरोप, युवती ने दर्ज कराई शिकायत

जबलपुर में आईटी इंजीनियर दूल्हे पर दहेज में SUV और 11 लाख रुपये मांगने का आरोप, युवती ने दर्ज कराई शिकायत

प्रेषित समय :21:00:01 PM / Wed, Nov 12th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

जबलपुर. समाज में दहेज प्रथा पर रोक के बावजूद ऐसे मामले आज भी थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. जबलपुर में एक युवती ने अपने मंगेतर के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई है कि उसने शादी से पहले दहेज़ के रूप में एक स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल (SUV) और 11 लाख रुपये नगद की मांग की थी. इस घटना ने न केवल स्थानीय समाज को झकझोर कर रख दिया है, बल्कि सोशल मीडिया पर भी इस विषय को लेकर व्यापक चर्चा शुरू हो गई है.

जानकारी के अनुसार, मामला जबलपुर के गढ़ा क्षेत्र का बताया जा रहा है. पीड़ित युवती और आरोपी सॉफ्टवेयर इंजीनियर के बीच कुछ समय पहले ही विवाह तय हुआ था. दोनों परिवारों के बीच बातचीत चल रही थी और शादी की तैयारियां भी लगभग शुरू हो चुकी थीं. लेकिन युवती का कहना है कि अचानक आरोपी युवक और उसके परिजनों ने शादी से पहले महंगी कार और नगद रकम की मांग रख दी.

पीड़िता के अनुसार, जब उसने इस मांग का विरोध किया, तो युवक ने रिश्ते को तोड़ने की धमकी दी. युवती ने बताया कि आरोपी इंजीनियर ने कहा कि “अगर दहेज की मांग पूरी नहीं की गई, तो शादी नहीं होगी.” इस बात से आहत होकर युवती ने महिला थाने में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने शिकायत प्राप्त कर जांच प्रारंभ कर दी है. प्रारंभिक रिपोर्ट के आधार पर यह मामला दहेज़ निषेध अधिनियम, 1961 की धाराओं के अंतर्गत दर्ज किया गया है.

पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपी युवक एक निजी आईटी कंपनी में कार्यरत है और फिलहाल फरार बताया जा रहा है. पुलिस उसकी तलाश में संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है. वहीं, युवती के बयान के आधार पर युवक के परिवारजनों से भी पूछताछ की जा रही है.

इस मामले के सामने आने के बाद शहर में चर्चा का दौर तेज हो गया है. कई सामाजिक संगठनों ने दहेज प्रथा के खिलाफ आवाज़ उठाई है. स्थानीय महिला संगठनों ने पीड़िता को समर्थन देने की घोषणा की है और जिला प्रशासन से इस मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग की है. सोशल मीडिया पर भी यह मुद्दा खूब ट्रेंड कर रहा है. ट्विटर (X), फेसबुक और इंस्टाग्राम पर लोगों ने “#StopDowry” और “#JusticeForBride” जैसे हैशटैग के साथ पोस्ट साझा किए हैं.

वहीं, कई यूजर्स ने इस घटना पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए लिखा कि “आईटी सेक्टर में काम करने वाले शिक्षित लोग जब इस तरह की दहेज मांग करते हैं, तो समाज के सुधार की उम्मीद करना मुश्किल है.” कुछ लोगों ने तो यह तक कहा कि “शिक्षा के बावजूद मानसिकता नहीं बदली, यही सबसे बड़ी समस्या है.”

महिला अधिकार कार्यकर्ता सरिता मिश्रा ने कहा कि दहेज लेना और देना दोनों ही अपराध हैं, लेकिन दुख की बात यह है कि आज भी समाज में इसे प्रतिष्ठा से जोड़ा जाता है. उन्होंने कहा कि “दहेज़ के नाम पर महिलाएं आज भी मानसिक और सामाजिक उत्पीड़न का शिकार हो रही हैं. जब तक समाज सामूहिक रूप से इस कुरीति के खिलाफ खड़ा नहीं होगा, तब तक ऐसे मामले सामने आते रहेंगे.”

वहीं, जबलपुर महिला थाना प्रभारी ने बताया कि शिकायत की जांच पूरी गंभीरता से की जा रही है. यदि जांच में आरोप सही पाए जाते हैं, तो आरोपी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने लोगों से अपील की कि कोई भी परिवार दहेज़ जैसी अवैध मांगों के आगे झुके नहीं और तुरंत पुलिस या महिला आयोग को सूचना दे.

यह घटना एक बार फिर यह सवाल खड़ा करती है कि तकनीकी शिक्षा और आधुनिकता के बावजूद दहेज़ जैसी कुप्रथा क्यों नहीं मिट पाई है. समाज के एक पढ़े-लिखे तबके से आने वाले व्यक्ति द्वारा दहेज़ मांगने का मामला यह दर्शाता है कि समस्या केवल आर्थिक या ग्रामीण क्षेत्रों तक सीमित नहीं रही. यह मानसिकता अब भी व्यापक रूप से फैली हुई है.

सोशल मीडिया पर चल रही प्रतिक्रियाओं से स्पष्ट है कि आम जनता अब ऐसे मामलों पर चुप नहीं बैठना चाहती. लोग न्याय की मांग कर रहे हैं और पीड़िता के समर्थन में आवाज़ उठा रहे हैं. इस प्रकरण ने न केवल जबलपुर बल्कि पूरे मध्यप्रदेश में दहेज़ प्रथा के खिलाफ बहस को फिर से जीवंत कर दिया है.

कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि यदि समाज इस तरह के मामलों को गंभीरता से ले और हर नागरिक अपने स्तर पर विरोध दर्ज कराए, तो दहेज़ जैसी कुरीतियों को समाप्त किया जा सकता है. फिलहाल पुलिस जांच जारी है और उम्मीद की जा रही है कि आरोपी को शीघ्र ही गिरफ्तार कर न्यायिक प्रक्रिया शुरू की जाएगी.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-