- प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी, बॉलीवुड एस्ट्रो एडवाइजर (व्हाट्सएप- 8302755688)
* मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष की पंचमी विवाह पंचमी कहलाती है.
* इस दिन प्रभु श्रीराम का सीता के संग शुभ विवाह हुआ था.
* इस अवसर पर देश में कई जगहों पर उत्सव आयोजित किए जाते हैं, मंगल गीत गाए जाते हैं, सजावट होती है और खुशी मनाई जाती है.
* इस दिन श्रीराम दरबार की स्थापना, पूजा-अर्चना से जीवन में उत्तम सफल प्रबंधन की क्षमता प्राप्त होती है.
श्री त्रिपुरा सुंदरी दैनिक धर्म-कर्म पंचांग - 25 नवम्बर 2025
शक सम्वत 1947, विक्रम सम्वत 2082, अमान्त महीना मार्गशीर्ष, पूर्णिमान्त महीना मार्गशीर्ष, वार मंगलवार, पक्ष शुक्ल, तिथि पञ्चमी - 10:56 पीएम तक, नक्षत्र उत्तराषाढा - 11:57 पीएम तक, योग गण्ड - 12:50 पीएम तक, करण बव - 10:12 एएम तक, द्वितीय करण बालव - 10:56 पीएम तक, सूर्य राशि वृश्चिक, चन्द्र राशि मकर, राहुकाल 03:04 पीएम से 04:25 पीएम, अभिजित मुहूर्त 12:01 पीएम से 12:44 पीएम
दैनिक चौघड़िया - 25 नवम्बर 2025
* दिन का चौघड़िया
रोग - 06:58 से 08:19
उद्वेग - 08:19 से 09:40
चर - 09:40 से 11:01
लाभ - 11:01 से 12:22
अमृत - 12:22 से 01:43
काल - 01:43 से 03:04
शुभ - 03:04 से 04:25
रोग - 04:25 से 05:46
* रात्रि का चौघड़िया
काल - 05:46 से 07:25
लाभ - 07:25 से 09:04
उद्वेग - 09:04 से 10:43
शुभ - 10:43 से 12:22
अमृत - 12:22 से 02:02
चर - 02:02 से 03:41
रोग - 03:41 से 05:20
काल - 05:20 से 06:59
* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है.
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, विभिन्न पंचांगों, धर्मग्रथों से साभार ली गई है, स्थानीय समय, परंपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं, क्योंकि यहां दिया जा रहा समय अलग-अलग शहरों में स्थानीय समय के सापेक्ष थोड़ा अलग हो सकता है.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!
AajKaDin: 25 नवम्बर 2025, श्रीराम-सीता का शुभ विवाह उत्सव मनाइएं... खुशियां पाइएं!
प्रेषित समय :21:51:57 PM / Mon, Nov 24th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

