-प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी, बॉलीवुड एस्ट्रो एडवाइजर (व्हाट्सएप- 8875863494)
* वृश्चिक संक्रान्ति - 16 नवम्बर 2025, रविवार
* वृश्चिक संक्रान्ति पुण्यकाल - 07:55 एएम से 01:45 पीएम
* वृश्चिक संक्रान्ति महापुण्यकाल - 11:56 एएम से 01:45 पीएम
* अगले करीब एक माह तक सूर्यदेव गोचरवश वृश्चिक राशि में भ्रमण करेंगे.
* इस दौरान सूर्यदेव... मिथुन, कन्या, मकर और कुंभ राशि/लग्र वालों को विशेष शुभ फल प्रदान करेंगे तथा पद-प्रतिष्ठा का लाभ प्रदान करेंगे.
* व्यापारियों के लिए वृश्चिक संक्रान्ति अच्छी है.
* सूर्योपासना से शुभत्व की वृद्धि एवं अशुभ से सुरक्षा प्राप्त होती है!
श्री त्रिपुरा सुंदरी दैनिक धर्म-कर्म पंचांग - 16 नवम्बर 2025
शक सम्वत 1947, विक्रम सम्वत 2082, अमान्त महीना कार्तिक, पूर्णिमान्त महीना मार्गशीर्ष, वार रविवार, पक्ष कृष्ण, तिथि द्वादशी - 04:47 एएम (17 नवम्बर 2025) तक, नक्षत्र हस्त - 02:11 एएम (17 नवम्बर 2025) तक, योग प्रीति, करण कौलव - 03:40 पीएम तक, द्वितीय करण तैतिल - 04:47 एएम (17 नवम्बर 2025) तक, सूर्य राशि तुला - 01:45 पीएम तक, चन्द्र राशि कन्या, राहुकाल 04:26 पीएम से 05:48 पीएम, अभिजित मुहूर्त 11:58 एएम से 12:42 पीएम
दैनिक चौघड़िया - 16 नवम्बर 2025
* दिन का चौघड़िया
उद्वेग - 06:52 से 08:14
चर - 08:14 से 09:36
लाभ - 09:36 से 10:58
अमृत - 10:58 से 12:20
काल - 12:20 से 01:42
शुभ - 01:42 से 03:04
रोग - 03:04 से 04:26
उद्वेग - 04:26 से 05:48
* रात्रि का चौघड़िया
शुभ - 05:48 से 07:26
अमृत - 07:26 से 09:04
चर - 09:04 से 10:42
रोग - 10:42 से 12:20
काल - 12:20 से 01:58
लाभ - 01:58 से 03:36
उद्वेग - 03:36 से 05:14
शुभ - 05:14 से 06:52
* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है.
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, विभिन्न पंचांगों, धर्मग्रथों से साभार ली गई है, स्थानीय समय, परंपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं, क्योंकि यहां दिया जा रहा समय अलग-अलग शहरों में स्थानीय समय के सापेक्ष थोड़ा अलग हो सकता है.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!
AajKaDin: 16 नवम्बर 2025, व्यापारियों के लिए अच्छी है- वृश्चिक संक्रांति, इन राशियों को देगी पद-प्रतिष्ठा!
प्रेषित समय :21:02:00 PM / Sat, Nov 15th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

