भोपाल. मध्य प्रदेश के आलीराजपुर में आदिवासी किशोरी से दुष्कर्म और धर्म परिवर्तन का दबाव बनाने के आरोप से जुड़े मामले में अब मुस्लिम समुदाय का पक्ष भी सामने आ गया है. शहर काजी सैयद आमिर-उल-हसन ने घटना की कड़ी निंदा की. साथ ही, उन्होंने सख्त अंदाज में कहा कि, इस्लाम में ऐसे किसी कृत्य की कतई इजाजत नहीं है.
मुस्लिम समाज ऐसी हरकत करने वालों का बहिष्कार करता है. उन्होंने स्पष्ट कहा कि, दोषियों को समुदाय के कब्रिस्तान में जगह भी नहीं दी जाएगी. यही नहीं, शहर काजी ने सर्व हिंदू समाज द्वारा उठाई जा रही बुलडोजर एक्शन की मांग का भी समर्थन किया. उन्होंने कहा कि, पुलिस प्रशासन वैधानिक कार्रवाई करे. मुस्लिम समाज उनके साथ है. प्रेसवार्ता में सैयद तनवीर उल हसन समेत बड़ी संख्या में समाजजन मौजूद थे.
जानिए क्या है मामला
जिले के अंतर्गत आने वाले जोबट के रहने वाले अहमद शेख, अमजद खत्री और इमरान पिता याकूब ने काम के लिए जोबट आई 17 वर्षीय आदिवासी किशोरी को मजदूरी के नाम पर वार्ड-11 में गुरुनानक मार्ग पर स्थित अहमद के मकान में बुलाया. पीडि़ता का आरोप है कि, घर पहुंचने पर आरोपियों ने उस पर जबरन मतांतरण कर मुस्लिम बनने और शादी करने का दबाव बनाया. पीडि़ता ने विरोध किया तो आरोपियों ने उसके साथ मारपीट की. यही नहीं, इसके बाद इमरान ने उसके साथ दुष्कर्म किया. फिलहाल, इस मामले में पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.


