अनिल मिश्र/पटना
रसगुल्ले को लेकर विवाद कोई पहली बार नहीं हुआ है। कभी बंगाल और उड़ीसा के बीच यह बहस छिड़ी थी कि इस मीठे रस से भरे मिष्ठान की उत्पत्ति कहां हुई। अब वही रसगुल्ला बिहार की धरती पर फिर सुर्खियों में है, और इस बार विवाद इतना बढ़ गया कि एक तयशुदा शादी ही टूट गई। मामला बोधगया थाना क्षेत्र के हथियार गांव निवासी महेंद्र प्रसाद के पुत्र की शादी का है, जो 29 नवंबर को बोधगया के एक निजी होटल में होनी थी। ज्यादातर रस्में पूरी हो चुकी थीं, बस मंडप में बैठकर विवाह होना बाकी था—तभी अचानक रसगुल्ले की कमी ने पूरा माहौल बिगाड़ दिया।
सीसीटीवी फुटेज में साफ दिखा कि खाना परोसे जाने के दौरान जब मिठाई की बारी आई, तो रसगुल्ला कम पड़ने को लेकर दूल्हा और दुल्हन पक्ष के लोग आपस में भिड़ गए। शुरुआत सिर्फ तकरार से हुई, लेकिन कुछ ही मिनटों में मामला इतना गरमाया कि लात–घूंसे, कुर्सियाँ और जो भी हाथ लगा, उससे दोनों पक्ष एक-दूसरे पर टूट पड़े। मौके पर अफरातफरी मच गई और कई लोग घायल भी हो गए। इस हंगामे ने शादी की शांति और पवित्रता को पूरी तरह तहस-नहस कर दिया।
दूल्हे के पिता महेंद्र प्रसाद का कहना है कि विवाद की जड़ सिर्फ रसगुल्ला था, लेकिन दुल्हन पक्ष ने इस झगड़े को दहेज प्रकरण में बदल दिया और उन पर दो लाख रुपये मांगने का आरोप लगाकर बोधगया थाने में मुकदमा दर्ज करवा दिया। महेंद्र प्रसाद का दावा है कि वे मुकदमे के बाद भी शादी के पक्ष में थे, लेकिन दुल्हन पक्ष ने शादी से स्पष्ट इनकार कर दिया। दूल्हा पक्ष का कहना है कि वे समझौते की कोशिश करते रहे, मगर दुल्हन पक्ष बात मानने को तैयार नहीं हुआ।
दूल्हे की मां मुन्नी देवी ने भी गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना है कि जब दोनों पक्षों के बीच समझौते की बातचीत चल रही थी, तभी दुल्हन पक्ष के लोग शादी में लाए गए जेवर–गहने समेटकर दुल्हन को लेकर होटल से निकल गए। उनका कहना है कि होटल की बुकिंग भी दूल्हा पक्ष ने कराई थी और वे आज भी शादी के लिए तैयार हैं, लेकिन दुल्हन पक्ष अपने निर्णय पर अड़ा हुआ है।
शादी में मचा यह बवाल 29 नवंबर को हुआ था, लेकिन इसका सीसीटीवी फुटेज बुधवार को सामने आया, जिसके बाद मामला और गर्म हो गया है। वीडियो में यह स्पष्ट दिख रहा है कि कैसे रसगुल्ले की कमी से शुरू हुई बहस मारपीट में बदलती चली गई और शादी की खुशियों पर ग्रहण लग गया।
फिलहाल बोधगया पुलिस दोनों पक्षों के बयान दर्ज कर मामले की छानबीन में जुट गई है। अब देखना यह है कि क्या यह अनोखा विवाद अदालतों की चौखट तक ले जाया जाएगा या फिर दोनों परिवारों के बीच कोई समाधान निकलकर यह टूटता गठबंधन फिर से जुड़ पाएगा। रसगुल्ले के एक कटोरे ने जिस तरह रिश्तों की डोर तोड़ दी, उसने इलाके में चर्चा और हैरानी दोनों पैदा कर दी है।
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